अब 10 तक बंद रहेगा हमीरपुर-भोरंज सड़क का एक हिस्सा
लघवाण चौक से गसोता महादेव मंदिर, गुलेला और ताल होते हुए शनि देव मंदिर चौक पहुंच सकते हैं वाहन

हमीरपुर 06 अगस्त। पीएमजीएसवाई के तृतीय चरण में अपग्रेड की जा रही हमीरपुर-भोरंज-जाहू सड़क के एक हिस्से पर यातायात 31 जुलाई तक बंद किया गया था, लेकिन अभी कुछ आवश्यक कार्य शेष रहने के कारण अब यह सड़क 10 अगस्त तक बंद रखी गई है।
इस संबंध में आदेश जारी करते हुए जिलाधीश अमरजीत सिंह ने बताया कि हमीरपुर-भोरंज-जाहू सड़क के लगभग 14 किलोमीटर हिस्से का कार्य आरंभ किया गया है। इस कार्य को सुचारू ढंग से जारी रखने तथा इसे अतिशीघ्र पूरा करने के लिए इस पर वाहनों की आवाजाही 31 जुलाई तक बंद की गई थी, लेकिन अभी कुछ आवश्यक कार्य शेष रहने के कारण इस सड़क पर यातायात पर रोक की अवधि 10 अगस्त तक बढ़ाई गई है।
उन्होंने बताया कि इस दौरान हमीरपुर से भोरंज की ओर जाने वाले वाहन लघवाण चौक से गसोता महादेव मंदिर, गुलेला और ताल से शनि देव मंदिर चौक तक की सड़क को वैकल्पिक रूट के रूप में इस्तेमाल कर सकते हैं। इसी प्रकार, भोरंज की ओर से आने वाहन शनि देव मंदिर चौक से ताल, गुलेला और गसोता महादेव मंदिर से होते हुए लघवाण पहुंच सकते हैं।

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‘शिशुओं के लिए मां का दूध सर्वोत्तम आहार’
स्वास्थ्य विभाग ने गांव पनियाली में आयोजित किया जागरुकता कार्यक्रम

हमीरपुर 06 अगस्त। विश्व स्तनपान सप्ताह के उपलक्ष्य पर स्वास्थ्य विभाग ने बुधवार को मुख्य चिकित्सा अधिकारी हमीरपुर डॉ. प्रवीण चौधरी के निर्देशानुसार प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र कोट के अंतर्गत आंगनवाड़ी केंद्र पनियाली में एक जागरुकता कार्यक्रम आयोजित किया।
इस अवसर पर लोगों को संबोधित करते हुए विभाग के जन शिक्षा एवं सूचना अधिकारी बीरबल वर्मा ने बताया कि हर साल मनाए जाने वाले विश्व स्तनपान सप्ताह का मुख्य उद्देश्य शिशुओं के लिए मां के दूध के महत्व से अवगत करवाना है, ताकि हमारी आने वाली पीढ़ी स्वस्थ और सुपोषित हो।
उन्होंने बताया कि शिशुओं का सबसे ज्यादा मानसिक विकास 2 वर्ष की आयु तक होता है। इसलिए, इस अवधि के दौरान उनके पोषण का सबसे ज्यादा ध्यान रखा जाना चाहिए। शिशुओं के शारीरिक व मानसिक विकास के लिए मां का दूध सर्वाेत्तम आहार है। जन शिक्षा एवं सूचना अधिकारी ने कहा कि मां का दूध शिशु के लिए प्रकृति की अदभुत देन है। इस अमृतनुमा पेय में सभी प्रकार के विटामिन एवं मिनरल्स पाए जाते हैं। जन्म के एक घंटे के भीतर मां का पहला गाढ़ा दूध जिसे कोलेस्ट्रम भी कहते हैं, पोषक तत्वों से भरपूर होता है। यह शिशुओं को कई रोगांे से बचाता है। इसे शिशु को अवश्य पिलाना चाहिए।
बलवीर वर्मा ने कहा कि प्रथम 6 माह के दौरान मां अपने बच्चे को अपना दूध ही पिलाए। अन्य कोई खाद्य पदार्थ न दे। 6 माह बाद शिशु को घर में बना हुआ ऊपरी आहार देना चाहिए और 2 वर्ष की आयु तक स्तनपान जारी रखना चाहिए। दस्त, निमोनिया और अन्य बीमारी की स्थिति में भी बच्चे के लिए स्तनपान सुरक्षित है। स्तनपान करवाना मां के लिए भी फायदेमंद होता है। इससे माताओं का गर्भाशय जल्दी संकुचित होकर सही जगह पर आ जाता है। स्तन और गर्भाशय कैंसर का जोखिम भी कम होता है।
इस कार्यक्रम में स्वास्थ्य कार्यकर्ता अनीता ठाकुर, आंगनवाड़ी कार्यकर्ता मीरा देवी और आशा वर्कर रंजना सहित गांव की लगभग 50 महिलाओं ने भाग लिया।
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विदेश में रोजगार के इच्छुक युवा भरें गूगल शीट
श्रम, रोजगार एवं विदेशी नियोजक विभाग ने की है विशेष व्यवस्था

हमीरपुर 06 अगस्त। विदेशों में नौकरी करने के इच्छुक युवाओं के लिए हिमाचल प्रदेश श्रम, रोजगार एवं विदेशी नियोजक विभाग ने विशेष व्यवस्था की है। विभाग ने इन युवाओं के लिए गूगल शीट के माध्यम से पंजीकरण का प्रावधान किया है।
जिला रोजगार अधिकारी सुरेंद्र शर्मा ने बताया कि इच्छुक युवा वेब लिंक https://forms.gle/BLVX8iggK4rtxqPk8 पर क्यूआर कोड को स्कैन करके यह फॉर्म भर सकते हैं। पंजीकरण के बाद युवाओं को उनकी शैक्षणिक योग्यता और अनुभव तथा विदेशों में मांग के अनुसार नौकरी दिलाने में मदद की जाएगी। इच्छुक युवाओं को उस देश के नियमों और शर्तों से भी अवगत करवाया जाएगा। अधिक जानकारी के लिए जिला रोजगार कार्यालय के दूरभाष नंबर 01972-222318 पर संपर्क किया जा सकता है।

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टाटा स्टील लुधियाणा के 162 पदों के लिए 14 को हमीरपुर में होंगे साक्षात्कार

हमीरपुर 06 अगस्त। लुधियाणा स्थित टाटा स्टील के एक प्लांट में सिक्योरिटी स्टाफ की अलग-अलग श्रेणियों और कंप्यूटर ऑपरेटरों सहित कुल 162 पदों को भरने के लिए बद्दी की कंपनी टैरियर सिक्योरिटी सर्विस प्राइवेट लिमिटेड 14 अगस्त को सुबह साढे दस बजे जिला रोजगार अधिकारी कार्यालय हमीरपुर में साक्षात्कार लेगी।
जिला रोजगार अधिकारी सुरेंद्र शर्मा ने बताया कि असाइनमेंट मैनेजर के चार पदों के लिए अधिकतम 50 वर्ष तक की आयु के रिटायर्ड जेसीओ पात्र होंगे। चयनित उम्मीदवारों को 33,975 रुपये मासिक वेतन मिलेगा। सिक्योरिटी सुपरवाइजर के 10 पदों के लिए 18 से 50 वर्ष तक के बारहवीं पास उम्मीदवार पात्र होंगे और चयनित उम्मीदवारों को 22,537 रुपये वेतन दिया जाएगा। सिक्योरिटी गार्ड के 120 पदों के लिए 18 से 50 वर्ष तक के दसवीं पास उम्मीदवार साक्षात्कार में भाग ले सकते हैं। इनके लिए मासिक वेतन 18,236 रुपये निर्धारित किया गया है। स्पेशल सिक्योरिटी गार्ड के 20 पदों के लिए 18 से 50 वर्ष तक के दसवीं पास एवं फायर डिफेंस डिप्लोमाधारक उम्मीदवार साक्षात्कार दे सकते हैं। इनका मासिक वेतन 20,294 रुपये रहेगा। कंप्यूटर ऑपरेटर के 8 पदों के लिए उम्मीदवार स्नातक एवं कंप्यूटर डिप्लोमा धारक होना चाहिए तथा उसकी आयु 18 से 50 वर्ष के बीच होनी चाहिए। चयनित उम्मीदवारों को 21,094 वेतन दिया जाएगा। सिक्योरिटी से संबंधित पदों के लिए उम्मीदवार की लंबाई कम से कम पांच फुट सात इंच होनी चाहिए।
जिला रोजगार अधिकारी ने बताया कि अगर कोई युवा उपरोक्त योग्यता रखता है और उसका नाम किसी भी रोजगार कार्यालय में पंजीकृत है तो वह अपने मूल प्रमाण पत्रों तथा हिमाचली प्रमाण पत्र के साथ साक्षात्कार में भाग ले सकता है। अधिक जानकारी के लिए जिला रोजगार कार्यालय के दूरभाष नंबर 01972-222318 या कंपनी के मोबाइल नंबर 72075-00008 पर संपर्क किया जा सकता है।
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बहुतकनीकी कालेज में आईओटी और एआई की बारीकियां सीख रहे हैं प्राध्यापक

हमीरपुर 06 अगस्त। राजकीय बहुततकनीकी महाविद्यालय बड़ू-हमीरपुर में आयोजित किए जा रहे पांच दिवसीय फैकल्टी डेवलपमेंट प्रोग्राम (एफडीपी) के तीसरे दिन भी प्रतिभागियों के लिए तकनीकी एवं प्रायोगिक ज्ञान से भरपूर सत्र आयोजित किए गए।
प्रथम सत्र में एनआईटी हमीरपुर के विशेषज्ञ डॉ. प्रदीप सिंह ने ‘प्राकृतिक भाषा प्रसंस्करण यानि एनएलपी में एआई की सहायता से नवीनत्तम विकास’ विषय पर व्याख्यान प्रस्तुत किया। उन्होंने बताया कि किस प्रकार एनएलपी के क्षेत्र में आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस की मदद से अत्याधुनिक तकनीकों का विकास हो रहा है। डॉ. प्रदीप सिंह ने प्रायोगिक लैब सत्र में प्रतिभागियों को एनएलपी से संबंधित टूल्स एवं मॉडल्स का अभ्यास भी करवाया।
द्वितीय, तृतीय एवं चतुर्थ सत्र का संचालन सी-डैक मोहाली के विशेषज्ञ रोहन धलोड़ ने किया। द्वितीय सत्र में उन्होंने ‘आर्डुइनो यूनो के साथ आईओटी की नींव-प्रोग्रामिंग एंड क्लाउड इंटीग्रेशन’ विषय पर व्याख्यान दिया। उन्होंने प्रतिभागियों को आर्डुइनो यूनो के उपयोग से अवगत करवाया और बताया कि किस प्रकार इसे क्लाउड प्लेटफॉर्म से जोड़ा जा सकता है। इसके पश्चात एक प्रायोगिक सत्र भी हुआ, जिसमें प्रतिभागियों ने इन तकनीकों को प्रयोगशाला में स्वयं कार्यान्वित किया।
तृतीय सत्र में रोहन धलोड़ ने ‘हैंड्स-ऑन आईओटी कम्युनिकेशन आर्डुइनो के साथ विभिन्न मॉड्यूल्स का इंटरफेसिंग पर प्रशिक्षण दिया। प्रतिभागियों ने सीखा कि किस प्रकार विभिन्न कम्युनिकेशन प्रोटोकॉल्स का उपयोग कर आर्डुइनो को अन्य डिवाइसेज़ से जोड़ा जा सकता है।
अंतिम सत्र में उन्होंने ‘रास्पबेरी पाई का परिचय एवं आईओटी में इसका अनुप्रयोग विषय पर व्याख्यान दिया। इस सत्र में सी-डैक मोहाली के अन्य विशेषज्ञ राहुल ने भी सहभागिता की और रास्पबेरी पाई यानि एटीएम कार्ड के साइज के कंप्यूटर के बारे में विस्तृत जानकारी दी।
इस अवसर पर प्रधानाचार्य चंद्रशेखर ने विशेषज्ञ वक्ताओं को स्मृति चिह्न प्रदान किए तथा सभी प्रतिभागियों को अत्याधुनिक तकनीक की बारीकियां सीखने और अध्यापन एवं अनुसंधान कार्यों में इनका उपयोग करने का आह्वान किया।