माता श्री चिंतपूर्णी महोत्सव-2025 के लिए ऑडिशन आरंभ
सुरीले साजों और सुरमयी लहरियों से गूंजा अंब कॉलेज सभागारअंब(ऊना), 3 नवम्बर. हिमाचल में धार्मिक एवं सांस्कृतिक पर्यटन को नई दिशा देने वाले माता श्री चिंतपूर्णी महोत्सव के दूसरे संस्करण की तैयारियां जोर-शोर से चल रही हैं। इसी कड़ी में महोत्सव की सांस्कृतिक संध्याओं के लिए ऑडिशन सोमवार को अंब कॉलेज के सभागार में उत्साहपूर्ण माहौल में आरंभ हुए।पहले दिन ऊना, चंबा और कांगड़ा जिलों से पहुंचे युवा कलाकारों ने अपनी मनमोहक प्रस्तुतियों से पूरे सभागार को सुर, ताल और उमंग के रंगों में रंग दिया। सुरमयी गायन, भावपूर्ण नृत्य और मधुर साजों की धुनों ने वातावरण को उत्सवमय बना दिया।उपायुक्त जतिन लाल ने बताया कि 3 नवम्बर के बाद आगामी 4 और 6 नवम्बर को भी ऑडिशन अंब कॉलेज के सभागार में आयोजित किए जाएंगे। उन्होंने कहा कि इस बार की प्रस्तुतियों में लोक संस्कृति, परंपरा और सामाजिक संदेशों पर विशेष बल रहेगा।उन्होंने बताया कि ऑडिशन प्रक्रिया के लिए जिला लोक संपर्क अधिकारी ऊना की अध्यक्षता में एक समिति का गठन किया गया है, जिसमें जिला भाषा अधिकारी ऊना, अंब कॉलेज की संगीत विभाग की सहायक प्राध्यापिका तथा तहसीलदार अंब सदस्य हैं।उपायुक्त ने बताया कि नामी कलाकारों एवं राष्ट्रीय स्तर की सांस्कृतिक प्रतियोगिताओं के प्रतिभागियों और पुरस्कार विजेताओं को ऑडिशन से छूट प्रदान की गई है। अन्य कलाकार एसडीएम कार्यालय, अंब में आवेदन कर सकते हैं या अपना आवेदन ईमेल पते matashrichintpurnimahotsav@gmail.com पर भेज सकते हैं।धार्मिक एवं सांस्कृतिक पर्यटन को नई ऊंचाइयों तक ले जाने वाला यह महोत्सव इस वर्ष 14 से 16 नवम्बर तक श्रद्धा, उत्साह और उल्लास के साथ मनाया जाएगा। उल्लेखनीय है कि पिछले वर्ष 26 से 28 सितम्बर तक अंब मैदान में आयोजित महोत्सव का प्रथम संस्करण अत्यंत सफल रहा था। इस आयोजन ने न केवल श्रद्धालुओं और पर्यटकों का मन मोहा, बल्कि प्रदेश के धार्मिक-सांस्कृतिक कैलेंडर में एक विशिष्ट पहचान भी बनाई।स्मारिका में शामिल करें अपना लेखमाता श्री चिंतपूर्णी महोत्सव-2025 को यादगार बनाने के लिए एक विशेष स्मारिका प्रकाशित की जा रही है, जिसमें माता श्री चिंतपूर्णी मंदिर के गौरवशाली इतिहास, ऊना जिले की सांस्कृतिक परंपराओं, साहित्यिक चेतना तथा लोक विरासत पर आधारित लेख शामिल किए जाएंगे। इच्छुक लेखक अपने लेख 9 नवम्बर तक उपरोक्त ई-मेल पते पर भेज सकते हैं।
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जायका परियोजना के तहत सिंचाई एवं जल प्रबंधन पर एक दिवसीय कार्यशाला आयोजित
ऊना, 3 नवम्बर। हिमाचल प्रदेश फसल विविधिकरण प्रोत्साहन परियोजना (जायका) चरण - ॥ के तहत खंड परियोजना प्रबंधन इकाई ऊना द्वारा डठवाड़ा-बरेडा में एक दिवसीय प्रशिक्षण कार्यशाला का आयोजन किया गया। कार्यशाला में खंड परियोजना प्रबंधक डॉ गुलशन मनकोटिया की अध्यक्षता में सिंचाई के सिंद्धात एवं जल प्रबंधन की उपयोगी विधियों के विषय पर विस्तारपूर्वक चर्चा की गई।
डा. गुलशन मनकोटिया ने कार्यशाला में उपस्थित किसानों को जल उपयोग दक्षता बढ़ाने, सू्क्ष्म सिंचाई प्रणाली (ड्रिप एवं स्प्रिकलर), वर्षाजल संचयन तथा फसल अनुसार जल की आवश्यकता के वैज्ञानिक निर्धारण पर जानकारी दी। इस दौरान किसानों को किचन गार्डन (रसोई वाटिका) के महत्व के बारे में बताया गया तथा उन्हें जैविक खेती अपनाने के लिए प्रेरित किया गया ताकि सभी परिवारों को ताजी एवं पौष्टिक सब्जियां घर पर ही उपलब्ध हो सकें।
कृषि विशेषज्ञ रशम सूद ने कहा की जल प्रबंधन की वैज्ञानिक तकनीकों को अपनाकर कृषि उत्पादन में वृद्धि तथा भूजल संरक्षण दोनों संभव हैं। इसके साथ ही किसानो को रबी सीजन की सब्जियों के बीज भी वितरित किये गए तथा उनकी खेती की आधुनिक तकनीकें और पोषण प्रबंधन के तरीके बताए गए।
इस अवसर पर बड़ी संख्या में ग्रामीण किसानों व महिलाओं ने भाग लिया। कृषक विकास संघ के प्रधान जीत सिंह व उपस्थित सभी किसानों ने जैविक कृषि एवं सिंचाई व जल प्रबंधन जैसी महत्वपूर्ण जानकारी देने पर जायका परियोजना का आभार व्यक्त किया।
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नगर निगम ऊना में समाधान सेल का गठन, नागरिक शिकायतों के त्वरित समाधान की नई पहल
ऊना, 3 नवम्बर। नगर निगम ऊना ने नागरिक शिकायतों के त्वरित एवं प्रभावी निपटारे के उद्देश्य से “समाधान सैल” का गठन किया है। इस सैल के माध्यम से नगर निगम क्षेत्र के नागरिक अपनी स्थानीय समस्याएं जैसे सफाई व्यवस्था, जल निकासी, स्ट्रीट लाइट, निर्माण कार्य, जलभराव आदि से संबंधित शिकायतें प्रस्तुत कर सकेंगे।
नगर निगम ऊना के संयुक्त आयुक्त एवं नोडल अधिकारी मनोज कुमार ने बताया कि नगर निगम क्षेत्र की समस्याओं के समयबद्ध निवारण के लिए यह सैल एक सशक्त व्यवस्था के रूप में कार्य करेगी। उन्होंने कहा कि “समाधान सैल” की संपूर्ण निगरानी एवं समन्वय वे स्वयं करेंगे, ताकि प्रत्येक शिकायत का समाधान प्राथमिकता के आधार पर किया जा सके।
उन्होंने बताया कि इस सैल की सुनवाई सहायक अभियंता अंकुश राणा के पास होगी। नागरिक निर्धारित समय पर नगर निगम कार्यालय के कक्ष नंबर-3 में अपनी शिकायतें दर्ज करवा सकते हैं।
संयुक्त आयुक्त ने नगर निगम ऊना के नागरिकों से आग्रह किया है कि वे अपने क्षेत्र की समस्याओं के समाधान हेतु “समाधान सैल” का अधिक से अधिक उपयोग करें, जिससे नगर क्षेत्र की स्वच्छता, सुचारू व्यवस्थापन एवं नागरिक सुविधाओं में और अधिक सुधार लाया जा सके।