हरियाणा के राज्यपाल प्रो. असीम कुमार घोष ने महात्मा गांधी और लाल बहादुर शास्त्री को श्रद्धांजलि अर्पित की
-राजभवन में एक विशेष सर्वधर्म प्रार्थना सभा का आयोजन किया गया

-माननीय राज्यपाल ने सभी से समर्पण और साहस के साथ दो महान नेताओं के विजन को आगे बढ़ाने का आग्रह किया

चंडीगढ़, 2 अक्टूबर, 2025: हरियाणा के माननीय राज्यपाल प्रो. असीम कुमार घोष और उनकी पत्नी श्रीमती मित्रा घोष ने गुरुवार को राजभवन में राष्ट्रपिता महात्मा गांधी और भारत रत्न लाल बहादुर शास्त्री की जयंती पर उन्हें विनम्र श्रद्धांजलि अर्पित की। इस अवसर पर एक विशेष सर्वधर्म प्रार्थना सभा का भी आयोजन किया गया।
माननीय राज्यपाल प्रो. असीम कुमार घोष ने कहा कि हम अपने देश की दो महान विभूतियों - राष्ट्रपिता महात्मा गांधी जी और दूरदर्शी नेता एवं भारत रत्न से सम्मानित लाल बहादुर शास्त्री जी की जयंती मनाने के लिए गहरी श्रद्धा और गर्व के साथ राजभवन में एकत्रित हुए हैं।
राज्यपाल ने कहा कि महात्मा गांधी का जीवन सत्य, अहिंसा और नैतिक साहस की शक्ति का प्रमाण है। उनके सत्याग्रह ने दुनिया को सिखाया कि शांतिपूर्ण तरीकों से परिवर्तन लाया जा सकता है और चरित्र की शक्ति, हथियारों की ताकत से ज़्यादा मायने रखती है। उन्होंने देश भर में अत्याचारी ब्रिटिश शासन के विरुद्ध जनता को संगठित किया। मतभेदों से विभाजित इस दुनिया में, सहिष्णुता, सद्भाव और एकता का उनका संदेश आज भी उतना ही प्रासंगिक है जितना कि भारत के स्वतंत्रता संग्राम के दौरान था।
उन्होंने कहा कि लाल बहादुर शास्त्री जी ने चुनौतीपूर्ण समय में सादगी, निष्ठा और साहस के साथ हमारे देश का नेतृत्व किया। 1965 के युद्ध के दौरान उनका नारा "जय जवान, जय किसान" हमारे देश के किसानों और सैनिकों के प्रति उनकी गहरी प्रतिबद्धता को दर्शाता है, जो आत्मनिर्भरता और राष्ट्रीय लचीलेपन के महत्व पर प्रकाश डालता है। शास्त्री जी का नेतृत्व विनम्रता, दृढ़ता और जन सेवा के प्रति अटूट समर्पण से चिह्नित था।
राज्यपाल ने कहा, "इन महान नेताओं को याद करते हुए, आइए हम उनके द्वारा अपनाए गए सिद्धांतों पर विचार करें। आइए हम सत्य, ईमानदारी, सादगी और राष्ट्र सेवा के प्रति अपनी प्रतिबद्धता की पुनः पुष्टि करें। उनकी विरासत का सम्मान करते हुए, हमें विविधता में एकता, सभी धर्मों के प्रति सम्मान और सामूहिक प्रगति की भावना को भी अपनाना चाहिए, जो भारत के लोकतांत्रिक मूल्यों के आधार स्तंभ हैं।"
माननीय राज्यपाल प्रो. असीम कुमार घोष ने सभी से हमारे राष्ट्र की भलाई, विश्व में शांति और महात्मा गांधी जी तथा लाल बहादुर शास्त्री जी द्वारा पोषित न्याय, करुणा और सद्भाव के मूल्यों को बनाए रखने की शक्ति के लिए प्रार्थना करने का आग्रह किया। हम उनके सिद्धांतों के प्रति समर्पण, साहस और अटूट विश्वास के साथ उनके दृष्टिकोण को आगे बढ़ाने का संकल्प लें।
इस अवसर पर हरियाणा के मुख्य सचिव श्री अनुराग रस्तोगी, राज्यपाल के सचिव श्री दुष्मंत कुमार बेहेरा, प्रधान सचिव श्री पंकज अग्रवाल, विशेष सचिव श्री आदित्य दहिया, सूचना, जनसंपर्क एवं भाषा विभाग के अतिरिक्त निदेशक श्री योगेश कुमार मेहता, राज्य चुनाव आयुक्त श्री देवेन्द्र सिंह कल्याण, विभिन्न क्षेत्रों के गणमान्य व्यक्ति, धार्मिक नेता और राज्य सरकार तथा राजभवन के अधिकारीगण तथा अन्य गणमान्य अतिथि भी उपस्थित रहे ।