राज्यपाल प्रो0 असीम कुमार घोष ने कठुआ के छात्रों से राजभवन में की मुलाकात
छात्रों ने भारतीय सेना की राइजिंग स्टार कोर के सद्भावना यात्रा-2025-26 कार्यक्रम के अंतर्गत राजभवन का दौरा किया
राज्यपाल ने छात्रों को कड़ी मेहनत से अध्ययन करने और जम्मू-कश्मीर तथा समग्र राष्ट्र की प्रगति में योगदान देने के लिए प्रोत्साहित किया

चंडीगढ़, 29 सितंबर, 2025- हरियाणा के माननीय राज्यपाल प्रो. असीम कुमार घोष ने सोमवार को जम्मू-कश्मीर के कठुआ क्षेत्र के गुज्जर-बक्करवाल समुदाय के 25 विद्यार्थियों से संवाद किया। इस अवसर पर माननीय राज्यपाल के साथ उनकी धर्मपत्नी श्रीमती मित्रा घोष भी उपस्थित रहीं।

लेफ्टिनेंट कर्नल अमरीक सिंह के नेतृत्व में 12 लड़कियों और 13 लड़कों का यह दल भारतीय सेना की ’राइजिंग स्टार कोर’ द्वारा आयोजित ’’सद्भावना यात्रा-2025-26’’ के अंतर्गत राष्ट्रीय एकीकरण दौरे पर हैं।
माननीय राज्यपाल ने विद्यार्थियों को कड़ी मेहनत से अध्ययन करने तथा जम्मू-कश्मीर सहित संपूर्ण राष्ट्र की प्रगति में सक्रिय योगदान देने के लिए प्रेरित किया। उन्होंने कहा कि राष्ट्र का हर नागरिक उनके साथ है और उन्हें बेहतर भविष्य निर्माण के लिए हरसंभव अवसर उपलब्ध होंगे।

’’ऑपरेशन सद्भावना’’ के तहत आयोजित इस प्रेरक संवाद ने विद्यार्थियों को भारतीय लोकतंत्र, सांस्कृतिक विरासत और राष्ट्रीय एकता के साथ और गहराई से जोड़ने का अवसर प्रदान किया।
इस अवसर पर राज्यपाल के सचिव श्री दुष्मंत कुमार बेहेरा, एडीसी श्री मोहन कृष्णा पी, लेफ्टिनेंट प्रियंका सेवडा, श्रीमती संतोष शर्मा, श्री राजीव, शिक्षक, राजभवन के अधिकारीगण तथा भारतीय सेना के अन्य कर्मीगण भी उपस्थित रहे।
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राज्यपाल प्रो. असीम कुमार घोष ने कालीबाड़ी मंदिर में दुर्गा पूजा उत्सव में भाग लिया

चंडीगढ़, 29 सितंबर, 2025-
हरियाणा के माननीय राज्यपाल प्रो. असीम कुमार घोष ने अपनी पत्नी श्रीमती मित्रा घोष के साथ सोमवार को चंडीगढ़ के औद्योगिक क्षेत्र-2 स्थित कालीबाड़ी मंदिर में आयोजित दुर्गा पूजा उत्सव में भाग लिया।

इस अवसर पर राज्यपाल ने श्रद्धालुओं को शुभकामनाएं दीं और कहा कि दुर्गा पूजा जैसे त्यौहार बुराई पर अच्छाई की विजय का प्रतीक हैं तथा लोगों को शांति, सद्भाव और सामाजिक एकता के मूल्यों को बनाए रखने के लिए प्रेरित करते हैं।

उन्होंने इस तरह के उत्सवों के माध्यम से समृद्ध सांस्कृतिक परंपराओं को संरक्षित करने के लिए मंदिर समिति और श्रद्धालुओं के प्रयासों की भी सराहना की। माननीय राज्यपाल और उनकी पत्नी अनुष्ठानों में शामिल हुए और श्रद्धालुओं से बातचीत की तथा इस पावन अवसर के आध्यात्मिक उत्साह को साझा किया।