चण्डीगढ़, 09.08.25 : वित्त मंत्रालय, वित्तीय सेवा विभाग, भारत सरकार द्वारा जारी निर्देशों के अनुरूप, देशभर में ग्राम पंचायत स्तर पर तीन महीने का समावेशन संतृप्ति अभियान चलाया जा रहा है, जिसका उद्देश्य प्रधानमंत्री जन धन योजना (पीएमजेडीवाई), प्रधानमंत्री जीवन ज्योति बीमा योजना (पीएमजेजेबीवाई), प्रधानमंत्री सुरक्षा बीमा योजना (पीएमएसबीवाई) और अटल पेंशन योजना (एपीवाई) जैसी प्रमुख वित्तीय समावेशन योजनाओं का विस्तार करना है। इसके तहत, भारतीय स्टेट बैंक (एसबीआई) ने जन समृद्धि अभियान नाम से एक विशेष अभियान की शुरुआत की है, जिसके अंतर्गत उक्त योजनाओं में नामांकन करवाना, उन सभी बचत खातों का पुनः केवाईसी करना जहाँ केवाईसी लंबित है, डिजिटल धोखाधड़ी से बचाव हेतु जागरूकता सत्र आयोजित करना तथा बिना दावे वाले जमा खातों के बारे में जागरूकता फैलाना है।

एसबीआई की डड्डूमाजरा ने एसबीआई आरबीओ-4, चंडीगढ़ की क्षेत्रीय प्रबंधक सुश्री सुभाषिनी राय के नेतृत्व में गाँव में इस वित्तीय समावेशन शिविर का आयोजन किया जिसमें स्थानीय शाखा प्रबंधक मनीषा भगत, सचिन भट्टी, प्रबंधक (एफएल), एसबीआई आरबीओ-4, गाँव के पूर्व सरपंच धरम पाल व शाखा के सम्मानित ग्राहक सीतल सिंह और करोड़ा सिंह आदि मौजूद रहे। शिविर में 75 से अधिक ग्रामीणों ने भाग लिया और अभियान के अंतर्गत विभिन्न गतिविधियों में शामिल हुए। एसबीआई अधिकारियों ने खाता खोलने, बीमा और पेंशन योजनाओं में नामांकन, केवाईसी अपडेट कराने में सहायता की और क्षेत्रीय भाषा में डिजिटल धोखाधड़ी से बचाव और अविकसित जमा राशि के बारे में जानकारी दी।

गाँववासियों द्वारा पूछे गए सभी प्रश्नों का एसबीआई टीम ने पूरी सावधानी से उत्तर दिया, जिससे पारदर्शिता और ग्रामीण जनता के बीच विश्वास को और मजबूत किया गया। यह पहल, बैंकिंग सेवाओं और सरकार समर्थित कल्याणकारी योजनाओं तक सहज पहुँच के माध्यम से, वित्तीय समावेशन को बढ़ावा देने और ग्रामीण समुदायों को सशक्त बनाने के प्रति एसबीआई की प्रतिबद्धता को पुनः प्रमाणित करती है।