सरकार की गलत नीतियों से किसान व आढ़ती बर्बादी के कगार पर है- बजरंग गर्ग

सरकारी अधिकारी नमी के नाम पर 1750 से 2100 रुपए प्रति क्विंटल धान की खरीद कर रहे है- बजरंग गर्ग

मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी ने धान की खरीद 3100 रुपए प्रति क्विंटल करने का व्यादा किया था- बजरंग गर्ग

धान व बाजरे खरीद घोटाले की उच्चस्तरीय जांच करवा कर दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई होनी चाहिए- बजरंग गर्ग

इसी सरकार में धान, बाजार, सरसों, शराब, खनन, रजिस्ट्री आदि अनेकों करोड़ों रुपए के घोटाले हुए हैं- बजरंग गर्ग

हिसार, 17.10.25-- व्यापारी प्रतिनिधियों की मीटिंग हरियाणा प्रदेश के व्यापार मंडल के प्रांतीय अध्यक्ष व हरियाणा कांन्फैड के पूर्व चेयरमैन बजरंग गर्ग की अध्यक्षता में हुई। जिसमें धान व बाजरे की सरकारी खरीद एमएसपी पर ना होने पर चिन्ता प्रकट की।

बजरंग गर्ग ने उपस्थित प्रतिनिधियों को संबोधित करते हुए कहा कि सरकार की गलत नीतियों से किसान व आढ़ती बर्बादी के कगार पर है। सरकारी अधिकारी नमी के नाम पर 1750 से 2100 रुपए प्रति क्विंटल धान की खरीद कर रहे हैं जबकि मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी ने धान की खरीद 3100 रुपए प्रति क्विंटल करने का व्यादा किया था। सरकार धान की खरीदी 3100 रुपए करना तो दूर की बात सरकार धान 2389 रुपए प्रति क्विंटल एमएसपी पर भी खरीद नहीं कर रही हैं जिसके कारण किसानों में सरकार के प्रति बड़ा भारी रोष है। बजरंग गर्ग ने कहा कि सरकारी एजेंसियों द्वारा धान खरीद में करोड़ों रुपए का घोटाला किया जा रहा है। इसी प्रकार बाजरा एमएसपी की दरों से 900 रुपए से 1400 रुपए प्रति क्विंटल कम दामों में बिक रहा है। धान व बाजरे की खरीद घोटाले की उच्चस्तरीय जांच करवा कर दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई होनी चाहिए जबकि इसी सरकार में पहले भी करोड़ों रुपए का धान घोटाला हुआ था, जिसकी एफआईआर दर्ज है। सरकार ने करोड़ों रुपए का धान घोटाला को जांच के नाम पर ठंडे बस्ते में डाल दिया है। पिछले करोड़ों रुपए धान घोटाला में आज तक दोषियों पर कोई कार्रवाई नहीं हुई है। इसी सरकार में धान, बाजार, सरसों, शराब, खनन, रजिस्ट्री आदि अनेकों करोड़ों रुपए के घोटाले हुए हैं। एक भी घोटाला पर असली दोषियों को गिरफ्तार नहीं किया गया है क्योंकि दोषियों को पूरी तरह सरकार का आशीर्वाद प्राप्त है।

इस अवसर पर अनाज मंडी एसोसिएशन के जिला प्रधान पवन गर्ग, अनाज मंडी प्रधान रामावतार गोयल, पूर्व प्रधान संजय गोयल, सचिव जगदीश गोदारा, हॉस्पिटल प्रधान अनिल जैन, मंदिर प्रधान अशोक कुमार, प्रदेश संगठन मंत्री राजेंद्र बंसल, प्रदेश सचिव निरंजन गोयल आदि प्रतिनिधि ने अपने विचार रखें।