सड़क सुरक्षा समिति की बैठक में बोले उपायुक्त..सामूहिक प्रयासों से ही सड़क हादसों पर लगाम संभव
घायलों की मदद करने वालों को मिलेगी 25 हजार प्रोत्साहन राशि
ऊना, 28 अगस्त. जिला सड़क सुरक्षा समिति की बैठक वीरवार को उपायुक्त ऊना जतिन लाल की अध्यक्षता में डीआरडीए सभागार में आयोजित हुई। बैठक में सड़क सुरक्षा से जुड़े विभिन्न बिंदुओं पर चर्चा करते हुए सड़क हादसों की रोकथाम व सुरक्षित यातायात सुनिश्चित करने के लिए कई महत्वपूर्ण निर्णय लिए गए।
उपायुक्त जतिन लाल ने कहा कि सड़क सुरक्षा सामूहिक जिम्मेदारी है और सभी विभागों, संस्थाओं व नागरिकों को मिलकर इसे प्राथमिकता देनी होगी। उन्होंने संबंधित विभागों को आपसी समन्वय के साथ कार्य करने और सड़क सुरक्षा से जुड़े सभी निर्देशों का सख्ती से पालन सुनिश्चित करने के निर्देश दिए।
ब्लैक स्पॉट्स सुधारें
डीसी ने कहा कि जिले में दुर्घटना संभावित स्थानों (ब्लैक स्पॉट्स) की पहचान कर उन्हें सुधारना जरूरी है। उन्होंने निर्देश दिए कि दुर्घटनाओं के कारणों की तहकीकात कर यदि सड़क की खामियां सामने आती हैं, तो उन्हें त्वरित रूप से ठीक किया जाए और आवश्यक साइनेज लगाए जाएं।
घायलों की मदद करने वालों को मिलेगा सम्मान
जिला प्रशासन ने सड़क हादसों में घायलों की मदद करने वालों को प्रोत्साहित करने के लिए नई पहल की है। उपायुक्त ने बताया कि जिले में किसी सड़क दुर्घटना में घायल व्यक्ति की मदद करने वाले को जिला प्रशासन 25 हजार रुपये की प्रोत्साहन राशि जिला रेडक्रॉस सोसायटी के माध्यम से तत्काल उपलब्ध कराएगा। उन्होंने एसडीएम को ऐसे मामलों में तुरंत अनुशंसा भेजने को कहा। इस पहल का उद्देश्य लोगों को मानवता की भावना से आगे आकर घायल व्यक्तियों की मदद करने के लिए प्रेरित करना है।
जागरूकता और सुरक्षा पर विशेष जोर
उपायुक्त ने सभी एसडीएम को निर्देश दिए कि वे अपने-अपने क्षेत्रों में सड़क सुरक्षा को लेकर नियमित बैठकें आयोजित करें और एक समग्र सड़क सुरक्षा योजना तैयार करें। इस योजना में वर्तमान स्थिति, मुख्य समस्याएं, अब तक हुए सुधार और भविष्य की कार्ययोजना स्पष्ट रूप से अंकित हो। उन्होंने स्कूल बसों की नियमित जांच और स्कूलों में सड़क सुरक्षा शिविर आयोजित करने के भी निर्देश दिए।
नेशनल हाईवे से मिलने वाले सम्पर्क मार्गों पर लगाएं चेतावनी बोर्ड
डीसी ने जिले में प्रमुख स्थलों पर साइनेज, स्पीड ब्रेकर, उच्च गुणवत्ता वाले सीसीटीवी कैमरे तथा चौक-चौराहों पर ट्रैफिक लाइट लगाने के लिए व्यापक सर्वेक्षण कर रिपोर्ट प्रस्तुत करने को कहा। साथ ही, नेशनल हाईवे से मिलने वाले सम्पर्क मार्गों पर भी चेतावनी बोर्ड लगाए जाएं। उन्होंने ओवर स्पीड वाले स्थलों पर ट्रैफिक बल की तैनाती व सीसीटीवी लगाने पर भी बल दिया।
बैठक में एसपी ऊना अमित यादव, एसडीएम अंब सचिन शर्मा, एसडीएम बंगाणा सोनू गोयल, एसडीएम गगरेट सोमिल गौतम, संयुक्त आयुक्त नगर परिषद ऊना मनोज कुमार, जिला कल्याण अधिकारी आवास पंडित, उप निदेशक कृषि कुलभूषण धीमान, आरटीओ ऊना अशोक कुमार, एक्सईएन पीडब्ल्यूडी कुलदीप सिंह ठाकुर सहित विभिन्न विभागों के अधिकारी उपस्थित रहे।
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अंब में 29 अगस्त को लगेगा वित्तीय समावेशन शिविर
ऊना, 28 अगस्त. ऊना जिले के अंब में 29 अगस्त को एक दिवसीय वित्तीय समावेशन शिविर आयोजित किया जाएगा। यह शिविर दोपहर 2 बजे बीडीओ कार्यालय हाल, अंब में होगा, जिसमें अंब ब्लॉक की निकटवर्ती ग्राम पंचायतों के लोग भाग लेंगे।
मुख्य जिला अग्रणी बैंक प्रबंधक एस. के. सक्सेना ने बताया कि शिविर में वित्तीय समावेशन, पुनः-केवाईसी तथा सामाजिक सुरक्षा योजनाओं के प्रति आमजन को जागरूक किया जाएगा। उन्होंने कहा कि केंद्रीय वित्त मंत्रालय के निर्देशों और उपायुक्त ऊना के आदेशों के तहत जिले की प्रत्येक ग्राम पंचायत में ऐसे शिविर आयोजित किए जा रहे हैं। इसी क्रम में अंब में यह मेगा शिविर लगाया जा रहा है।
शिविर की अध्यक्षता भारतीय रिज़र्व बैंक के क्षेत्रीय निदेशक करेंगे, साथ ही इसमें विभिन्न बैंकों व विभागों के वरिष्ठ अधिकारी भी मौजूद रहेंगे। श्री सक्सेना ने सभी संबंधित विभागों, हितधारकों और आम जनता से शिविर में सक्रिय भागीदारी का आह्वान किया है।
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जिला स्तरीय नार्को समन्वय समिति की बैठक आयोजित, नशे की रोकथाम को लेकर लिए ठोस निर्णय
ऊना, 28 अगस्त। जिले में नशीली दवाओं के दुरुपयोग और तस्करी पर प्रभावी नियंत्रण सुनिश्चित करने के मकसद से जिला स्तरीय नार्को समन्वय समिति (एनकॉर्ड) की बैठक गुरुवार को उपायुक्त ऊना जतिन लाल की अध्यक्षता में डीआरडीए सभागार में आयोजित की गई। बैठक में पुलिस अधीक्षक अमित यादव, उपमंडलाधिकारी, शिक्षा, सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता सहित संबंधित विभागों के अधिकारी उपस्थित रहे। इस दौरान नशा नियंत्रण के विभिन्न पहलुओं पर गहन विचार-विमर्श किया गया।
*नशे की मांग और आपूर्ति नियंत्रण पर जोर
उपायुक्त जतिन लाल ने कहा कि नशे की रोकथाम के लिए केवल आपूर्ति को रोकना ही नहीं, बल्कि मांग को भी कम करना अत्यंत आवश्यक है। इसके लिए बहुआयामी प्रयास किए जाने होंगे जिसमें जन-जागरूकता और पुनर्वास को एक साथ जोड़ा जाए।
*स्कूल एवं कॉलेजों का नियमित दौरा करने के निर्देश
उपायुक्त ने सभी उपमंडल अधिकारियों के साथ-साथ पुलिस अधिकारियों को निर्देश दिए कि उन्हें आबंटित किए गए स्कूलों और कॉलेजों का हर माह कम से कम दो बार दौरा करें। इन दौरों के दौरान वे छात्रों को नशीले पदार्थों के दुष्प्रभावों, एनडीपीएस अधिनियम के कानूनी प्रावधानों तथा स्वस्थ जीवन शैली के बारे में जागरूक करेंगे।
*युवाओं में स्वास्थ्य जागरूकता बढ़ाने और नशा मुक्ति केंद्रों का निरीक्षण करने के निर्देश
उन्होंने स्वास्थ्य विभाग को युवाओं में मानसिक और शारीरिक स्वास्थ्य से जुड़ी समस्याओं पर जागरूकता फैलाने के लिए विशेष अभियान चलाने के निर्देश दिए। इससे नशे की ओर झुकाव को रोका जा सकेगा। साथ ही जिला में संचालित नशा मुक्ति एवं पुनर्वास केंद्रों की कार्यप्रणाली की समीक्षा करने को कहा। उपायुक्त ने कहा कि इन केंद्रों का नियमित निरीक्षण किया जाए और यह सुनिश्चित किया जाए कि वे निर्धारित मानकों के अनुरूप कार्य कर रहे हैं। इसके अलावा पुनर्वास सेवाओं की गुणवत्ता में सुधार लाने हेतु भी आवश्यक कदम उठाए जाएंगे।
*दवा विक्रेताओं के स्टॉक चैक करने के निर्देश
उपायुक्त ने जिले में कार्यरत दवा विक्रेताओं की नियमित जांच करने को कहा ताकि यह सुनिश्चित हो सके कि कोई भी नशीली दवा अवैध रूप से न बेची जा रही हो।
उपायुक्त जतिन लाल ने उपस्थित सभी विभागों के अधिकारियों से आह्वान किया कि वे नशे के खिलाफ इस लड़ाई को केवल प्रशासनिक दायरे तक सीमित न रखें, बल्कि समाज के प्रत्येक वर्ग विशेष रूप से युवाओं, शिक्षकों, अभिभावकों और स्वयंसेवी संस्थाओं को भी इसमें सक्रिय भागीदारी के लिए प्रेरित करें।
पुलिस अधीक्षक अमित यादव ने कहा कि पुलिस विभाग और जिला प्रशासन ऊना जिला को नशामुक्त बनाने के लिए प्रतिबद्ध है। इसके लिए सभी आवश्यक कदम सख्ती से उठाए जाएंगे और इस दिशा में किसी भी प्रकार की लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी।
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