वैश्य समाज द्वारा सामाजिक व धार्मिक कार्यों में लगभग 62 प्रतिशत पैसा खर्च किया जा रहा है- बजरंग गर्ग
अग्रवाल समाज महाराजा अग्रसेन जी के आदर्शों पर चलकर देश व प्रदेश में सामाजिक व धार्मिक कार्यों में लगा हुआ है- बजरंग गर्ग
केंद्र व प्रदेश की सरकारों को सबसे ज्यादा टैक्स वैश्य समाज दे रहा है- बजरंग गर्ग
वैश्य समाज ने देश व विदेशों में व्यापार व उद्योग जगत में अपनी अलग पहचान में बनाई है- बजरंग गर्ग
सरकार को अपनी घोषणा के अनुसार अग्रोहा-फतेहाबाद-सिरसा को रेलवे लाइन से जोड़ने का काम करना चाहिए- बजरंग गर्ग
केंद्र सरकार को महाराजा अग्रसेन जी की नगरी अग्रोहा को पर्यटन स्थल बनाना चाहिए- बजरंग गर्ग
हिसार, 14.09.25-- अग्रवाल समाज के प्रतिनिधियों की मीटिंग अग्रोहा धाम के राष्ट्रीय कार्यकारी अध्यक्ष व हरियाणा प्रदेश व्यापार मंडल के प्रांतीय अध्यक्ष बजरंग गर्ग की अध्यक्षता में हुई। इस मीटिंग में समाज के संगठन को पहले से ज्यादा मजबूत करने पर विचार किया गया। अग्रोहा धाम वैश्य समाज के राष्ट्रीय कार्यकारी अध्यक्ष बजरंग गर्ग ने उपस्थित समाज में प्रतिनिधियों को संबोधित करते हुए कहा कि अग्रवाल समाज महाराजा अग्रसेन जी के आदर्शों पर चलकर देश व प्रदेश में सामाजिक व धार्मिक कार्यों में लगा हुआ है। यहां तक की वैश्य समाज द्वारा सामाजिक व धार्मिक कार्यों में लगभग 62 प्रतिशत पैसा खर्च किया जा रहा है। यहां तक की केंद्र व प्रदेश की सरकारों को सबसे ज्यादा टैक्स वैश्य समाज दे रहा है। वैश्य समाज ने देश व विदेशों में व्यापार व उद्योग जगत में अपनी अलग पहचान में बनाई है। बजरंग गर्ग ने कहा कि अग्रोहा महाराजा अग्रसेन जी की धर्म नगरी है, जिसके साथ देश की जनता की आस्था जुड़ी हुई है। सरकार को अपनी घोषणा के अनुसार अग्रोहा-फतेहाबाद-सिरसा को रेलवे लाइन से जोड़ने का काम करना चाहिए जबकि केंद्र सरकार ने 93 किलोमीटर हिसार-अग्रोहा-सिरसा रेलवे लाइन जोड़ने की योजना को केंद्रीय वार्षिक रेलवे बजट में पास की हुई है मगर अग्रोहा को रेलवे लाइन से जोड़ने का काम अभी तक शुरू नहीं हुआ है, जिसके कारण देश के कौने-कौने से आने वाले यात्रियों को बड़ी भारी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है।
बजरंग गर्ग ने कहा कि केंद्र सरकार को महाराजा अग्रसेन जी की नगरी अग्रोहा को पर्यटन स्थल बनाना चाहिए। सरकार को अग्रोहा के विकास के लिए विशेष पैकेज देना चाहिए ताकि अग्रोहा में रुके हुए विकास कार्यों को पूरा करवाया जा सकें।
इस अवसर पर प्रमुख समाजसेवी राजेश केडिया, नरेश केडिया, बाबूराम जिन्दल, कृष्ण फोगला, मुकेश डालमिया, सुशील सिंगला, प्रमोद गर्ग, नरेश बंसल, रवि केडिया, पवन अग्रवाल, रतनलाल गर्ग, अजीत बंसल, राम भगत बंसल, लक्ष्मी नारायण लोहिया, विनोद गोयल, पवन तलवंडी, दिनेश ट्रॉली, जगदीश केडिया, गोविंद बंसल, महावीर तलवंडी, मोनू झुमपा, तेजपाल संतानी, भादर मल, विजय विधवानी, महेंद्र घाटोली, अशोक गतौली, बहादुर माल गोयल, बजरंग बंसल, नवीन केडिया, हर्ष केडिया, सुशील सिंगला, घनश्याम बड़वा, नितिन, लालचंद दलाल, महेंद्र केडिया, आशीष गंगवा, प्रभु दयाल, संतलाल, शंकर डालमिया, देवी लाल झुमका, वेद केडिया, सज्जन मंडोली, रतन बंसल, प्रेम बंसल, सुरेश गोयल, निर्मल शुद्ध, रतन सूरत, सुरेंद्र बड़वा, राजेंद्र फोगला, राजेश लाडवा, रामनिवास तलवंडी, सुरेंद्र दलाल, नरेश कुमार आदि प्रतिनिधियों ने अपने विचार रखें।