असंध, 28.09.25- हरियाणा ग्रामीण विकास संस्थान, नीलोखेड़ी के निदेशक डॉ. वीरेंद्र सिंह चौहान ने राहड़ा गांव में ग्रामीणों को संबोधित करते हुए कहा कि पराली जलाने से मिट्टी की उर्वरता कम होती है और यह प्रदूषण व स्वास्थ्य के लिए हानिकारक है। उन्होंने किसानों को पराली का प्रबंधन कर उसे पशु चारे, जैविक खाद और बायोगैस जैसे उपयोगी स्रोतों में बदलने की सलाह दी। इस अवसर पर ग्राम पंचायत को आई.एस.ए.पी. फाउंडेशन द्वारा दी गई बेलर मशीन सौंपी गई। उन्होंने कहा कि आई.एस.ए.पी. टिकाऊ खेती और पर्यावरण संरक्षण में सहयोग कर रहा है। ग्रामीणों ने पराली न जलाने व स्वदेशी वस्तुएँ अपनाने का संकल्प लिया।
इस अवसर पर सरपंच प्रतिनिधि रणदीप, ग्रामोदय अभियान के नरेंद्र राणा, समाजसेवी रिंकल राणा, सुरेंद्र रोजड़ा तथा भारतीय जनता पार्टी के बल्ला मंडल के पूर्व अध्यक्ष संदीप सैनी, रविन्द्र रोजड़ा, रविन्द्र राणा, बबली राणा, मंदीप राणा, प्रवीण राणा, सुभाष राणा, सोमपाल पंच, गौरव सहित बड़ी संख्या में किसान मौजूद रहे। सभी ने डॉ. वीरेंद्र सिंह चौहान के आह्वान की सराहना की और इसे गाँव-गाँव तक पहुँचाने का वचन दिया।