चंडीगढ़, 3 अक्टूबर। इंडियन नेशनल लोकदल (इनेलो) के राष्ट्रीय अध्यक्ष चौ. अभय सिंह चौटाला ने कहा कि आज प्रदेश का किसान बीजेपी सरकार की किसान विरोधी नीतियों के कारण पूरी तरह से बर्बाद हो चुका है। मंडियों में किसानों को धान में नमी के नाम पर 300 से 400 रूपए की कटौती करके और बाजरा को एमएसपी से कम दाम पर खरीद के सरेआम लूटा जा रहा है।
किसानों की आवाज को बुलंद करने और उनकी लड़ाई लड़ने के लिए दशहरे के दिन कैथल से शुरुआत करते हुए प्रदेश अध्यक्ष रामपाल माजरा ने शुक्रवार को चीका मंडी, प्रदेश महिला प्रभारी सुनैना चौटाला ने फतेहाबाद मंडी, किसान प्रकोष्ठ के प्रदेश अध्यक्ष फूल सिंह मंजूरा ने करनाल मंडी वहीं सोनीपत, पानीपत, भिवानी, दादरी में जिला प्रधानों ने मंडियों में जाकर धान में नमी के नाम पर मचाई जा रही लूट और एमएसपी से कम दाम पर की जा रही बाजरे की खरीद की पोल खोली और सरकार के नाम ज्ञापन भी सौंंपे।
अभय सिंह चौटाला ने कहा कि हाल ही में केंद्र सरकार ने रबी फसलों के न्यूनतम समर्थन मूल्य की घोषणा ए2+एफएल फॉर्मूले के आधार पर तय की है। इस फॉर्मूले के कारण किसानों को प्रति क्विंटल गेहूं में 121 रुपये, जौ में 643 रुपये, चने में 1438 रुपये, मसूर में 864 रुपये, सरसों में 673 रुपये और कुसुम में 2067 रुपये का सीधा नुकसान है। इसके साथ ही एमएसपी को कानूनी गारंटी न देने के फैसले से किसान बेहद निराश और हताश है। वैश्विक मानकों के अनुसार सी2 लागत (कुल लागत) के आधार पर एमएसपी तय किया जाना चाहिए।
अभय सिंह चौटाला ने कहा कि आज किसान की हालत यह है कि डीएपी लेने जाता है तो पुलिस उस पर लाठीचार्ज कर रही है। मंडियों में अब तक 7 लाख टन धान आ चुका है जिसमें खरीद केवल 4.32 लाख टन की ही हुई है और 1.49 लाख टन का ही उठान हो पाया है। जिसके कारण वीरवार रात आई बारिश के कारण खुले में रखा धान भीग गया। वहीं करनाल, हिसार और रोहतक में बिना इलेक्ट्रॉनिक कांटे के धान की खरीद कर लूटा जा रहा है। वहीं पराली जलाने पर किसानों के उपर केस किए जा रहे हैं। चुनाव से पहले झूठे वादे करने वाली बीजेपी सरकार आंख बंद करके आज किसानों के खून-पसीने की कमाई मंडियों में जोड़ने पर मजबूर कर रही है।