मंडी शहर के अधिकांश क्षेत्रों में आज सायं तक पेयजल आपूर्ति बहाल होने की संभावना
विभागीय प्रयासों से अस्पताल क्षेत्र, पुरानी मंडी, भ्यूली सहित कई क्षेत्रों में सप्लाई सामान्य

मंडी, 6 अगस्त। जल शक्ति विभाग मंडी द्वारा त्वरित राहत कार्यों के चलते शहर के अधिकांश क्षेत्रों में पेयजल आपूर्ति बहाल कर दी गई है। अधिशाषी अभियंता जल शक्ति मंडल मंडी प्रवीण गुप्ता ने बताया कि क्षेत्रीय अस्पताल, तोम्बरा, पैलेस, सैन, भ्यूली, पुरानी मंडी और बाजार क्षेत्रों में सप्लाई पूरी तरह शुरू कर दी गई है। तल्याहड़, लाल कोठी और जेल रोड क्षेत्रों में आंशिक रूप से आपूर्ति शुरू हुई है। शेष प्रभावित क्षेत्रों में भी आज सायं तक अस्थायी रूप से जलापूर्ति बहाल कर दी जाएगी।
उन्होंने बताया कि जहां पाइपलाइन को अत्यधिक क्षति पहुंची है, वहां विभाग द्वारा प्रतिदिन 13 टैंकरों की मदद से 35 से अधिक स्थानों पर पेयजल आपूर्ति सुनिश्चित की जा रही है। 29 जुलाई को भारी वर्षा के कारण ऊहल दरिया आधारित बहाव पेयजल योजना की 450 एमएम व्यास की मुख्य पाइप लाइन ‘स्कोर’ स्थान के पास क्षतिग्रस्त हो गई थी। नगर निगम मंडी क्षेत्र के कई हिस्सों में भूस्खलन और भूमि कटाव के चलते सप्लाई लाइनों को भारी नुकसान पहुंचा, जिनमें तुंगल कॉलोनी और क्षेत्रीय चिकित्सालय क्षेत्र प्रमुख रहे।
अधिशाषी अभियंता ने बताया कि आपदा के तुरंत बाद विभाग ने त्वरित निरीक्षण कर आपातकालीन पुनरुत्थान योजना बनाई और बहाली कार्यों में 16 वेल्डिंग दलों समेत लगभग 250 तकनीकी, कुशल एवं अकुशल श्रमिकों को लगाया गया। अस्पताल क्षेत्र में क्षतिग्रस्त 65 एमएम और 80 एमएम व्यास की दो लाइनों के 200 मीटर हिस्से की मरम्मत हेतु विशेष टीमों को कार्य पर लगाया गया।
टारना टैंक से हॉस्पिटल टैंक तक जाने वाली 200 एमएम व्यास की मुख्य लाइन की भी मरम्मत शीघ्रता से की गई। जहां आवश्यकता थी, वहां एचडीपीई पाइपें बिछाकर अस्थायी रूप से जल आपूर्ति शुरू की गई। विभाग द्वारा 4 अगस्त तक अधिकांश क्षेत्रों में पेयजल बहाल कर दिया गया था, लेकिन 5 अगस्त की रात पुनः हुई वर्षा से आरडी इंडस्ट्रीज के पास भूमि धंसने से मुख्य पाइपलाइन फिर क्षतिग्रस्त हो गई थी, जिसे तत्काल प्रभाव से ठीक कर लिया गया है।

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33 केवी पंडोह-गोहर विद्युत लाइन बहाली का कार्य युद्धस्तर पर जारी


मंडी, 6 अगस्त। विभागीय कर्मचारी मौसम की विकट परिस्थितियों के बावजूद लगातार फील्ड में कार्य कर रहे हैं और आपदा से प्रभावित क्षेत्रों में विद्युत आपूर्ति बहाल करने के लिए हर संभव प्रयास किए जा रहे हैं। मंगलवार को हुई भीषण वर्षा के कारण पंडोह से गोहर तक की 33 केवी विद्युत लाइन को भारी क्षति पहुंची थी, जिसे बहाल करने का कार्य तेजी से जारी है।

इस संबंध में जानकारी देते हुए अधिशाषी अभियंता गोहर सुमित चौहान ने बताया कि इस लाइन के माध्यम से सराज और नाचन विधानसभा क्षेत्र के 500 से अधिक विद्युत ट्रांसफार्मर संचालित होते हैं। लाइन बाधित होने के चलते इन दोनों क्षेत्रों की विद्युत आपूर्ति व्यापक रूप से प्रभावित हुई है।

उन्होंने बताया कि फिलहाल आपूर्ति को बग्गी सब-स्टेशन से अस्थायी रूप से जोड़ा गया है, लेकिन पीक ऑवर्स में लोड वहन की सीमित क्षमता के कारण सराज और नाचन के कई स्थानों पर बिजली कटौती और ट्रिपिंग जैसी समस्याएं उत्पन्न हो रही हैं।

इन्हीं कारणों को देखते हुए पंडोह-गोहर 33 केवी लाइन की मरम्मत का कार्य युद्धस्तर पर प्रारंभ किया गया है। अधिशाषी अभियंता ने बताया कि विभाग का प्रयास है कि आज सायं तक यह लाइन पूरी तरह बहाल कर दी जाए, ताकि सराज और नाचन क्षेत्र में स्थित सभी ट्रांसफार्मर सुचारू रूप से कार्य कर सकें और आम जनता को स्थिर व निरंतर विद्युत आपूर्ति मिल सके।

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आंगनवाड़ी केंद्रों में रिक्त पदों को भरने के लिए अब 4 सितंबर को होंगे साक्षात्कार
खराब मौसम के कारण बदली तिथि

मंडी, 6 अगस्त। बाल विकास परियोजना मंडी सदर के अंतर्गत विभिन्न आंगनवाड़ी केंद्रों में कार्यकर्ता और सहायिकाओं के रिक्त पदों को भरने के लिए निर्धारित साक्षात्कार की तिथि में बदलाव किया गया है। पूर्व में ये साक्षात्कार 8 अगस्त को होने थे, लेकिन खराब मौसम और मार्गों के बाधित होने के कारण अब यह 4 सितंबर, 2025 को प्रातः 10 बजे आयोजित किए जाएंगे।

बाल विकास परियोजना अधिकारी मंडी सदर जितेंद्र सैणी ने जानकारी दी कि यह साक्षात्कार उनके कार्यालय परिसर में लिए जाएंगे। यह पद आंगनवाड़ी केंद्र बिनोल, धार, पंजेठी, मंगवाई-दो, रूहज, गदयाहण, पुरानी मंडी-एक, मन्याणा-एक, लक्ष्मी नारायण मंदिर, लोअर सुहढ़ा-तीन, लोअर सम्मखेतर-एक, भलाणा, थट्टा, तरयाम्बला तथा भ्यूली-दो में भरे जाने हैं। यह केंद्र पर्यवेक्षक वृत्त शिवावदार, सदर, तल्याहड़, टारना, कटिण्डी, कटौला और पंडोह के अंतर्गत आते हैं।
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मंडी शहर के कुछ क्षेत्रों में 8 अगस्त को बिजली आपूर्ति रहेगी बाधित

मंडी, 6 अगस्त। विद्युत उप-मंडल मंडी नंबर-3 के सहायक अभियंता ई. होशियार सिंह ने बताया कि 11 केवी खलियार-पुरानी मंडी एचटी विद्युत लाइन की आवश्यक मुरम्मत एवं रख-रखाव कार्य के चलते 8 अगस्त को प्रातः 10 बजे से सायं 5 बजे तक जवाहरनगर, खलियार, छिपनु, पुरानी मंडी, टिंबर डिपो, ढंगसिधार, पुलिस कॉलोनी, डीएवी स्कूल, बाड़ी, बनाणु, लोअर बिजनी और मट्ट और इनके लगते क्षेत्रों में विद्युत आपूर्ति बंद रहेगी।
उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि मौसम खराब होने की स्थिति में यह कार्य स्थगित कर अगले दिन किया जा सकता है।
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भराड़ में आपदा के 35 दिन बाद पहुंची बिजली
सराज क्षेत्र के अधिकांश गांवों में बहाल हुई बिजली, सुराह में जल्द बहाली का प्रयास

मंडी, 6 अगस्त। सराज क्षेत्र की आपदा प्रभावित पंचायत पखरेर के तहत आने वाले गांव भराड़ में आखिरकार 35 दिनों बाद बिजली बहाल कर दी गई है। 30 जून की रात आई आपदा के चलते यह गांव पूरी तरह अंधेरे में डूब गया था। दुर्गम भौगोलिक परिस्थितियों और सड़क मार्ग के पूर्ण रूप से नष्ट हो जाने के कारण बिजली बहाली का कार्य अत्यंत चुनौतीपूर्ण रहा। विद्युत बोर्ड की टीम ने गांव तक बिजली पहुंचाने के लिए रस्सियों से खींचकर विद्युत पोल पहुंचाए और लगभग तीन किलोमीटर का पैदल दुर्गम रास्ता तय कर एक-एक पोल स्थापित किया। इस कार्य में 25 मजदूरों और विभागीय कर्मियों ने लगातार दिन-रात मेहनत की।

कनिष्ठ अभियंता थुनाग, जगदीश ने बताया कि भराड़ गांव में लगभग 60 परिवार रहते हैं, जो पिछले 35 दिनों से बिजली से वंचित थे। अब विद्युत आपूर्ति बहाल होने से ग्रामीणों ने राहत की सांस ली है। उन्होंने बताया कि भारी वर्षा, टूटे रास्तों और जोखिम भरे हालातों के बावजूद विभाग ने समयबद्ध कार्य करते हुए यह बहाली सुनिश्चित की। ग्रामीणों ने भी विभागीय कर्मचारियों की मेहनत और समर्पण के लिए आभार व्यक्त किया है।
वहीं अधिशाषी अभियंता विद्युत मंडल गोहर सुमित चौहान ने बताया कि इलेक्ट्रिकल डिवीजन गोहर के अंतर्गत आने वाले सराज क्षेत्र के अधिकांश गांवों में बिजली पहुंचा दी गई है। उन्होंने बताया कि केवल सुराह गांव में बिजली आपूर्ति अभी बहाल नहीं हो पाई है, लेकिन यदि मौसम अनुकूल रहा तो एक-दो दिनों के भीतर वहां भी आपूर्ति बहाल कर दी जाएगी। इसके अतिरिक्त कुछ गांवों में अस्थायी रूप से बिजली बहाल की गई है, जिसे शीघ्र ही स्थायी रूप से बहाल करने का प्रयास किया जा रहा है।
सुमित चौहान ने बताया कि इलेक्ट्रिकल सेक्शन थुनाग के अंतर्गत आने वाले भराड़ गांव में भी आज अस्थायी रूप से बिजली बहाल कर दी गई है और जल्द ही वहां ट्रांसफार्मर स्थापित कर विद्युत आपूर्ति को स्थायी रूप दिया जाएगा।
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विदेशों में रोजगार के इच्छुक अभ्यर्थियों के लिए पंजीकरण की प्रक्रिया प्रारंभ - अक्षय शर्मा
ऊना, 6 अगस्त। श्रम, रोजगार एवं विदेशी नियोजन विभाग, हिमाचल प्रदेश द्वारा विदेशों में रोजगार के इच्छुक अभ्यर्थियों के लिए ऑनलाइन पंजीकरण प्रक्रिया शुरू की गई है। इस संबंध में जानकारी देते हुए जिला रोजगार अधिकारी अक्षय शर्मा ने बताया कि इच्छुक अभ्यर्थी विभाग द्वारा जारी क्यूआर कोड को स्कैन करके गूगल शीट के माध्यम से अपना पंजीकरण कर सकते हैं।
उन्होंने बताया कि यह पंजीकरण प्रक्रिया भविष्य की आवश्यकताओं को ध्यान में रखते हुए की जा रही है। जब किसी विदेशी देश से कार्यबल की मांग संबंधित विभाग को प्राप्त होगी, तो पंजीकृत अभ्यर्थियों की योग्यता और अनुभव के आधार पर उनके नाम पर विचार किया जाएगा। साथ ही, चयनित अभ्यर्थियों को उस देश के नियम, शर्तें और कार्य की प्रकृति से भी समय रहते अवगत करवा दिया जाएगा।
श्री शर्मा ने प्रदेश के युवाओं से अपील की है कि जो भी युवा विदेशों में रोजगार प्राप्त करने के इच्छुक हैं, वे शीघ्र अपना पंजीकरण सुनिश्चित करें, ताकि उन्हें भविष्य में वैध, सुरक्षित और उपयुक्त अवसर मिल सके।
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सामाजिक सुरक्षा पेंशन लाभार्थियों के लिए ई-केवाईसी अनिवार्य : नरेंद्र कुमार
ऊना, 6 अगस्त। प्रदेश सरकार द्वारा दी जा रही वृद्धावस्था, अपंगता, विधवा एवं एकल नारी सामाजिक सुरक्षा पेंशन योजनाओं के सभी पात्र लाभार्थियों के लिए अब ई-केवाईसी अनिवार्य कर दी गई है। इसी कड़ी में बुधवार को जिला कार्यक्रम अधिकारी ऊना नरेंद्र कुमार की अध्यक्षता में कल्याण भवन ऊना में आंगनवाड़ी कार्यकर्ताओं के लिए एक दिवसीय प्रशिक्षण शिविर का आयोजन किया गया।
इस अवसर पर नरेंद्र कुमार ने बताया कि पेंशन लाभार्थियों का ई-केवाईसी सत्यापन कार्य विशेष रूप से आंगनवाड़ी कार्यकर्ताओं के माध्यम से किया जाएगा, क्योंकि उन्हें अपने क्षेत्र की भौगोलिक, सामाजिक और पारिवारिक परिस्थितियों की गहन जानकारी होती है। इस कार्य के लिए राज्य सरकार द्वारा आंगनवाड़ी कार्यकर्ताओं को ‘ई-कल्याण’ मोबाइल एप्लिकेशन उपलब्ध कराया गया है, जिसकी प्रक्रिया अगस्त 2025 से आरंभ की गई है। अब तक अधिकांश आंगनवाड़ी कार्यकर्ताओं ने इस ऐप पर अपना पंजीकरण सफलतापूर्वक पूर्ण कर लिया है।
जिला कार्यक्रम अधिकारी ने बताया कि समाज के जरूरतमंद वर्गों को सामाजिक सुरक्षा प्रदान करना प्रदेश सरकार की सर्वोच्च प्राथमिकताओं में शामिल है। इसी उद्देश्य से सरकार द्वारा अनुसूचित जाति, अन्य पिछड़ा वर्ग, अल्पसंख्यक एवं विशेष रूप से सक्षम वर्गों के सशक्तिकरण हेतु ‘ई-कल्याण’ पोर्टल की शुरुआत की गई है, जो ‘हिम परिवार पोर्टल’ के अंतर्गत विकसित किया गया है। यह पोर्टल लाभार्थियों के प्रमाणिक और पारदर्शी सत्यापन के लिए एक महत्वपूर्ण पहल है।
उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि यदि किसी लाभार्थी की ई-केवाईसी प्रक्रिया पूर्ण नहीं होती है, तो वह आगामी समय में पेंशन प्राप्त करने का पात्र नहीं होगा। ऐसे में सभी लाभार्थियों से आग्रह किया गया है कि वे शीघ्र ही अपनी स्थानीय आंगनवाड़ी कार्यकर्ता से संपर्क कर अपनी ई-केवाईसी प्रक्रिया पूर्ण करवाएं। साथ ही, आसपास के अन्य पात्र व्यक्तियों को भी इस प्रक्रिया के बारे में जागरूक करें।

इस अवसर पर जिला कल्याण अधिकारी आवास पंडित, तहसील कल्याण अधिकारी जतिंदर कुमार, तथा पर्यवेक्षक आशा, कुलवीर, नानकी, संतोष, कंचन, वीना, मीनू, नरेश सहित समस्त आंगनवाड़ी कार्यकर्ता उपस्थित रहीं