ज़िला की 11आबकारी इकाइयां हुई नीलाम
आरक्षित मूल्य से 22.27 प्रतिशत की रही बढ़ोतरी
सुलतानपुर आबकारी यूनिट के लिए सबसे ज्यादा 13 करोड़ 10 लाख की रही उच्चतम बोली
चंबा, 18 मार्च -चंबा ज़िला की 11आबकारी इकाईयों की नीलामी को लेकर उपायुक्त डीसी राणा की अध्यक्षता में आज आवंटन कमेटी द्वारा निविदा और बोली प्रक्रिया को पूर्ण किया गया ।
बचत भवन में आयोजित नीलामी प्रक्रिया में कुल 27 निविदाएं प्राप्त हुई ।
नीलामी प्रक्रिया में 11 आबकारी इकाईयों के निर्धारित कुल आरक्षित मूल्य 88,93,93,725 रुपये की तुलना में 108,79,96,288 रुपयों की निविदाएं एवं बोली प्राप्त हुई। यह राशि आरक्षित मूल्य से 22.27 प्रतिशत अधिक है।
ज़िला में आबकारी यूनिट के तहत भरमौर, सुलतानपुर, चंबा ,कियाणी, लूणा, डलहौजी, बनीखेत,चुवाड़ी, सिहूंता,तीसा व सलूणी के तहत कुल 137 बिक्री दुकानें हैं ।
आबकारी यूनिट भरमौर के तहत कुल 2 निविदाएं प्राप्त हुई । इसमें बलबीर सिंह को 10 करोड़ 50 लाख रुपये की उच्चतम निविदा प्रक्रिया और बोली के बाद आवंटित किया गया ।
इसके पश्चात आबकारी यूनिट सुलतानपुर के लिए कुल 2 निविदाएं प्राप्त हुई । इसमें ध्रुव सिंह को 13 करोड़ 10 लाख रुपये की उच्चतम निविदा प्रक्रिया और बोली के बाद आवंटित किया गया ।
इसी तरह चंबा आबकारी यूनिट के लिए कुल एक निविदा प्राप्त हुई । इसे एसपी ढल को 10 करोड़ 08 लाख रुपये की उच्चतम निविदा प्रक्रिया और बोली के बाद आवंटित किया गया ।
कियाणी आबकारी यूनिट के लिए एक आवेदन प्राप्त हुआ । इसे प्रदीप बड़ोत्रा को 8 करोड़ 51 लाख रुपये की उच्चतम निविदा प्रक्रिया और बोली के बाद आवंटित किया गया ।
लूणा आबकारी यूनिट के लिए कुल 4 आवेदन प्राप्त हुए । इसे महेंद्र सिंह को 5 करोड़ 36 लाख रुपये की उच्चतम निविदा प्रक्रिया और बोली के बाद आवंटित किया गया ।
डलहौजी आबकारी यूनिट शेरे पंजाब वाइन कंपनी को आवंटित किया गया । इसके लिए कुल 2 निविदाएं प्राप्त हुई । निविदा प्रक्रिया और बोली के बाद 10 करोड़ 29 लाख रुपयों की उच्चतम बोली राशि पर आवंटित किया गया ।
बनीखेत आबकारी यूनिट भी शेरे पंजाब वाइन कंपनी ने हासिल किया । इसके लिए कुल 3 निविदाएं प्राप्त हुई । निविदा प्रक्रिया और बोली के बाद 10 करोड़ 29 लाख 1313 रुपयों की उच्चतम बोली राशि पर आवंटित किया गया।
इसके बाद चुवाड़ी आबकारी यूनिट के लिए कुल 5 आवेदन प्राप्त हुए । इसे फ्रेंड्स वाइन एंड कंपनी को 9 करोड़ 63 लाख रुपये की उच्चतम निविदा प्रक्रिया और बोली के बाद आवंटित किया गया ।
सिहूंता आबकारी यूनिट के लिए कुल 4 आवेदन प्राप्त हुए । इसे फ्रेंड्स वाइन एंड कंपनी को 10 करोड़ 50 लाख रुपये की उच्चतम निविदा प्रक्रिया और बोली के बाद आवंटित किया गया ।
इसी तरह तीसा आबकारी यूनिट के लिए वीआरएस वाइन ने उच्चतम निविदा और बोली लगाकर आवंटन हासिल किया । इसके लिए कुल एक निविदा प्राप्त हुई और उच्चतम बोली 7 करोड़ 73 लाख रुपयों की रही ।
सलूणी आबकारी यूनिट के लिए कुल 2 आवेदन प्राप्त हुए । इसे भी वीआरएस वाइन ने 12 करोड़ 75 लाख रुपये की उच्चतम निविदा प्रक्रिया और बोली के बाद आवंटन अपने नाम किया ।
नीलामी प्रक्रिया में पर्यवेक्षक के रूप में राज्य कर एवं आबकारी विभाग के अतिरिक्त आयुक्त आरडी जनार्था, संयुक्त आयुक्त रविंद्र कुमार , उपायुक्त राज्य कर एवं आबकारी चंबा कंवर शाह देव कटोच, सहायक आयुक्त बीन प्रसाद थापा सहित प्रेम कुमार शर्मा, शिव महाजन, मुनीत गुलेरिया, रवि कुमार, नूतन महाजन, रशिम , अवनीश कुमार मौजूद रहे।
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20 मार्च से 3 अप्रैल तक किया जाएगा पोषण पखवाड़े का आयोजन - उपायुक्त डीसी राणामोटे अनाज के पोषक तत्वों के प्रति लोगों को किया जाएगा जागरूकपोषण पखवाड़े में आयोजित की जाएंगी विभिन्न गतिविधियांचंबा, 18 मार्च-उपायुक्त डीसी राणा ने कहा कि जिला में पोषण अभियान के तहत 20 मार्च से 3 अप्रैल तक पोषण पखवाड़े का आयोजन किया जाएगा।यह जानकारी आज उन्होंने बचत भवन चंबा में पोषण पखवाड़े के आयोजन की तैयारियों को लेकर संबंधित अधिकारियों के साथ आयोजित बैठक के दौरान दी।उपायुक्त ने पोषण पखवाड़ा की तैयारियों को लेकर अधिकारियों के साथ चर्चा करते हुए कहा कि मोटे अनाज जैसे बाजरा, कोदरा, रागी, कांगणी कौंणी, कुटकी इत्यादि के पोषक तत्वों के प्रति जागरूकता, स्वास्थ्य बालक स्पर्धा व सक्षम आंगनबाड़ी केंद्रों के प्रति जागरूकता लाने के लिए विभिन्न गतिविधियां आयोजित की जाएंगी।उन्होंने कहा कि गतिविधियों में मोटे अनाज पर आधारित व्यंजनों की प्रतियोगिता का भी आयोजन किया जाएगा ताकि लोगों में इस अनाज के प्रति जागरूकता लाई जा सके।उन्होंने कहा कि वर्तमान परिदृश्य के दृष्टिगत स्वस्थ आहार में पोषक तत्वों का होना बहुत जरूरी है। उन्होंने कहा कि मोटे अनाज में पर्याप्त मात्रा में पोषक तत्व पाए जाते हैं इसलिए मोटे अनाज को बच्चों के आहार में अपनाने की आदत बनानी चाहिए।उन्होंने सभी विभागों को मोटे अनाज की जागरूकता के लिए महिला एवं बाल विकास विभाग के साथ समन्वय स्थापित कर विभिन्न गतिविधियां आयोजित कर पोषण पखवाड़ा की विभागीय वेबसाइट पर अपलोड करना भी सुनिश्चित बनाएं।उन्होंने स्वास्थ्य विभाग को एकलव्य मॉडल विद्यालयों में एनीमिया कैंप आयोजित करने के निर्देश भी जारी किए है।उन्होंने आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं को पंचायत स्तर पर जागरूकता गतिविधियां आयोजित करने को कहा ताकि लोग अधिक से अधिक मोटे अनाज के प्रति जागरुक हों।उन्होंने पोषण पखवाड़ा के अंतर्गत महिला एवं बाल विकास विभाग को वृत्त स्तर पर स्वस्थ शिशु प्रतियोगिता आयोजित करवाने के लिए भी कहा।इसके अतिरिक्त उपायुक्त ने आयुष विभाग को पारंपरिक मोटे अनाज आधारित व्यंजनों की पुस्तक तैयार करने और जागरूकता शिविर आयोजित करने को भी निर्देशित किया। उन्होंने कहा इस दौरान जागरूकता रैलियों का भी आयोजन किया जाएगा।बैठक में सक्षम आंगनवाड़ी केंद्रों को पंचायत स्तर पर बढ़ावा देने के लिए भी आवश्यक कदम उठाने को कहा।उपायुक्त ने कहा कि पोषण पखवाड़ा कार्यक्रम न होकर एक जन आंदोलन है। इस कार्यक्रम की सफलता में जहां जन-जन का सहयोग आवश्यक है वहीं पंचायत प्रतिनिधियों, कॉलेज, स्कूल प्रबंधन समितियों, सरकारी विभागों, सामाजिक संगठनों तमाम सार्वजनिक एवं निजी क्षेत्र कीे समावेशी भागीदारी भी होना भी जरूरी है।इस अवसर पर जिला कार्यक्रम अधिकारी राकेश कुमार ने पोषण पखवाड़े में आयोजित होने वाले विभिन्न कार्यक्रमों की जानकारी दी।इस अवसर पर उपनिदेशक कृषि कुलदीप धीमान, उपनिदेशक उच्च शिक्षा प्यार सिंह चाडक, जिला स्वास्थ्य अधिकारी डॉ जालम भारद्वाज सहित बाल विकास परियोजना अधिकारियों सहित अन्य विभागों के अधिकारी मौजूद रहे।