“स्वच्छता हमारा श्रृंगार, हमारी संस्कृति और हमारा धर्म है” – आवासन एवं शहरी कार्य मंत्री श्री मनोहर लाल खट्टर
“स्वच्छता ही सेवा – एक दिन, एक घंटा, एक साथ श्रमदान” अभियान चंडीगढ़ में आयोजित
पंडित दीनदयाल उपाध्याय जयंती पर चंडीगढ़ में सामूहिक स्वच्छता संकल्प
चंडीगढ़, 25 सितम्बर 2025: आवासन एवं शहरी कार्य मंत्री (MoHUA) श्री मनोहर लाल खट्टर ने आज सेक्टर-22 मार्केट, चंडीगढ़ से “स्वच्छता ही सेवा – एक दिन, एक घंटा, एक साथ श्रमदान” अभियान की शुरुआत की। इस अवसर पर अधिकारियों, नागरिकों, बाज़ार वेलफेयर एसोसिएशन, स्वयंसेवकों, सिविल डिफेंस और सफाई मित्रों ने उत्साहपूर्वक भाग लिया और स्वच्छ भारत के संकल्प को पुनः दृढ़ किया। एक बड़े स्तर पर श्रमदान किया गया, जिसमें सभी प्रतिभागियों ने पूरे मनोयोग से आसपास के क्षेत्र की सफाई की।
यह कार्यक्रम पंडित दीनदयाल उपाध्याय की जयंती के अवसर पर आयोजित किया गया। शुरुआत एक प्रतीकात्मक gesture से हुई, जिसमें सफाई कर्मचारी की पुत्री को फल भेंट किए गए और उसके बाद मुख्य अतिथि को सिग्नेचर वॉल तक ले जाया गया। कपड़े के थैले भी वितरित किए गए ताकि इको-फ्रेंडली आदतें अपनाई जा सकें और सिंगल-यूज़ प्लास्टिक का उपयोग हतोत्साहित हो। इस अवसर पर MoHUA ने सभी प्रतिभागियों को “स्वच्छता की शपथ” दिलाई और उन्हें स्वच्छता एवं सतत जीवन शैली अपनाने के लिए प्रेरित किया।
अपने संबोधन में श्री मनोहर लाल खट्टर ने जनभागीदारी की अहमियत पर जोर देते हुए कहा कि स्वच्छ भारत मिशन तभी सफल होगा जब प्रत्येक नागरिक इसकी जिम्मेदारी उठाएगा। उन्होंने कहा कि स्वच्छता केवल सरकारी कार्यक्रम नहीं है, बल्कि यह एक जन आंदोलन है। उन्होंने रेखांकित किया कि पहले सफाई कार्य को लोग तुच्छ समझते थे, लेकिन माननीय प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में अब यह एक संपूर्ण देश का आंदोलन बन गया है। MoHUA ने कहा कि “स्वच्छता हमारा श्रृंगार, हमारी संस्कृति, हमारा स्वभाव, हमारा कर्म और हमारा धर्म है। स्वच्छता के बिना कोई भी उपलब्धि या प्रतिभा उजागर नहीं हो सकती।”
उन्होंने कहा कि जैसे हम स्वाभाविक रूप से स्वच्छता की ओर आकर्षित होते हैं, उसी प्रकार घर, दुकान, पूजा स्थल, विद्यालय, अस्पताल, सामुदायिक केंद्र और सार्वजनिक स्थलों पर भी स्वच्छता को समान रूप से अपनाना चाहिए। उन्होंने सभी को यह संदेश दिया कि स्वच्छता को एक दैनिक आदत बनाना चाहिए, न कि केवल एक दिन की गतिविधि। श्री खट्टर ने नागरिकों, व्यापारियों, विद्यार्थियों और मीडिया प्रतिनिधियों सहित समाज के सभी वर्गों से सक्रिय भागीदारी का आह्वान किया और कहा कि “सच्चा परिवर्तन तभी संभव है जब हर व्यक्ति पूरे मन से योगदान दे।”
इस अवसर पर उपायुक्त चंडीगढ़ श्री निशांत कुमार यादव, आईएएस; विशेष आयुक्त नगर निगम श्री प्रदीप कुमार, आईएएस; एसडीएम साउथ सुश्री ईशा कंबोज, एचसीएस सहित नगर निगम एवं चंडीगढ़ प्रशासन के अन्य अधिकारी उपस्थित रहे।
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पोषण माह 2025 : चंडीगढ़ में पोषण और स्वास्थ्य जागरूकता को बढ़ावा
चंडीगढ़, 25 सितंबर 2025: पोषण माह 2025 के अंतर्गत, सामाजिक कल्याण, महिला एवं बाल विकास विभाग, यू.टी. चंडीगढ़ द्वारा पूरे शहर में स्वास्थ्य एवं पोषण संबंधी जागरूकता गतिविधियाँ आयोजित की जा रही हैं। इस अभियान का उद्देश्य बच्चों, गर्भवती एवं स्तनपान कराने वाली माताओं तथा परिवारों के पोषण स्तर को सामुदायिक स्तर पर बेहतर बनाना है।
विशेष गोद भराई एवं प्रधानमंत्री मातृ वंदना योजना (PMMVY) शिविर का आयोजन किया गया, जिसमें लाभार्थियों के लिए आभा आईडी (ABHA ID) एवं अपार आईडी (APAAR ID) बनाई गई। बच्चों ने प्रारंभिक बाल देखभाल एवं शिक्षा (ECCE) सत्रों में कठपुतली शो के माध्यम से भाग लिया, वहीं आरसी धनास-I में एनीमिया पर व्याख्यान आयोजित हुआ।
स्वास्थ्य और पोषण जागरूकता को बढ़ावा देने हेतु कई अन्य महत्वपूर्ण गतिविधियाँ भी आयोजित की गईं। इनमें घर पर योग अभ्यास, स्वास्थ्य के लिए मोटे अनाज (मिलेट्स) के सेवन को बढ़ावा, मिलेट्स पर नारा लेखन प्रतियोगिता, टीकाकरण पर व्याख्यान शामिल थे। घर पर ओआरएस बनाने का प्रदर्शन, घरेलू अपशिष्ट से ईसीसीई सामग्री तैयार करना, तथा स्तनपान और बच्चों के टीकाकरण की महत्ता पर जागरूकता कार्यक्रम भी किए गए।
पोषण आधारित सत्रों में बच्चों के लिए संतुलित आहार, मौसमी सब्जियों के महत्व पर बल दिया गया। हैंडवॉशिंग डेमो, आईएफए (Iron-Folic Acid) टैबलेट वितरण, गर्भावस्था के दौरान आहार तथा टीकाकरण के महत्व पर माताओं के लिए व्याख्यान आयोजित हुए। इन गतिविधियों का लाभ 450 आंगनवाड़ी केंद्रों तक पहुँचा, जहाँ गंभीर कुपोषित (SAM) एवं मध्यम कुपोषित (MAM) बच्चों पर विशेष ध्यान दिया गया।
इन पहलों से यू.टी. चंडीगढ़ प्रशासन की मातृ एवं शिशु स्वास्थ्य संवर्धन, घर-घर स्वस्थ्य आदतों को प्रोत्साहित करने तथा पोषण, स्वच्छता और टीकाकरण पर व्यापक जन-जागरूकता फैलाने की प्रतिबद्धता झलकती है।