मतदाता सूचियों का प्रारंभिक प्रारूप प्रकाशित, 17 तक कर सकते हैं दावे और आक्षेप
निर्वाचक नामावली पंचायतों, पंचायत समितियों और जिला परिषद कार्यालयों में निरीक्षण हेतु रहेगी उपलब्ध
ऊना, 6 अक्तूबर। जिला निर्वाचन अधिकारी (पंचायत) एवं उपायुक्त ऊना जतिन लाल ने जानकारी दी कि हिमाचल प्रदेश पंचायती राज (निर्वाचन) नियम, 1994 के प्रावधानों के अनुसार निर्वाचक नामावली तैयार कर ली गई है। यह नामावली 6 अक्तूबर, 2025 से संबंधित ग्राम पंचायतों, पंचायत समितियों तथा जिला परिषद कार्यालयों में निरीक्षण के लिए उपलब्ध रहेगी।
उपायुक्त ने बताया कि यदि किसी व्यक्ति को निर्वाचक नामावली में नाम जोड़े जाने के लिए दावा, किसी नाम के सम्मिलित होने पर आपत्ति, अथवा प्रविष्टियों में त्रुटि के सुधार संबंधी आवेदन प्रस्तुत करना हो, तो वह निर्धारित प्रपत्र संख्या 2, 3 या 4 में 8 अक्तूबर से 17 अक्तूबर, 2025 तक पुनरीक्षण प्राधिकारी के समक्ष प्रस्तुत कर सकता है।
जिला निर्वाचन अधिकारी ने बताया कि प्राप्त दावों एवं आपत्तियों पर पुनरीक्षण प्राधिकारी द्वारा 27 अक्तूबर, 2025 तक निर्णय लिया जाएगा। इन निर्णयों के संबंध में अपील सात दिनों के भीतर, अर्थात् 3 नवम्बर, 2025 तक अपीलीय प्राधिकारी के समक्ष दायर की जा सकती है। अपीलीय प्राधिकारी द्वारा प्राप्त अपीलों का निपटारा 10 नवम्बर, 2025 तक कर दिया जाएगा। इसके उपरांत 13 नवम्बर, 2025 को निर्वाचक नामावली का अंतिम प्रकाशन किया जाएगा।
उन्होंने बताया कि प्रत्येक दावा या आपत्ति संबंधित पुनरीक्षण प्राधिकारी (खंड विकास अधिकारी) को संबोधित होनी चाहिए। इसे व्यक्तिगत रूप से, अभिकर्ता के माध्यम से या पंजीकृत डाक द्वारा निर्धारित समयावधि में प्रस्तुत किया जा सकता है।
जिला निर्वाचन अधिकारी ने आम जनता से अपील की है कि वे निर्वाचक नामावली का सावधानीपूर्वक अवलोकन करें और यदि किसी प्रकार की त्रुटि या सुधार की आवश्यकता हो, तो निर्धारित अवधि में दावा या आपत्ति अवश्य प्रस्तुत करें, ताकि मतदाता सूची को पूर्णतः सटीक, अद्यतन एवं त्रुटिरहित बनाया जा सके।
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उपायुक्त ने किया श्याम सुंदर दास के कविता संग्रह ‘मां तो मां होती है’ का विमोचन
ऊना, 6 अक्तूबर. उपायुक्त जतिन लाल ने सोमवार को जवाहर नवोदय विद्यालय पेखूबेला, ऊना के हिन्दी शिक्षक एवं कवि श्याम सुंदर दास के कविता-संग्रह ‘मां तो मां होती है’ का विमोचन किया।
इस अवसर पर उपायुक्त ने कहा कि यह पुस्तक समाज में लुप्त हो रहे संस्कारों एवं मातृत्व के प्रति सम्मान की भावना को पुनः जाग्रत करने का सार्थक प्रयास है। उन्होंने लेखक के साहित्यिक योगदान की सराहना करते हुए कहा कि ऐसे रचनाकार समाज में सकारात्मक सोच और संवेदनशीलता का संचार करते हैं।
लेखक श्याम सुंदर दास ने बताया कि पुस्तक में कुल 27 कविताओं का संकलन है, जो मातृत्व, संस्कार, गुरु-शिष्य संबंधों और जीवन मूल्यों पर केंद्रित हैं। उन्होंने कहा कि संग्रह का उद्देश्य पाठकों को मूल्याधारित जीवन की ओर प्रेरित करना है।
गौरतलब है कि श्याम सुंदर दास पी.एम. श्री जवाहर नवोदय विद्यालय, पेखूबेला में हिन्दी शिक्षक के रूप में कार्यरत हैं। वे शिक्षण के साथ-साथ साहित्य और कविता के क्षेत्र में भी सक्रिय हैं। उन्हें शिक्षक रत्न सम्मान, गुरु श्रेष्ठ पुरस्कार, तथा पूर्व केंद्रीय शिक्षा मंत्री स्मृति ईरानी द्वारा प्रशंसा प्रमाणपत्र सहित अनेक राष्ट्रीय सम्मान प्राप्त हो चुके हैं।
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उपायुक्त ने 50 सदस्यीय स्वयंसेवी टीम को पौंग बांध प्रशिक्षण के लिए किया रवाना
ऊना, 6 अक्तूबर। युवा आपदा मित्र स्कीम के तहत आज उपायुक्त ऊना जतिन लाल ने राष्ट्रीय सेवा योजना (एनएसएस) इकाई ऊना की 50 सदस्यीय स्वयंसेवी टीम को पौंग बांध जिला कांगड़ा स्थित क्षेत्रीय जल क्रीड़ा केंद्र में आयोजित होने वाले प्रशिक्षण शिविर के लिए रवाना किया।
उपायुक्त ने बताया कि यह 7 दिवसीय प्रशिक्षण शिविर 7 से 13 अक्तूबर तक आयोजित किया जाएगा, जिसमें प्रतिभागियों को आपदा प्रबंधन के विभिन्न पहलुओं पर व्यावहारिक प्रशिक्षण दिया जाएगा। उन्होंने कहा कि आपदा के समय स्थानीय स्तर पर प्रशिक्षित युवाओं की भूमिका अत्यंत महत्त्वपूर्ण होती है और यह स्कीम युवाओं को समाजसेवा के साथ-साथ आपदा प्रबंधन के क्षेत्र में सशक्त बनाएगी।
जतिन लाल ने बताया कि जिले में इस स्कीम के अंतर्गत कुल 475 युवा स्वयंसेवियों को मार्च 2026 तक प्रशिक्षित किया जाएगा। इनमें राष्ट्रीय सेवा योजना (एनएसएस), राष्ट्रीय कैडेट कोर (एनसीसी), भारत स्काउट एंड गाइड और नेहरू युवा केंद्र ऊना के 18 वर्ष या उससे अधिक आयु वर्ग के स्वयंसेवी शामिल हैं। सफल प्रतिभागियों को सरकार की ओर से पहचान पत्र, आपदा प्रबंधन किट, प्रमाण पत्र एवं पाठ्य सामग्री प्रदान की जाएगी। प्रशिक्षण पूर्ण होने के बाद ये स्वयंसेवी जिला के विभिन्न आपदा प्रभावित क्षेत्रों में राहत एवं बचाव कार्यों में सहयोग देंगे और आपदा प्रबंधन संबंधी गतिविधियों में प्रशासन का सक्रिय रूप से साथ देंगे।
इस अवसर पर जिला नोडल अधिकारी (राष्ट्रीय सेवा योजना) प्रो. (डॉ.) लिली ठाकुर, कार्यक्रम अधिकारी, एनएसएस इकाई राजकीय महाविद्यालय ऊना प्रो. मनजीत सिंह और जिला आपदा प्रबंधन प्राधिकरण ऊना से राजन कुमार और धीरज कुमार भी मौजूद रहे।==============================
ऊना में एमएसएमई सशक्तिकरण को लेकर जागरूकता कार्यशाला आयोजित
ऊना, 6 अक्तूबर। हिमाचल प्रदेश सरकार के औद्योगिक विभाग द्वारा जिला ग्रामीण विकास अभिकरण ऊना में सूक्ष्म, लघु और मध्यम उद्यमों के लिए एक दिवसीय जागरूकता कार्यशाला का आयोजन किया गया। इस कार्यशाला का उद्देश्य राज्य में एमएसएमई पारिस्थितिकी तंत्र को सुदृढ़ बनाना, प्रौद्योगिकी अपनाने को प्रोत्साहित करना, प्रतिस्पर्धात्मक क्षमता में वृद्धि करना तथा सतत औद्योगिक प्रथाओं को बढ़ावा देना था। कार्यशाला में ऊना जिले के 65 से अधिक प्रतिभागियों ने भाग लिया, जिनमें औद्योगिक इकाइयों के प्रतिनिधि, स्थानीय कारीगर तथा किसान उत्पादक संगठनों के सदस्य शामिल थे। प्रतिभागियों में औद्योगिक क्षेत्र गगरेट के अध्यक्ष प्रमोद और महासचिव सुरेश भी उपस्थित रहे।
कार्यशाला को संबोधित करते हुए औद्योगिक विभाग ऊना के महाप्रबंधक रचित शर्मा ने बताया कि विभाग द्वारा क्लस्टर प्रणाली के अंतर्गत उद्यमों को उन्नत तकनीक, आधुनिक मशीनरी एवं उपकरण क्लस्टर स्तर पर उपलब्ध करवाए जा रहे हैं। यह सुविधाएं क्लस्टर विकास कार्यक्रम के तहत प्रदान की जा रही हैं। उन्होंने एमएसएमई हरितीकरण पहल की जानकारी देते हुए पर्यावरण-अनुकूल औद्योगिक प्रक्रियाओं को अपनाने एवं ऊर्जा दक्षता बढ़ाने के महत्व पर भी प्रकाश डाला।
कार्यक्रम के दौरान विभागीय अधिकारियों ने प्रतिभागियों को स्पाइस योजना, गिफ्ट योजना, तथा एमएसई-सीडीपी के विभिन्न घटकों के बारे में विस्तृत जानकारी प्रदान की। इसके साथ ही एमएसएमई प्रदर्शन सुधार योजना, क्लस्टर-आधारित विकास एवं सर्कुलर अर्थव्यवस्था पर आधारित उद्योगों के हरितीकरण की रणनीतियों पर भी विस्तृत चर्चा की गई।
प्रतिभागियों ने इस कार्यशाला को अत्यंत उपयोगी और ज्ञानवर्धक बताया तथा कहा कि इससे एमएसएमई क्षेत्र को आधुनिक उपकरणों, तकनीकी संसाधनों और सतत औद्योगिक प्रथाओं के माध्यम से सशक्त बनाने में सहायता मिलेगी।
इस अवसर पर प्रबंधक डीआईसी ऊना अखिल शर्मा, विस्तार अधिकारी दीपक सहित अन्य उपस्थित रहे।
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एनडीआरएफ टीम ने एरिया फैमिलियराइजेशन अभ्यास को लेकर एडीसी से की औपचारिक भेंट
ऊना, 6 अक्तूबर। राष्ट्रीय आपदा मोचन बल (एनडीआरएफ) की 14वीं बटालियन की टीम ने सोमवार को जिला आपदा प्रबंधन प्राधिकरण के मुख्य कार्यकारी अधिकारी एवं अतिरिक्त उपायुक्त ऊना महेंद्र पाल गुर्जर से औपचारिक मुलाकात की। यह भेंट एरिया फैमिलियराइजेशन अभ्यास के अंतर्गत की गई, जिसके तहत एनडीआरएफ टीम 6 से 18 अक्तूबर तक जिले के विभिन्न स्थानों पर सामुदायिक अभ्यास और जागरूकता कार्यक्रम आयोजित करेगी।
बैठक के दौरान अतिरिक्त उपायुक्त ने एनडीआरएफ टीम के साथ अभ्यास से संबंधित विस्तृत चर्चा की तथा उन्हें जिला आपदा प्रबंधन योजना, महत्वपूर्ण स्थलों की जानकारी और जिला ऊना का विस्तृत प्रोफाइल प्रदान किया। उन्होंने उम्मीद जताई कि यह अभ्यास आपदा प्रबंधन व्यवस्था को और सशक्त बनाएगा तथा प्रशासनिक और सामुदायिक स्तर पर आपदाओं से बेहतर ढंग से निपटने की क्षमता विकसित करेगा। उन्होंने यह भी कहा कि अभ्यास के परिणाम और निष्कर्ष जिला प्रशासन के साथ साझा किए जाएं।
महेंद्र पाल गुर्जर ने बताया कि 14वीं बटालियन की एनडीआरएफ टीम प्राकृतिक और मानव निर्मित आपदाओं से बचाव के लिए जिले के विभिन्न संवेदनशील व आपदा संभावित क्षेत्रों में अभ्यास करेगी तथा संबंधित स्थलों का मैदानी निरीक्षण कर आवश्यक जानकारी एकत्रित करेगी।
यहां होंगे जागरूकता कार्यक्रम
एडीसी ने बताया कि 8 अक्तूबर को गगरेट उपमंडल के अंतर्गत राजकीय औद्योगिक प्रशिक्षण संस्थान, भद्रकाली में सुबह 9ः30 बजे छात्रों व स्टाफ के लिए जागरूकता और क्षमता निर्माण कार्यक्रम आयोजित किया जाएगा। 9 अक्तूबर को बंगाणा उपमंडल के घरवास, परोइयां कलां और रायपुर क्षेत्रों में भूस्खलन संभावित स्थलों का निरीक्षण किया जाएगा। 10 अक्तूबर को भरमौती मंदिर और हंडोला पुल के आसपास डूबने की संभावनाओं वाले स्थलों का सर्वेक्षण किया जाएगा।
इसी क्रम में 11 अक्तूबर को उपमंडल अंब में माता श्री चिंतपूर्णी मंदिर में संवेदनशील क्षेत्रों से संबंधित जानकारी एकत्रित की जाएगी। 13 अक्तूबर को महाराणा प्रताप राजकीय डिग्री कॉलेज अंब में सुबह 9 बजे, 14 अक्तूबर को राजकीय डिग्री कॉलेज खड्ड और 15 अक्तूबर को राजकीय औद्योगिक प्रशिक्षण संस्थान पंडोगा में जागरूकता और क्षमता निर्माण कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे।
इसके अतिरिक्त 16 अक्तूबर को सुबह 9 बजे एसवीएसडी पीजी कॉलेज भटोली और 17 अक्तूबर को हिम गौरव आईटीआई ऊना में भी छात्रों व स्टाफ को आपदा प्रबंधन के प्रति जागरूक किया जाएगा। साथ ही, कार्यक्रम का समापन 18 अक्तूबर को इंडियन ऑयल कॉर्पोरेशन लिमिटेड (इंडेन बोटलिंग प्लांट, रायपुर सहोड़ा) तथा आईओसीएल पेखूबेला में प्रबंधन अधिकारियों के साथ संवेदनशील प्रोफाइल बैठक के रूप में होगा।
इस अवसर पर एनडीआरएफ 14वीं बटालियन, नूरपुर (जिला कांगड़ा) के टीम लीडर एवं निरीक्षक संदीप कुमार, उप-निरीक्षक हरदीप सिंह, तथा जिला आपदा प्रबंधन प्राधिकरण ऊना के प्रभारी धीरज कुमार और राजन कुमार भी उपस्थित रहे।
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*बंगाणा के बल्ह खोली और तनोह में गीत-संगीत और नुक्कड़ नाटक से दी सरकारी योजनाओं की जानकारी*
ऊना, 6 अक्तूबर। हिमाचल सरकार अनुसूचित जाति, अनुसूचित जनजाति और अन्य पिछड़ा वर्ग के पात्र परिवारों को पक्का मकान बनाने के लिए स्वर्ण जयंती आश्रय योजना के तहत 1.50 लाख रुपये की आर्थिक मदद प्रदान कर रही है। यह सहायता उन्हीं लोगों को दी जाती है जिनके नाम पर भूमि पंजीकृत हो और जिनकी वार्षिक आय 50 हजार रुपये से अधिक न हो। लाभार्थियों को अपने आवेदन तहसील कल्याण अधिकारी के कार्यालय में सभी आवश्यक दस्तावेजों के साथ जमा करवाने होते हैं।
यह जानकारी सूचना एवं जनसंपर्क विभाग से संबद्ध नाट्यदल पूर्वी कलामंच जलग्रां टब्बा ने दी। नाट्य दल ने आज (सोमवार) से शुरू हुए जागरूकता अभियान के दूसरे चरण में बंगाणा उपमंडल के तहत बल्ह खोली और तनोह गांवों में गीत-संगीत और नुक्कड़ नाटकों के जरिए ग्रामीणों को विभिन्न जनहितकारी योजनाओं के बारे में जागरूक किया।
कलाकारों ने बताया कि स्वर्ण जयंती आश्रय योजना उन गरीब परिवारों के सपनों को साकार कर रही है, जिनके पास खुद की जमीन तो है, लेकिन सीमित संसाधनों के कारण वे पक्का मकान नहीं बना पाते। इसके साथ ही ग्रामीणों को मुख्यमंत्री सुख आश्रय योजना, इंदिरा गांधी सुख शिक्षा योजना, इंदिरा गांधी सुख सुरक्षा योजना और नशा निवारण जैसे विषयों पर भी जानकारी दी गई। कलाकारों ने नशे को एक गंभीर सामाजिक बुराई बताते हुए लोगों से नशे से दूर रहने और समाज को भी इसके प्रति जागरूक करने की अपील की।
उल्लेखनीय है कि अनुसूचित जाति, जनजाति और अन्य पिछड़ा वर्ग के सामाजिक-आर्थिक उत्थान के लिए मुख्यमंत्री ठाकुर सुखविंद्र सिंह सुक्खू के नेतृत्व में प्रदेश सरकार विभिन्न योजनाएं और कार्यक्रम चला रही है। इन्हें गांव-गांव तक पहुंचाने के लिए सांस्कृतिक दलों के माध्यम से विशेष जन-जागरूकता अभियान चलाया गया है।
इस मौके पर बल्ह खोली के उप प्रधान गोरख राम, ग्राम पंचायत तनोह के प्रधान शकुंतला देवी, वार्ड सदस्य अनीता देवी, प्रकाश चंद, रीना देवी, मनीषा रानी, मदद लाल सहित स्थानीय ग्रामीण मौजूद रहे।