देश के गृह मंत्री के दौरे पर छात्र नेताओं को हिरासत में लेना घोर निंदनीय - दिग्विजय चौटाला

गृह मंत्री को छात्रों से कैसा डर ? कक्षाएं और लाइब्रेरी बंद, छात्र नेता हिरासत में क्यों ? - दिग्विजय चौटाला

चंडीगढ़, 3 अक्तूबर। जेजेपी युवा अध्यक्ष दिग्विजय चौटाला ने गृह मंत्री अमित शाह के दौरे के चलते इनसो नेताओं को हाउस अरेस्ट व हिरासत में लिए जाने की कड़ी निंदा की है। दिग्विजय ने कहा कि इनसो राष्ट्रीय अध्यक्ष प्रदीप देसवाल को पूरा दिन हाउस अरेस्ट और प्रदेश अध्यक्ष दीपक मलिक को हिरासत में रखकर रोहतक जिला प्रशासन ने लोकतंत्र का गला घोंटा है और अभिव्यक्ति की आजादी के अधिकार का हनन किया है। उन्होंने हैरानी जताई कि आज हरियाणा में ऐसे हालात क्यों बन रहे हैं कि युवा छात्र नेताओं से प्रशासन और सरकार के नेताओं को डर लग रहा है।

दिग्विजय चौटाला ने कहा कि इंडियन नेशनल स्टूडेंट ऑर्गेनाइजेशन यानी इनसो के छात्र नेता हमेशा छात्रों और शिक्षा से जुड़े अहम मुद्दे तथ्यों के साथ उठाते हैं और कई विश्वविद्यालयों और कॉलेजों में सराहनीय काम करते रहे हैं। उनकी गतिविधियों पर इस तरह पाबंदी लगाना और उन्हें घर में हिरासत में रखना दिखाता है कि हरियाणा सरकार और रोहतक प्रशासन को ना छात्र हितों की परवाह है और ना ही उनका लोकतंत्र में विश्वास है। दिग्विजय चौटाला ने कहा कि इस तरह दमन करने से विरोध और मुखर होता है और आने वाले दिनों में राज्य सरकार को इसका एहसास होगा। दिग्विजय चौटाला ने कहा कि सरकार का बस चले तो वह छात्र संगठनों को पूरी तरह ही बंद करवा देगी लेकिन युवा शक्ति ऐसा होने नहीं देगी। उन्होंने कहा कि कॉलेजों में फीस वृद्धि, स्टाफ की कमी, हॉस्टलों की कमी और भर्तियों में भ्रष्टाचार के मामले उजागर करना अगर अपराध है तो ऐसे अपराध इनसो नेता और आज का युवा इस सरकार के खिलाफ निरंतर करता रहेगा।

दिग्विजय चौटाला ने कहा कि केंद्रीय गृह मंत्री के दौरे के चलते बहुत से संस्थानों की कक्षाएं बंद करवाना और लाइब्रेरी बंद करवाना भी दुर्भाग्यपूर्ण है। उन्होंने युवा छात्रों को भरोसा दिलाया कि वे संघर्ष की लड़ाई में खुद को अकेला ना महसूस करें और मायूस ना हों, जल्द ही एक मजबूत रणनीति बनाकर सरकार से इस कुकृत्य की जवाबदेही ली जाएगी।