हमीरपुर 19 मई। जिला में किसी भी तरह की आपात परिस्थिति में बचाव और राहत कार्यों कोे सुनियोजित ढंग से अंजाम देने तथा किसी भी तरह की आपदा से निपटने के लिए पहले से ही पूरी तैयारी रखने के उद्देश्य से सोमवार को जिला आपदा प्रबंधन प्राधिकरण (डीडीएमए) के सौजन्य से यहां हमीर भवन में तीन दिवसीय कार्यशाला आरंभ हुई। आपदा के विभिन्न संभावित खतरों और इन खतरों से निपटने के लिए आवश्यक तैयारियों पर आधारित इस कार्यशाला में आपदा प्रबंधन से जुड़े विभिन्न विभागों के अधिकारी और कर्मचारी भाग ले रहे हैं।
कार्यशाला के उदघाटन सत्र को संबोधित करते हुए एडीसी अभिषेक गर्ग ने कहा कि किसी भी तरह की आपदा से निपटने और बचाव एवं राहत कार्यों को बेहतर एवं सुनियोजित ढंग से अंजाम देने के लिए हमारी पहले से ही आवश्यक तैयारी होनी चाहिए। इसी के मद्देनजर जिला स्तर पर डीडीएमए के माध्यम से जिला आपदा प्रबंधन प्लान बनाया गया है। इसके अलावा उपमंडल स्तर और विभिन्न कार्यालयों एवं संस्थानों के स्तर पर भी आपदा प्रबंधन प्लान बनाए गए हैं। इन आपदा प्रबंधन प्लान की नियमित रूप से समीक्षा की जानी चाहिए और इन्हें आवश्कतानुसार अपडेट भी किया जाना चाहिए।
तीन दिवसीय कार्यशाला के आयोजन के लिए डीडीएमए की सराहना करते हुए एडीसी ने कहा कि इसके माध्यम से अधिकारी और कर्मचारी आपदा प्रबंधन से संबंधित कई महत्वपूर्ण जानकारियां हासिल करेंगे तथा वे अपने-अपने विभागों के आपदा प्रबंधन प्लान को अपडेट करने में सक्षम होंगे। अभिषेक गर्ग ने अधिकारियों-कर्मचारियों से कहा कि वे कार्यशाला में दी जाने वाली महत्वपूर्ण जानकारियों को अपने-अपने विभागों एवं संस्थानों के आपदा प्रबंधन प्लान में अवश्य शामिल करें, ताकि जिला में किसी भी तरह की आपदा से निपटने के लिए एक सुनियोजित एवं प्रभावी तंत्र विकसित किया जा सके।
कार्यशाला के पहले दिन आपदा प्रबंधन विशेषज्ञ नरेंद्र सिंह कछोटिया ने प्रतिभागी अधिकारियों-कर्मचारियों को आपदा के संभावित खतरों के बारे में विस्तृत जानकारी प्रदान की।
इससे पहले, डीडीएमए की प्रशिक्षण एवं क्षमता निर्माण समन्वयक समीक्षा शर्मा और जिला इमरजेंसी ऑपरेशन सेंटर के प्रभारी भानु शर्मा ने एडीसी, कार्यशाला के मुख्य वक्ता और सभी प्रतिभागियों का स्वागत किया तथा तीन दिवसीय कार्यशाला के उद्देश्यों की जानकारी दी।