चण्डीगढ़, 07.08.25- : नशा-मुक्त भारत अभियान में भारतीय सांस्कृतिक ज्ञान संस्था ने सरकारी आदर्श उच्च विद्यालय, सैक्टर 40-ए में कार्यक्रम आयोजित किया। संस्था के संस्थापक अनूप सरीन ने बताया कि यदि कोई नशीली दवाओं के सेवन के लिए बाध्य करता है तो उसको सख्ती से मना करना चाहिए और अध्यापक या परिजनों को तुरंत सूचित करना चाहिए।

बतौर मुख्य अतिथि, राजिन्दर सिंह, आईपीएस, पूर्व डीजीपी ने बताया कि युवा किसी भी राष्ट्र की ऊर्जा होते हैं तथा युवाओं की शक्ति का समाज एवं देश के विकास में महत्वपूर्ण योगदान है। नशीली दवाओं के सेवन से बचने के लिए, यह महत्वपूर्ण है कि लोग नशीली दवाओं के खतरों के बारे में जागरूक हों और स्वस्थ जीवन जीने के लिए विकल्प चुनें। इसमें नियमित व्यायाम करना, स्वस्थ भोजन खाना, पर्याप्त नींद लेना और तनाव का प्रबंधन करना शामिल है। यह न केवल व्यक्ति के स्वास्थ्य के लिए हानिकारक है, बल्कि यह उनके परिवारों और समुदायों के लिए भी विनाशकारी हो सकता है।

इस अवसर पर आरआर पासी, प्रभारी, पतंजलि योग समिति, चण्डीगढ़ ने नशा मुक्त होने के लिए योग अपनाने के लिए प्रेरित किया। प्रवीण मेहता, मुख्य प्राध्यापक ने आये हुए अतिथियों का धन्यवाद ज्ञापन किया।

सभी विद्यार्थियों ने नशे के खिलाफ स्लोगन पट्टियों को लहराया और नशामुक्त भारत बनाने का संकल्प लिया। इस अवसर पर डॉ. देविन्दर पाल सहगल, श्रीमती एवं श्री आरआर पासी, अशोक शर्मा, अशोक कुमार मित्रा, हरेन्द्र सिन्हा, विश्व गुप्ता, नरेश गोयल, यशपाल, विरेंदर कौर, सज्जो यादव, राजेश कुमारी, कौशल शर्मा, कमलेश शर्मा एवं अतुल कपूर भी उपस्थिति रहे।