चंडीगढ़, 1 सितंबर, 2025- हरियाणा के माननीय राज्यपाल श्री असीम कुमार घोष व उनकी धर्मपत्नी श्रीमती मित्रा घोष ने राष्ट्रीय टीबी उन्मूलन कार्यक्रम (छज्म्च्) के तहत 5 टीबी रोगियों को पोषण संबंधी सहायता प्रदान करके गोद लिया। इस कार्यक्रम में राज्य टीबी अधिकारी डा0 राजेश राजू और डब्ल्यूएचओ के नोमिनी डा0 सुखवंत ने राज्यपाल को प्रदेश में चल रहे टीबी अभियान की वर्तमान स्थिति के बारे में अवगत करवाया।
राज्यपाल प्रो0 असीम कुमार घोष ने सोमवार को हरियाणा राजभवन में ‘निक्षय मित्र‘ के रूप में पंजीकरण करवाया और 5 टीबी रोगियों को गोद लिया। इस अवसर पर उन्होंने कहा कि हरियाणा प्रदेश को टीबी मुक्त अभियान में हर प्रकार की सहायता के लिए वे तैयार हैं। उन्होंने समाज के प्रत्येक वर्ग को इस अभियान में साथ आने और टीबी रोगियों व उनके परिवारों को इस बीमारी के खिलाफ उनकी लड़ाई में समर्थन देने का आह्वान किया। उन्होंने कहा, ‘आइए, हम सब मिलकर एक टीबी मुक्त समुदाय का निर्माण करें।‘
उन्होंने कहा कि सामुदायिक सहायता कार्यक्रम -‘निक्षय मित्र‘ को 9 सितंबर, 2022 को माननीया राष्ट्रपति श्रीमती द्रौपदी मुर्मू द्वारा ‘प्रधानमंत्री टीबी मुक्त भारत अभियान‘ के तहत लॉन्च किया गया था। इस पहल का उद्देश्य टीबी के इलाज के दौरान पोषण, जांच और व्यावसायिक सहायता के लिए अतिरिक्त सहायता प्रदान करके टीबी रोगियों के इलाज के परिणामों में सुधार करना है।
उन्होंने कहा कि हरियाणा में, इस पहल की शुरुआत 17 सितंबर, 2022 को की गई थी। प्रथम चरण में हरियाणा प्रदेश के लगभग 2200 गांव टीबी मुक्त हो चुके हैं। इसी प्रकार समस्त हरियाणा को टीबी मुक्त करने के लिए हरियाणा सरकार सराहनीय कार्य कर रही है। यह पहल समुदाय के विभिन्न सदस्यों, जैसे कि व्यक्तियों, गैर-सरकारी संगठनों (एनजीओ), कॉर्पाेरेट संस्थाओं, स्वयं सहायता समूहों और धार्मिक संगठनों को ‘निक्षय मित्र‘ के रूप में टीबी रोगियों को गोद लेने के लिए प्रोत्साहित करती है।
राज्यपाल ने प्रदेश के सभी टीबी मरीजों के लिए संभावित दानदाताओं को इस लड़ाई में समर्थन देने का आह्वान किया, ताकि हर मरीज को पूर्ण पोषण मिल सके और उनका उपचार सफलतापूर्वक संपन्न हो सके। उन्होंने कहा कि यह एक सामूहिक प्रयास है जो टीबी को जड़ से खत्म करने के लिए आवश्यक है। यह कार्यक्रम टीबी मुक्त हरियाणा की दिशा में एक और महत्वपूर्ण कदम है। सभी के सहयोग और जनभागीदारी से हम जल्द ही हरियाणा को टीबी मुक्त राज्य बनाने में सफल होंगे।
इस दौरान राज्यपाल के सचिव श्री डी.के बेहरा, वरिष्ठ निजी सचिव श्री जगन नाथ बैंस, डा0 राकेश तलवार, स्टेट टीबी प्रोग्रामर डा0 जसकिरत, डा0 संदीप छाबड़ा, जिला टीबी अधिकारी भी उपस्थित रहे।