सुंदरनगर, 13 अगस्त 2025-प्रदेश में हाल ही में आई प्राकृतिक आपदा से सर्वाधिक नुक्सान मंडी जिला को हुआ है। मंडी जिला में 300 शिक्षण संस्थान प्रभावित हुए हैं, जिनमें से 29 को भारी क्षति पहुँची है। इन 29 संस्थानों की मरम्मत के लिए प्रदेश की कुल 16 करोड़ की प्रावधान राशि में से 9 करोड़ रुपए अकेले मंडी जिला में खर्च होंगे। यह जानकारी शिक्षा मंत्री रोहित ठाकुर ने सुंदरनगर में आयोजित पत्रकार वार्ता को संबोधित करते हुए दी।
शिक्षा मंत्री ने बताया कि हाल ही में आई प्राकृतिक आपदा ने जिला मंडी सहित प्रदेश के विभिन्न क्षेत्रों को गंभीर रूप से प्रभावित किया है। इस आपदा से शिक्षा विभाग को भी भारी क्षति पहुँची है। पूरे प्रदेश में 523 शिक्षण संस्थान क्षतिग्रस्त हुए हैं, जिनमें से 109 संस्थानों को भारी क्षति पहुंची है। इन भारी क्षतिग्रस्त संस्थानों की मरम्मत के लिए प्रथम चरण में 16 करोड़ रुपये का प्रावधान किया गया है। बरसात समाप्त होते ही मरम्मत कार्य हिमुडा के माध्यम से किया जाएगा।
उन्होंने कहा कि भारी क्षतिग्रस्त विद्यालयों में राजकीय प्राथमिक विद्यालय: भेखली, भलवाड़, रुचार, निहरी सुनाह, शिल्ली बागी, सरोगी, कुलथणी, मजद्वार, खौली, बागीभनवास, सुमना, सुराह, कुटी, हुकल, केहरी, राजकीय माध्यमिक विद्यालय: भलवाड़, राजकीय उच्च विद्यालय: अनाह, दबेहड़, हेलन, हुकल, केहरी, राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय: बागीभनवास, लंबसफर, नारायणगढ़, निहरी सुनाह, कुफरी, सेरी बटवाड़ा, खन्नी, अहजू शामिल हैं। क्षतिग्रस्त सभी विद्यालयों का मरम्मत कार्य शीघ्र पूरा किया जाएगा, ताकि विद्यालय जल्द सुचारू रूप से चल सकें। शिक्षा विभाग में लगभग 6000 पद पहले ही भरे जा चुके हैं और शीघ्र ही प्रधानाचार्य, मुख्य अध्यापक और पीजीटी शिक्षकों की पदोन्नति प्रक्रिया भी पूरी की जाएगी।
उन्होंने कहा कि शिक्षा के क्षेत्र में महत्वपूर्ण निर्णय लिए जा रहे हैं, जिनमें प्रारंभ से ही अंग्रेजी माध्यम में पढ़ाई के साथ स्थानीय भाषा, आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस, डाटा साइंस एवं बागवानी जैसे विषयों को पाठ्यक्रम में सम्मिलित करने की योजना भी शामिल है। हाल ही में शिक्षा के क्षेत्र में जारी राष्ट्रीय परख सर्वे के नतीजे में हिमाचल देशभर में 5वें स्थान पर पहुंच गया है। हिमाचल की रैंकिंग 2021 में 21वीं थी। इस बार कक्षा तीन ने केरल को भी पीछे छोड़ते हुए देश भर में दूसरा स्थान हासिल किया है।
इस दौरान पूर्व मुख्य संसदीय सचिव सोहन लाल ठाकुर, कांग्रेस पूर्व प्रत्याशी चेतरात ठाकुर, नरेश चौहान, चंपा ठाकुर, महेश राज, जगदीश रेड्डी, ब्रह्म दास चौहान, निखिल, निक्कू राम सैनी, निदेशक कॉलेज कॉडर डॉ. अमरजीत सिंह, निदेशक स्कूल शिक्षा आशीष कोहली और उपनिदेशक शिक्षा यशवीर कुमार उपस्थित रहे।