हिसार, 02.09.25-- बाबा प्रयाग गिरी शिवालय मंदिर ट्रस्ट में रामनवमी पर हवन-पूजन व भण्डारा का कार्यक्रम शिवालय मंदिर व शिक्षाण संस्थान के प्रधान बजरंग गर्ग के नेतृत्व में हुआ। जिसमें भारी संख्या में धर्म प्रेमियों ने भाग लिया। बजरंग गर्ग ने इस अवसर पर कहा कि भगवान श्री रामचंद्र जी को विष्णु भगवान जी का अवतार माना जाता है। भगवान विष्णु जी ने असुरों का संहार करने के लिए श्री राम के रूप में मानव अवतार लिया था। भगवान श्री रामचंद्र जी को मर्यादा पुरुषोत्तम कहा जाता है। भगवान श्री राम ने विपरीत परिस्थितियों में भी अपने आदर्शों को नही त्यागा और मर्यादा में रहते हुए जीवन व्यतीत किया। बजरंग गर्ग ने कहा कि देश भर में रामनवमी पर पूजा अर्चना कर श्री राम जी का जन्मोत्सव मानते हैं जबकि माता कैकयी द्वारा राम जी के पिता महाराजा दशरथ से वरदान मांगे जाने पर श्री राम ने राजपाट छोड़कर 14 वर्षो के लिए खुशी-खुशी वनवास चले गए थे। वनवास के दौरान श्री रामचंद्र जी ने अहंकारी रावण का वध कर लंका पर विजय प्राप्त की। बजरंग गर्ग ने कहा कि अयोध्या छोड़ते समय श्री राम के साथ माता जानकी और भाई लक्ष्मण भी 14 वर्षो के लिए वनवास पर गए। रामनवमी पर भगवान श्री रामचंद्र जी के साथ माता जानकी व भाई लक्ष्मण जी की भी पूजा साथ में की जाती है। हम सबको भगवान श्री राम जी के आदर्शों पर चलकर सामाजिक व धार्मिक कार्यों में बड़े चढ़कर भाग लेना चाहिए। मानव सेवा सबसे बड़ा धर्म है मानव सेवा से सभी देवी-देवता प्रसन्न होते है। इस अवसर पर संरक्षक नारायण दास बंसल, उपप्रधान कैलाश चौधरी, रमेश लोहिया, प्रबंधक ओम प्रकाश असीजा, सचिव सुरेंद्र सिंगला, संयोजक जगत नारायण, रमेश पटवारी, कृष्ण लाल बागड़ी, मुख्य अध्यापक सतेंद्र गोयल, गंगा प्रसाद मौर्य, मुख्य अध्यापिका अंगूरी देवी, रेणू पहूजा, ऊषा गर्ग, अनिता गर्ग, आदि प्रतिनिधियों ने हवन में आहुति डाली।