गांधी जयंती पर बिलासपुर में डोर टू डोर प्लास्टिक कचरा संग्रहण अभियान का शुभारंभ – उपायुक्त राहुल कुमार बोले, जीरो वेस्ट बिलासपुर की दिशा में ऐतिहासिक कदम
बिलासपुर, 2 अक्तूबर-गांधी जयंती और दशहरा के पावन अवसर पर जिला बिलासपुर में स्वच्छ भारत मिशन अभियान को और सुदृढ़ बनाने की दिशा में एक महत्त्वपूर्ण पहल की गई। सदर विधानसभा क्षेत्र की नौणी पंचायत से ग्रामीण क्षेत्रों में डोर टू डोर प्लास्टिक वेस्ट कलेक्शन इनिशिएटिव का शुभारंभ उपायुक्त बिलासपुर राहुल कुमार ने हरी झंडी दिखाकर किया।
इस अवसर पर उपायुक्त ने जिला वासियों को शुभकामनाएँ देते हुए कहा कि यह अभियान बिलासपुर को जीरो वेस्ट जिला बनाने की दिशा में एक बड़ा कदम है। उन्होंने लोगों से अपील की कि जब भी स्वच्छता सिपाही निर्धारित तिथियों पर घर-घर कचरा एकत्र करने आएँ तो सभी लोग सहयोग करें और घर का प्लास्टिक कचरा अवश्य उपलब्ध कराएँ। उन्होंने कहा कि पंचायत प्रधान भी इस मुहिम को सफल बनाने में सक्रिय भूमिका निभाएँ।
उपायुक्त ने बताया कि इस अभियान के अंतर्गत ग्रामीण क्षेत्रों में डोर टू डोर कचरा संग्रहण सुनिश्चित किया जाएगा। इसके साथ ही पंचायत स्तर पर ठोस एवं तरल अपशिष्ट प्रबंधन इकाइयों की स्थापना, प्लास्टिक कचरा प्रबंधन को मजबूत बनाने और व्यापक जागरूकता कार्यक्रम आयोजित करने का लक्ष्य रखा गया है। उन्होंने कहा कि स्वच्छता केवल बुनियादी ढांचे तक सीमित नहीं है, बल्कि यह लोगों के व्यवहारगत बदलाव से भी जुड़ी हुई है।
उन्होंने आगे बताया कि जिला बिलासपुर की 175 पंचायतों में कचरा संग्रहण के कार्य हेतु 44 व्यक्तियों को टेंडर के माध्यम से जिम्मेदारी दी गई है। प्रत्येक पंचायत में नियुक्त व्यक्ति निश्चित दिन पर घर-घर जाकर कचरा एकत्र करेगा और उसे नजदीकी प्लास्टिक संग्रहण केंद्र तक पहुँचाएगा। इसके बाद यह कचरा चार ब्लॉकों—बिलासपुर सदर, झंडूता, घुमारवीं और श्री नैना देवी जी—में स्थापित प्रबंधन केंद्रों तक पहुँचाया जाएगा। यहाँ प्रोसेसिंग के बाद इसे बरमाणा सीमेंट प्लांट भेजा जाएगा। यह पूरा कार्य ग्रामीण विकास विभाग के साथ हुए करार के तहत किया जाएगा।
उपायुक्त राहुल कुमार ने कहा कि प्लास्टिक कचरे के लिए हब एंड स्पोक मॉडल को और प्रभावी बनाया जाएगा। उन्होंने यह भी बताया कि सभी सार्वजनिक कार्यक्रमों में स्वच्छता जागरूकता पर बल दिया जाएगा ताकि यह पहल एक सामाजिक आंदोलन का रूप ले सके।
अभियान की सफलता सुनिश्चित करने के लिए स्वच्छता सिपाहियों को बाकायदा प्रशिक्षण दिया जाएगा और उन्हें पहचान पत्र जारी किए जाएंगे। इससे पंचायतों और ग्रामीणों को उनके कार्य और पहचान के बारे में स्पष्ट जानकारी होगी।
इस अवसर पर अतिरिक्त उपायुक्त ओम कांत ठाकुर, परियोजना अधिकारी ग्रामीण विकास अभिकरण यशपाल, वीडियो बबीता धीमान, पंचायत प्रधान निर्मला देवी, समाजसेवी ईशान अख्तर सहित अनेक गणमान्य लोग उपस्थित रहे।