बंद सड़कों व पेयजल योजनाओं की बहाली के लिए अधिकारियों को दिए निर्देशः उपायुक्त
भारी बरसात को देखते हुए लोग डीडीएमए द्वारा जारी दिशा-निर्देशों की अनुपालना सुनिश्चित बनाएं
बिलासपुर, 01 सितंबरः उपायुक्त बिलासपुर राहुल कुमार ने कहा कि जिला में हो रही भारी बारिश के कारण बंद हुई सड़कों एवं पेयजल योजनाओं की बहाली के लिए संबंधित विभागीय अधिकारियों को निर्देश दे दिए गए हैं। जिला के सभी एसडीएम व तहसीलदारों को भी अपने-अपने क्षेत्रों में निगरानी बनाए रखने के निर्देश दिये हैं। साथ ही कानूनगो, पटवारियों सहित अन्य फील्ड स्टाफ को भी फील्ड में तैनात रहकर लोगों को हुए नुकसान की जल्द रिपोर्ट तैयार करने को भी कहा गया है ताकि प्रभावितों को तुरंत मदद उपलब्ध करवाई जा सके।
उन्होंने लोगों से मानसून मौसम को देखते हुए राज्य या जिला आपदा प्रबंधन प्राधिकरण द्वारा समय-समय पर जारी दिशा-निर्देशों की अनुपालना सुनिश्चित बनाने का भी आह्वान किया है। साथ ही कहा कि बारिश को ध्यान में रखते हुए लोग अनावश्यक तौर पर यात्रा करने से बचें तथा जरूरी होने की स्थिति में यात्रा करते वक्त पूरी सतर्कता व एहतियात बरतें। उन्होंने कहा कि भारी बारिश के कारण नदी-नालों के जलस्तर में अचानक वृद्धि होने की भी संभावना बनी रहती है, ऐसे में लोग नदी-नालों से दूरी बनाए रखें ताकि किसी प्रकार की कोई अप्रिय घटना घटित न हो।
उपायुक्त ने कहा कि मौसम विभाग द्वारा जिला में रेड अलर्ट जारी होने की स्थिति में सभी शिक्षण संस्थानों एवं आंगनबाड़ी केन्द्रों को आज बंद रखा गया है तथा देर शाम तक मौसम की स्थिति का आकलन करने के उपरान्त आगे शिक्षण संस्थानों को बंद रखना है या नहीं इसका निर्णय लिया जाएगा।
उन्होंने कहा कि मानसून मौसम के दौरान जिला में अब तक लगभग 125 करोड़ रूपये से अधिक का नुकसान आंका जा चुका है। जिसमें लोक निर्माण विभाग का लगभग 90 करोड़, जलशक्ति विभाग का लगभग 25 करोड़ रूपये का नुकसान शामिल है। इसके अतिरिक्त बिजली बोर्ड तथा पशु पालन विभाग को भी नुकसान हुआ है। उन्होंने बताया कि जिला में भारी बरसात के कारण लोक निर्माण विभाग की 26 सड़कें बंद हैं तथा जल शक्ति विभाग की 48 पेयजल योजनाएं प्रभावित हुई हैं। इसके अलावा जिला में लगभग 2.69 करोड़ रूपये का संरचनात्मक नुकसान भी आंका गया है। उन्होंने बताया कि बरसात के कारण अब तक जिला में तीन पक्का घर, 10 कच्चा घर, चार दुकानें, चार स्टोर, 32 किचन, 6 शौचालय तथा 282 गौशालाएं भी प्रभावित हुई हैं। इसके अलावा इस बरसात में अब तक विभिन्न कारणों से 18 लोगों की मृत्यु भी दर्ज हुई है।
उपायुक्त ने कहा कि संबंधित विभागीय अधिकारियों को जहां बंद सड़कों को खोलने तथा पेयजल आपूर्ति योजनाओं को पुनः सुचारू बनाने के निर्देश दे दिए हैं तो वहीं जिला के सभी एसडीएम सहित राजस्व विभाग के तमाम अधिकारियों व कर्मचारियों को भी लोगों को हुए नुकसान का आकलन करने तथा राहत मैनुअल के तहत तुरंत राहत जारी करने के भी निर्देश दिए गए हैं। इसके अतिरिक्त भारी बरसात के कारण किसी का भी घर असुरक्षित होता है तो संबंधित एसडीएम को तुरंत ऐसे लोगों व परिवारों को सुरक्षित स्थान उपलब्ध करवाने तथा आपदा राहत मैनुअल के राहत तुरंत राहत उपलब्ध करवाने को भी कहा गया है।
राहुल कुमार ने कहा कि जिला में भारी बारिश के कारण राष्ट्रीय राजमार्ग भी समलेटू व थापना में भारी भूस्खलन के चलते प्रभावित हुआ है। ऐसे में वाहन चालकों से यात्रा करते समय पूरी सतर्कता बरतने का भी आह्वान किया है। उन्होंने कहा कि किसी भी आपात स्थिति में लोग जिला आपदा प्रबंधन प्राधिकरण के हेल्पलाइन 1077 या राज्य आपदा हेल्पलाइन 1070 पर संपर्क कर सकते हैं।
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भारी वर्षा के अलर्ट के चलते 2 सितम्बर को बिलासपुर जिले के शैक्षणिक संस्थान रहेंगे बंद
बिलासपुर, 1 सितम्बर-भारत मौसम विज्ञान विभाग, शिमला ने 2 सितम्बर, 2025 को जिला बिलासपुर के लिए भारी वर्षा का ऑरेंज अलर्ट जारी किया है। विभाग ने चेतावनी दी है कि भारी वर्षा के कारण भूस्खलन, अचानक बाढ़, पेड़ों के गिरने, सड़कों के अवरुद्ध होने जैसी घटनाएं घटित हो सकती हैं, जिससे जनजीवन एवं सार्वजनिक सुरक्षा को गंभीर खतरा उत्पन्न हो सकता है।
जिला दंडाधिकारी एवं अध्यक्ष, जिला आपदा प्रबंधन प्राधिकरण बिलासपुर राहुल कुमार (आईएएस) ने मौसम की गंभीर परिस्थितियों और जनसुरक्षा को ध्यान में रखते हुए आपदा प्रबंधन अधिनियम-2005 की धारा 30(व) एवं 34(म) के अंतर्गत आदेश जारी किया है कि जिले के सभी सरकारी/निजी कॉलेज, शैक्षणिक संस्थान, नर्सिंग संस्थान, व्यावसायिक प्रशिक्षण संस्थान, पॉलीटेक्निक कॉलेज, आईटीआई तथा आंगनवाड़ी केंद्र 2 सितम्बर, 2025 को बंद रहेंगे। हालांकि, आवासीय कॉलेज एवं चिकित्सा स्वास्थ्य संस्थान इस आदेश से बाहर रहेंगे।
उन्होंने कहा कि संस्थान प्रमुख यह सुनिश्चित करेंगे कि आदेश का कड़ाई से पालन हो। शैक्षणिक संस्थानों के अध्यापक एवं गैर-अध्यापक कर्मचारी अवकाश पर नहीं रहेंगे और उन्हें शिक्षा निदेशक, शिमला द्वारा दिनांक 1 सितम्बर, 2025 को जारी आदेशों का अनुपालन करना होगा। विद्यार्थियों को शैक्षणिक गतिविधियों से जोड़े रखने हेतु ऑनलाइन कक्षाएं संचालित करने के लिए हर संभव प्रयास किए जाएं।
जिला दंडाधिकारी राहुल कुमार ने कहा कि यह कदम पूरी तरह से एहतियाती तौर पर उठाया गया है ताकि किसी भी अप्रिय घटना से बचा जा सके।