बल्ला, 12.10.25- हरियाणा का गौरव उसकी खेती और पशुपालन पर टिका है। जिस गांव में पशु स्वस्थ हैं, वहां परिवार संपन्न हैं, और जहां पशुपालक समर्पित हैं, वहां आत्मनिर्भरता का मार्ग स्वयं प्रशस्त होता है।”
यह बात हरियाणा ग्रामीण विकास संस्थान के निदेशक डॉ. वीरेंद्र सिंह चौहान ने आज गांव बल्ला की राजकीय पशु औषधालय में आयोजित तीन दिवसीय दुग्ध प्रतिस्पर्धा के समापन समारोह में बतौर मुख्य अतिथि अपने संबोधन में कही।उन्होंने कहा कि देसी नस्लों जैसे हरियाणा, साहीवाल, गिर और थारपारकर का संरक्षण हमारी सांस्कृतिक और आर्थिक स्वावलंबन की पहचान है।
डॉ. चौहान ने कहा कि हरियाणा सरकार की विभिन्न पशुपालन योजनाएं न केवल दूध उत्पादन बढ़ा रही हैं बल्कि ग्रामीण परिवारों की आय में भी निरंतर वृद्धि कर रही हैं।
समापन समारोह में ग्रामवासियों और पशुपालकों की उत्साही भागीदारी रही । इस अवसर पर आयोजन समिति के प्रमुख रविंदर मान ,आजाद मान, बिजेंदर पहलवान ,मुकेश, राजू पहलवान, अमरजीत पहलवान, शीला पहलवान, सत्यवान मान ,भीम पहलवान, रामपाल मान ,सोनू पहलवान और बिन्दर पहलवान ने मुख्य अतिथि डॉ. वीरेंद्र सिंह चौहान का स्वागत किया और स्मृति चिन्ह भेंट कर सम्मानित किया।