सामाजिक आंदोलन का रूप ले रहा ‘तंबाकू मुक्त युवा अभियान 3.0’
“तंबाकू छोड़ो, ज़िंदगी चुनो” के संदेश के साथ ऊना में जागरूकता की नई लहर


ऊना, 24 अक्तूबर. ऊना जिला इन दिनों एक सकारात्मक सामाजिक परिवर्तन की राह पर है। “तंबाकू छोड़ो, ज़िंदगी चुनो” के सशक्त संदेश के साथ शुरू हुआ ‘तंबाकू मुक्त युवा अभियान 3.0’ जिले में एक जन-जागरूकता मुहिम से आगे बढ़कर सामाजिक आंदोलन का रूप ले रहा है। इस अभियान की शुरुआत उपायुक्त जतिन लाल ने 9 अक्तूबर को क्षेत्रीय अस्पताल ऊना से की थी, जो आगामी 8 दिसंबर तक चलेगा।

यह पहल स्वास्थ्य विभाग के सौजन्य से पूर्व में आयोजित सफल अभियानों का तीसरा चरण है, जिसमें इस बार नई रणनीति, व्यापक जनभागीदारी और विभागीय समन्वय पर विशेष बल दिया गया है। अभियान का उद्देश्य तंबाकू सेवन के दुष्प्रभावों के प्रति लोगों में जागरूकता लाना, युवाओं को नशामुक्त जीवन की ओर प्रेरित करना और ऊना को पूर्णतः “तंबाकू मुक्त जिला” बनाना है। यह मुहिम “तंबाकू मुक्त हिमाचल” के राज्यव्यापी लक्ष्य को साकार करने की दिशा में भी एक निर्णायक कदम है।

जनभागीदारी से गति पकड़ता अभियान

यह अभियान प्रशासन की किसी औपचारिक पहल से अधिक, अब एक सामाजिक आंदोलन के रूप में विकसित हो चुका है। उपायुक्त जतिन लाल का कहना है कि इस प्रयास की सफलता प्रत्येक नागरिक की भागीदारी पर निर्भर है। हमारा उद्देश्य केवल तंबाकू नियंत्रण तक सीमित नहीं, बल्कि ऊना को एक स्वस्थ, सुरक्षित और नशामुक्त जिला बनाना है।

जतिन लाल बताते हैं कि अभियान को जन-आंदोलन का स्वरूप देने के लिए पंचायती राज संस्थानों, गैर-सरकारी संगठनों, स्वयंसेवी समूहों और युवाओं को इसमें जोड़ा गया है। ग्रामीण स्तर पर नुक्कड़ नाटक, रैलियां, निबंध व चित्रकला प्रतियोगिताएं और सामुदायिक बैठकों के माध्यम से जागरूकता फैलाई जा रही है। वहीं, डिजिटल मंचों और सोशल मीडिया प्लेटफार्मों पर भी यह संदेश तेजी से प्रसारित किया जा रहा है ताकि अधिक से अधिक लोग इस मुहिम से जुड़ सकें।

उपायुक्त ने लोगों से आह्वान किया है कि वे इस पहल को अपने जीवन का हिस्सा बनाएं और तंबाकू मुक्त हिमाचल के संकल्प में अपना योगदान दें। उन्होंने कहा कि यह अभियान केवल स्वास्थ्य सुरक्षा का संदेश नहीं दे रहा, बल्कि समाज को स्वच्छ, सशक्त और सजग बनाने की दिशा में भी एक बड़ा कदम है।

युवाओं को केंद्र में रखकर रची गई है रणनीति

अभियान का सबसे बड़ा फोकस युवाओं पर है, क्योंकि तंबाकू सेवन की शुरुआत प्रायः किशोरावस्था में होती है। उपायुक्त जतिन लाल ने बताया कि शिक्षण संस्थानों को तंबाकू मुक्त क्षेत्र घोषित करने के लिए विशेष दिशा-निर्देश जारी किए गए हैं। यह सुनिश्चित किया जा रहा है कि सभी स्कूलों और कॉलेजों के 100 गज के दायरे में तंबाकू उत्पादों की बिक्री न हो।

पंचायती स्तर पर ‘तंबाकू मुक्त गांव’ अभियान को भी सक्रिय रूप से आगे बढ़ाया जा रहा है। पुलिस विभाग की सहायता से सीओटीपीए-2003 और पीईसीए-2019 के तहत तंबाकू नियंत्रण कानूनों का सख्ती से पालन करवाया जा रहा है। उपायुक्त ने यह भी स्पष्ट किया कि किसी भी बार या रेस्तरां में नियमों का उल्लंघन करते हुए हुक्का परोसने जैसी गतिविधि पाई जाने पर तुरंत कड़ी कार्रवाई की जाएगी। साथ ही, हिमाचल प्रदेश तंबाकू उत्पाद नियंत्रण अधिनियम, 2016 और खुली सिगरेट एवं बीड़ी बिक्री निषेध अधिनियम, 2016 को भी पूरी सख्ती से लागू करने पर बल दिया गया है।

हर विभाग निभा रहा है अपनी जिम्मेदारी

मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. एस.के. वर्मा बताते हैं कि इस जन-अभियान में सभी विभागों की समन्वित भूमिका है। हर विभाग इसकी सफलता में अपने अपने स्तर पर प्रयासरत है। युवाओं और विद्यार्थियों को तंबाकू और अन्य नशे के दुष्प्रभावों से बचाने के लिए निरंतर गतिविधियां चलाई जा रही हैं, ताकि नई पीढ़ी स्वस्थ, रचनात्मक और नशामुक्त जीवन की ओर अग्रसर हो सके। तंबाकू मुक्त युवा अभियान 3.0 आज ऊना में केवल एक स्वास्थ्य कार्यक्रम नहीं, बल्कि एक सकारात्मक सामाजिक परिवर्तन का प्रतीक बन रहा है।

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आपदा जोखिम न्यूनीकरण को लेकर ग्रामीणों को किया जागरूक
अंब और नैहरियां में गीत-संगीत के जरिए बताई आपदा प्रबंधन और सुरक्षित भवन निर्माण तकनीकें

ऊना, 24 अक्तूबर। जिला आपदा प्रबंधन एवं प्राधिकरण ऊना द्वारा आयोजित आपदा जोखिम न्यूनीकरण और समर्थ कार्यक्रम 2025 के तहत शुक्रवार को अंब और नैहरियां में लोगों को भूकंप सुरक्षित भवन निर्माण करने को लेकर जागरूक किया गया। इस दौरान सूचना एवं जन सम्पर्क विभाग से संबद्ध फोक मीडिया ग्रुप आरके कला मंच चिंतपूर्णी के कलाकारों ने लोगों को सुरक्षित भवन निर्माण के विभिन्न तौर तरीकों और मूलभूत ज्ञान से अवगत करवाया। कलाकारों ने बताया कि भवन चाहे अवासीय हों या गैर आवासीय उसका निर्माण भूकंपरोधी तरीके से किया जाना चाहिए ताकि किसी भी आपदा के समय जानमाल के नुकसान को रोका जा सके। भवनों में किसी भी प्रकार का संरचनात्मक बदलाव करने से पहले अभियंता से परामर्श अवश्य लें ताकि भूकम्प से होने वाले नुकसान को कम किया जा सके। कलाकारों ने लोगों को भूकंपरोधी भवन बनाने के लिए उत्तम सीमेंट मोर्टार, क्षैतिज भूकंपरोधी बैंर्ड, इंट की दीवारों का सुदृढ़ीकरण, उद्धघाटनों के जांब्स में खड़ी सुदृढ़ीकरण और नींव बनाने में प्रयोग होने वाले आवश्यक तत्वों बारे भी जागरूक किया।
यहां-यहां होंगे कार्यक्रम
इसी कड़ी में समर्थ 2025 कार्यक्रम के तहत 25 अक्तूबर को गगरेट और शिवबाड़ी तथा 26 अक्तूबर को कुनेरन और ओईल में आरके कलामंच चिंतपूर्णी के कलाकारों द्वारा नुक्कड़ नाटकों के जरिए लोगों को भूकपं सुरक्षित भवन निर्माण के साथ-साथ आपदा जोखिमों और उपायों बारे जागरूक किया जाएगा।

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नगर निगम ऊना में प्रधानमंत्री आवास योजना (शहरी) 2.0 के तहत कार्यक्रम आयोजित, 117 लाभार्थियों को वितरित किए 3 करोड़ रूपये के स्वीकृति पत्र
ऊना, 24 अक्तूबर। प्रधानमंत्री आवास योजना (शहरी) 2.0 अंगीकार के द्वितीय चरण के तहत नगर निगम ऊना में शुक्रवार को एक विशेष कार्यक्रम का आयोजन किया गया। कार्यक्रम की अध्यक्षता नगर निगम ऊना के संयुक्त आयुक्त मनोज कुमार ने की। इस अवसर पर उन्होंने योजना के 117 लाभार्थियों को स्वीकृति पत्र वितरित किए।
संयुक्त आयुक्त मनोज कुमार ने बताया कि प्रधानमंत्री आवास योजना (शहरी) 2.0 के द्वितीय चरण में नगर निगम ऊना के 117 पात्र लाभार्थियों को कुल लगभग 3 करोड़ रुपये की वित्तीय सहायता स्वीकृत की गई है। प्रत्येक लाभार्थी को 2.5 लाख की सहायता राशि चार किस्तों में प्रदान की जाएगी। पहली किस्त 70 हज़ार नींव तक कार्य पूर्ण होने पर, दूसरी किस्त 60 हज़ार छत तक कार्य पूर्ण होने पर, तीसरी और चौथी किस्त 60-60 हज़ार रूपये छत डालने और संपूर्ण निर्माण पूरा होने पर जारी की जाएगी।
संयुक्त आयुक्त ने लाभार्थियों से आग्रह किया कि वे योजना के दिशा-निर्देशों का पालन करते हुए शीघ्रता से अपने मकानों का निर्माण कार्य आरंभ करें और एक वर्ष के भीतर इसे पूरा करें। उन्होंने बताया कि पात्र परिवार योजना का लाभ लेने के लिए यूनिफाइड वेब पोर्टल के माध्यम से भी आवेदन कर सकते हैं।


इसके अतिरिक्त सामाजिक विकास विशेषज्ञ मनोज कुमार ने बताया कि ऊना जिले के विभिन्न शहरी निकायों में कुल 256 आवासों को स्वीकृति दी गई है। इनमें नगर निगम ऊना में 117, नगर परिषद संतोखगढ़ में 30, नगर परिषद मैहतपुर-बसदेहड़ा में 13, नगर पंचायत अंब में 36, नगर पंचायत बंगाणा में 40, नगर पंचायत दौलतपुर चौक में 9, नगर पंचायत गगरेट में 4 और नगर पंचायत टाहलीवाल में 7 आवास शामिल हैं। इन सभी लाभार्थियों को मिलाकर कुल 6.40 करोड़ की वित्तीय सहायता प्रदान की जाएगी।


कार्यक्रम के दौरान अर्बन प्लानर अंजू सोनी और सिविल इंजीनियर आदित्य पाठक ने लाभार्थियों को भवन निर्माण से संबंधित तकनीकी जानकारी दी। उन्होंने भूकंप-रोधी निर्माण तकनीक, फ्रेम्ड स्ट्रक्चर, तथा हरित एवं पर्यावरण-अनुकूल निर्माण पद्धतियों के बारे में विस्तृत रूप से जानकारी साझा की। इसके साथ ही, अधिकारियों ने लाभार्थियों को पी.एम. सूर्य घर मुफ्त बिजली योजना के तहत अपने घरों की छतों पर सोलर सिस्टम स्थापित कर बिजली बिल शून्य करने हेतु प्रेरित किया।

कार्यक्रम में सहायक अभियंता अंकुश राणा, अर्बन प्लानर अंजू सोनी, विजय कुमार, अंबिका, बबली, मनी कुमारी, राजविंदर कौर, नगर निगम ऊना के अन्य कर्मचारी एवं प्रधानमंत्री आवास योजना (शहरी) 2.0 के लाभार्थी उपस्थित रहे।