जिला चंबा से 126 बसों द्वारा प्रदान किया गया निशुल्क बस सेवा का लाभ
लगभग 5500 श्रद्धालुओं को मिल चुका है निशुल्क बस सेवा का लाभ - उपायुक्त मुकेश रेपसवाल
चंबा 1 सितंबर 2025,उपायुक्त चंबा मुकेश रेपसवाल ने जानकारी देते हुए कहा कि हाल ही में श्री मणिमहेश यात्रा के दौरान जिला चंबा में हुई भारी वर्षा के कारण विभिन्न स्थानों पर फंसे श्रद्धालुओं के लिए जिला प्रशासन द्वारा निशुल्क बस सेवा आरंभ की गई है। हिमाचल प्रदेश सरकार के दिशा निर्देशानुसार यात्रियों को सुरक्षित निकालने के लिए 29 अगस्त से हिमाचल पथ परिवहन निगम के माध्यम से निरंतर निशुल्क बस सेवाएं उपलब्ध करवाई जा रहीं हैं। उन्होंने बताया कि 29 अगस्त को चंबा व कलसुई से पठानकोट व कांगड़ा के लिए कुल 36 बसों को भेजा गया जिसमें कुल 1507 यात्रियों को रवाना किया गया, 30 अगस्त को भी चंबा व कलसुई से पठानकोट व कांगड़ा के लिए कुल 46 बसों को भेजा गया जिसमें कुल 1950 यात्रियों को रवाना किया गया, 31 अगस्त को कलसुई व चंबा से पठानकोट व कांगड़ा के लिए 41 बसों को भेजा गया जिसमें 1860 यात्रियों को निशुल्क यात्रा का लाभ प्रदान किया गया। उन्होंने जानकारी देते हुए बताया कि 1 सितंबर को कलसुई व चंबा से पठानकोट व कांगड़ा के लिए 3 बसों द्वारा कुल 126 यात्रियों को घर भेजा गया।
उन्होंने बताया कि 29 अगस्त से लेकर 1 सितंबर तक कुल 126 बसों द्वारा लगभग 5500 यात्रियों को हिमाचल पथ परिवहन निगम द्वारा निशुल्क बस सेवा प्रदान की गयी है। उपायुक्त ने बताया कि यात्रा मार्ग के शेष श्रद्धालुओं के लिए भी हिमाचल पथ परिवहन की निशुल्क परिवहन सुविधा निरंतर जारी है।
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उपायुक्त चंबा की निगरानी में सुविधाएं बहाल करने के लिए दिन रात कार्य कर रहे हैं अधिकारी व कर्मचारी,
फील्ड में उतरकर कार्यों की स्वयं निगरानी कर रहे हैं उपायुक्त मुकेश रेपसवाल
चंबा 1 सितंबर 2025,जिला चंबा में भारी बारिश के कारण प्रभावित पेयजल, सड़क, तथा विद्युत सेवाओं की बहाली के लिए उपायुक्त मुकेश रेपसवाल की विशेष निगरानी में विभिन्न विभागों के अधिकारी-कर्मचारी दिन-रात कार्य कर रहे हैं तथा खराब मौसम व चुनौती पूर्ण भौगोलिक परिस्थितियों के बावजूद विभिन्न जन सुविधाओं को बहाल करने में सफल हो रहे हैं जिसके परिणाम स्वरूप जिला के अधिकांश हिस्सों में बिजली व पानी की आपूर्ति बहाल हो गई है जबकि शेष क्षेत्रों में जन सुविधाओं की बहाली के लिए अथक प्रयास जारी हैं। इसी प्रकार सड़क सुविधाओं की बहाली के लिए राष्ट्रीय राजमार्ग 154 ए सहित अन्य सभी प्रमुख सड़क मार्गों के अलावा ग्रामीण सड़कों की बहाली के लिए भी संबंधित विभागों के अधिकारी व कर्मचारी निरंतर कार्यरत हैं।
योजनाओं की बहाली के लिए जुटे विभागीय अधिकारियों व कर्मचारियों को दिशा निर्देश व मार्गदर्शन प्रदान करने के लिए उपायुक्त मुकेश रेपसवाल स्वयं अधिकारियों के साथ लगातार फील्ड में जा रहे हैं तथा कार्य कर रहे अधिकारियों व कर्मचारियों का हौसला बढ़ाने के साथ-साथ उनकी सुरक्षा व सुविधाओं बारे भी उच्च अधिकारियों को निर्देश दे रहे हैं।
विद्युत आपूर्ति बहाली के विषय में विद्युत विभाग के अधीक्षण अभियंता राजीव ठाकुर ने बताया कि जिला में विधुत विभाग के 80% से अधिक ट्रांसफार्मर 31 अगस्त तक चालू कर दिए गए हैं इसके अलावा 33 केवीए धरवाला सब स्टेशन को भी चालू कर दिया गया है जिसके माध्यम से 85 ट्रांसफार्मरों के माध्यम से विभिन्न क्षेत्रों में बिजली की आपूर्ति आरंभ हो गई है उन्होंने बताया कि आज शाम तक लगभग 50 अन्य ट्रांसफॉमर्स के माध्यम से भी बिजली की सप्लाई बहाल होने जा रही है। लोक निर्माण विभाग के अधीक्षण अभियंता दिवाकर सिंह पठानिया ने जानकारी दी है कि जिला के सभी क्षेत्रों में विभाग के अधिकारी व कर्मचारी पूर्ण क्षमता के साथ दिन-रात कार्य कर रहे हैं तथा न्यूनतम समय अवधि में सड़क मार्गों की बहाली के लिए प्रयासरत हैं। जल शक्ति विभाग की अधीक्षण अभियंता राजेश मोंगरा ने बताया कि जल शक्ति विभाग द्वारा बारिश के कारण बाधित पेयजल योजनाओं में से अधिकतर को आंशिक रूप से बहाल कर दिया गया है तथा अन्य क्षेत्रों में विभाग की टीमें पेयजल आपूर्ति बहाल करने में जुटी हैं।
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प्राथमिकता के आधार पर श्रद्धालुओं को उपलब्ध करवाई गई सुविधाएं-उपायुक्त मुकेश रेपसवाल
चंबा, 1 सितंबर-उपायुक्त मुकेश रेपसवाल ने बताया कि श्री मणिमहेश यात्रा के श्रद्धालुओं को प्राथमिकता के आधार पर सुरक्षा, रहने खाने-पीने तथा अपने गंतव्य की तक सुरक्षित पहुंचाने के लिए ज़िला प्रशासन द्वारा प्राथमिकता के आधार पर व्यवस्थाओं को सुनिश्चित बनाया गया है।
उन्होंने बताया कि यात्रा के दौरान समूचे जिला में 23 से 25 अगस्त तक लगातार भारी वर्षा के कारण लगभग 15 हज़ार श्रद्धालु भूस्खलन के कारण भरमौर के विभिन्न क्षेत्रों में फंस गये थे। श्रद्धालुओं को सुरक्षित उनके गंतव्य तक पहुंचाने के लिए जिला प्रशासन की ओर से 27, 28 और 29 अगस्त को मेजर रेस्क्यू ऑपरेशन लॉन्च किया गया था। 27 अगस्त को जितने भी श्रद्धालु ट्रैक रूट के ऊपर थे उनको भरमौर लाया गया और सुरक्षित उनके गंतव्य तक पहुंचने के लिए जिला प्रशासन द्वारा ऑपरेशन जारी है।
उपायुक्त ने जानकारी देते हुए बताया कि सभी श्रद्धालुओं को भरमौर से चंबा सुरक्षित पहुंचाया गया इसके पश्चात चंबा से आगे एचआरटीसी और स्थानीय लोगों के सहयोग से सभी को अपने-अपने गंतव्य तक भेजा गया। उपायुक्त ने प्रशासन की ओर से उन सभी लंगर समितियों और स्थानीय लोगों का आभार जताया जिन्होंने इस मुश्किल समय में पूरे ऑपरेशन के दौरान श्रद्धालुओं को सुरक्षित चंबा पहुंचाने और विभिन्न प्रकार की सेवाएं उपलब्ध करवाने के लिए प्रशासन का सहयोग किया।
उपायुक्त मुकेश रेपसवाल ने यह भी बताया कि बताया कि भरमौर में लगभग 15 हज़ार श्रद्धालु मौजूद थे जिसमें से 10 हज़ार से ज्यादा श्रद्धालुओं को सुरक्षित उनके गंतव्य तक पहुंचाया जा चुका है, लगभग 3 से 4 हज़ार के बीच श्रद्धालु अभी भी भरमौर में है जिनका भरमौर प्रशासन और स्थानीय लोगों के सहयोग से ठहरने और खाने-पीने का पूर्ण व्यवस्था की गई है। उन्होंने बताया कि शेष बचे सभी श्रद्धालुओं को सुरक्षित उनके गंतव्य तक जल्द पहुंचाया दिया जाएगा।
उन्होंने जिला भर में हुई भारी बारिश से हुए नुकसान का जिक्र करते हुए कहा कि नुकसान का आकलन करना मुश्किल है। उन्होंने बताया कि राष्ट्रीय राजमार्ग पर बग्गा से दुरगेठी के बीच लगभग 15 से 20 ऐसे बड़े-बड़े स्लाइस है जिनको ठीक करने में अभी काफी समय लगेगा।
उपायुक्त ने लोक निर्माण विभाग की प्रशंसा करते हुए कहा कि विभाग की ओर से राष्ट्रीय राजमार्ग की बहाली करने के लिए दिन रात प्रभावी सुनिश्चित बनाया जा रहा है।
उन्होंने बताया कि जल शक्ति विभाग और एचपीएससीबीएल के अधिकारियों ने भी बहुत बेहतरीन कार्य किया है जिन्होंने भारी वर्षा होने के बावजूद भी भरमौर में समय रहते बिजली और पानी की व्यवस्था को पूर्ण रूप से सुचारू रखा।
उपायुक्त ने बताया कि पुलिस, एनडीआरएफ की टीम ने बहुत ही बेहतरीन कार्य किया जिन्होंने एक दिन के भीतर लगभग साढ़े 9 हज़ार यात्रियों को उस रूट से सुरक्षित निकला जो पूर्ण रूप से क्षतिग्रस्त हो चुका था।
उन्होंने समस्त जिला ज़िला वासियों सहित विभिन्न व्यवस्थाओं के लिए पठानकोट एवं डोडा जिला प्रशासन का भी आभार व्यक्त किया है।
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भारी वर्षा के कारण पांगी घाटी की प्रमुख सड़क (बीआरओ रोड) को भारी नुकसान,
सड़क मार्गों व पेयजल आपूर्ति की बहाली के लिए कार्य युद्ध स्तर पर जारी - रमन घरसंगी
चंबा 1 सितंबर 2025,जिला चंबा के जनजातीय उप मंडल पांगी में 24 अगस्त 2025 से हुई भारी वर्षा के कारण घाटी का मुख्य सड़क मार्ग जो कि सीमा सडक संगठन के अन्तर्गत आता है को भारी नुकसान हुआ है। सिद्ध मंदिर के पास कलवर्ट भारी वर्षा के कारण पूरी तरह से टूट चुका है जिस कारण यातायात बाधित हो गया है, महालू नाला पर बना मुख्य पुल (वैली ब्रिज) के नजदीक मुख्य सड़क भी क्षतिग्रस्त हो चुकी है, घरवास में बना मुख्य पुल जो कि सीमा सड़क संगठन ने बनाया है वह भी क्षतिग्रस्त हो चुका है जिस कारण लोगों को आने जाने में काफी मुशिकल हो रही है। यह जानकारी आवासीय आयुक्त पांगी रमन घरसंगी ने आज दी। उन्होंने बताया कि सड़क मार्ग की बहाली के लिए सीमा सड़क संगठन द्वारा युद्ध स्तर काम किया जा रहा है।
आवासीय आयुक्त पांगी ने बताया कि भारी वर्षा के कारण लोक निर्माण विभाग की सड़कों को भी क्षति हुई है। लोक निर्माण विभाग के अधिशाषी अभियन्ता को शीघ्र सडकें खोलने के लिए निर्देश दिए जा चुके है तथा 11 जेसीबी मशीनें, एक डोजर व एक टिपर को काम पर लगाया गया है। अधियाशी अभियन्ता द्वारा स्थान-स्थान पर स्वयं जा कर काम का जायजा लिया जा रहा है। उपमंडल मुख्यालय किलाड से गुजराल नाला - हुडान सडक भी काफी क्षतिग्रस्त है तथा उसमें बना कलवर्ट भी बर्षा के कारण बह गया है। करयास नाले पर बना कलवर्ट भी क्षतिग्रस्त हो चुका है यातायात के लिए अतिरिक्त कटिंग करके रास्ता बनाया गया है। किलाड से साच पास सड़क 1 सितंबर की शाम तक साच पास तक खुल जाने की संभावना है जबकि साच पास से चम्बा की ओर सड़क मार्ग सतरूड़ी, करथ नाला, कालाबन व रानीकोट नामक स्थान पर बंद है जिसे खोलने के लिए भी युद्धस्तर काम किया जा रहा है, उन्होंने बताया कि उनके द्वारा स्वयं कार्य प्रगति की निगरानी की जा रही है तथा विभाग को जल्द से जल्द सड़कों को खोलने के निदेश दिए गये हैं।
रमन घरसंगी ने बताया कि जलशक्ति विभाग द्वारा भी बाधित पेयजल योजना की बहाली के लिए युद्ध स्तर पर कार्य करते हुए 90% पानी की सप्लाई बहाल कर दी है जबकि 10 प्रतिशत शेष पेयजल आपूर्ति संबंधी कार्य को शीघ्र पूरा किया जा रहा है।
उन्होंने बताया कि खाद्य नागरिक एंव आपूर्ति विभाग के पास घरेलू सिलेंडर 4488 भरे हुए है इसके अलावा 3475 व्यावसयिक सिलेंडर भी भरे हुए है इसके अतिरिक्त पांगी के थोक गोदामों में 5557 किवंटल गेहूं, 3281 क्विंटल चावल, 2309 किंवटल आटा,1249 किंवटल चीनी, 506943 लीटर खाद्य तेल के अलावा 19 किंक्टल नमक उपलब्ध है जो कि इस क्षेत्र में एक माह से भी अधिक समय के लिए पर्याप्त है।
उन्होंने जानकारी दी कि मोबाइल नेटवर्क जो कि भारी वर्षा के कारण जिओ कंपनी की ऑप्टिकल फाइबर केबल काफी जगहों पर क्षतिग्रस्त हो चुकी थी जिस कारण पांगी घाटी के मुख्यालय किलाड में 25.8.2025 से 29.08.2025 तक जियो का नेटवर्क नहीं था को 30.08.2025 को पुनः बहाल कर दिया गया है।