पंचकूला 14.08.25-: स्वदेश सुरक्षा एवं स्वावलंबन अभियान के तहत पंचकूला में स्वदेशी अपनाओ–विदेशी भगाओ का संदेश देने वाले कार्यक्रमों की कड़ी मंगलवार को सेक्टर-16 स्थित अग्रवाल भवन में देखने को मिली। यहां प्रतिभा सम्मान एवं उद्यमिता प्रोत्साहन समारोह–2025 का भव्य आयोजन हुआ, जिसमें हरियाणा के शिक्षा मंत्री महिपाल ढांडा ने मुख्य अतिथि के रूप में शिरकत की। कार्यक्रम का उद्देश्य स्थानीय उद्यमिता को बढ़ावा देना और जन-जन में स्वदेशी की भावना को प्रबल करना था। शुरुआत दीप प्रज्वलन के साथ हुई, जिसके बाद बच्चों ने स्वदेशी पर आधारित नृत्य-नाटिका और नुक्कड़ नाटक प्रस्तुत कर दर्शकों से खूब वाहवाही लूटी। पूरा माहौल विदेशी कंपनियां भारत छोड़ो और स्वदेशी अपनाओ जैसे नारों से गूंज उठा। बच्चों ने हाथों में तख्तियां लेकर स्थानीय उत्पादों के प्रयोग और आत्मनिर्भर बनने का संदेश दिया।
इस मौके पर उतर भारत के संघ संचालक बलवीर जी ने उपस्थित नागरिकों को संकल्प दिलवाया कि वे अपने दैनिक जीवन में भारतीय उत्पादों को प्राथमिकता देंगे, विदेशी वस्तुओं का बहिष्कार करेंगे और अपने आस-पास के लोगों को भी इसके लिए प्रेरित करेंगे। यह आयोजन 9 अगस्त 1942 के ऐतिहासिक “अंग्रेजों भारत छोड़ो आंदोलन” की स्मृति में किया गया, जिसने स्वतंत्रता संग्राम को नई ऊर्जा दी थी।
शिक्षा मंत्री महिपाल ढांडा ने अपने सम्बोधन मे कहा कि आज भारत ने 2047 तक विकसित राष्ट्र बनने का संकल्प लिया है और इस यात्रा में स्वदेशी की भूमिका निर्णायक होगी। स्वदेशी सिर्फ एक आर्थिक नीति नहीं, बल्कि आत्मसम्मान, आत्मनिर्भरता और देशभक्ति का प्रतीक है। 1905 के बंगाल विभाजन के समय जब स्वदेशी आंदोलन शुरू हुआ था, तब से लेकर आज तक यह विचार देश को एकजुट करता रहा है। स्वदेशी अपनाने से देश की अर्थव्यवस्था मजबूत होगी, रोजगार के अवसर बढ़ेंगे और हमारी संस्कृति-संस्कार आने वाली पीढ़ियों तक सुरक्षित रहेंगे।
इस मौके पर कार्यक्रम के मुख्य संयोजक राजेश गोयल ने कहा कि यह अभियान उन ताकतों को जवाब है जो भारत की आर्थिक और सांस्कृतिक जड़ों को कमजोर करना चाहती हैं। स्वदेशी अपनाकर हम न केवल विदेशी निर्भरता को कम कर सकते हैं बल्कि “मेक इन इंडिया” को वैश्विक पहचान दिला सकते हैं।