नशे के खिलाफ युद्ध में ब्रह्माकुमारी संस्था बनी जिला प्रशासन की सहभागी
स्कूल अध्यापकों को बनाया जाएगा नशा मुक्त समाज का मार्गदर्शक
सिविल सोसायटी के बिना अधूरा है नशा मुक्ति अभियान : उपायुक्त मंडी

मंडी, 25 सितम्बर। नशा निवारण अभियान के अंतर्गत जिला मंडी में आज से अध्यापकों के लिए विशेष जागरूकता कार्यक्रम शुरू हुआ। इस मुहिम में ब्रह्माकुमारी संस्था जिला प्रशासन की महत्वपूर्ण सहभागी बनी है। एक नवम्बर तक चलने वाले इस अभियान में जिले के 25 शिक्षा खंडों के राजकीय वरिष्ठ, उच्च और माध्यमिक स्कूलों के एक-एक अध्यापक को नशे के दुष्प्रभावों, रोकथाम और उपचार संबंधी प्रशिक्षण दिया जाएगा। इसके लिए जिला ब्रह्माकुमारी संस्था के सहयोग से 11 कार्यशालाएं आयोजित होंगी। जागरूकता कार्यक्रम का शुभारंभ उपायुक्त अपूर्व देवगन ने सद्भावना भवन, प्रजापिता ब्रह्माकुमारी ईश्वरीय विश्वविद्यालय भ्यूली में दीप प्रज्ज्वलित कर किया।

आज आयोजित पहली कार्यशाला में मंडी सदर-1, सदर-2 और साईगलू शिक्षा खंडों के अध्यापक शामिल हुए। प्रतिभागियों को ‘व्यसन और इसके कारण’, ‘नशे की आंतरिक खुशी का विज्ञान’, ‘कलंक, निदान और उपचार की चुनौतियां’ तथा ‘पुनः नशे की ओर लौटना, स्वास्थ्य लाभ और जीवन में लचीलापन जैसे विषयों पर विशेषज्ञों ने मार्गदर्शन दिया।

उपायुक्त अपूर्व देवगन ने कहा कि नशे के खिलाफ यह एक सतत युद्ध है, जिसे कानून और व्यवस्था के साथ-साथ जागरूकता के जरिए भी लड़ना होगा। उन्होंने कहा कि इस दिशा में जिला प्रशासन को ब्रह्माकुमारी संस्था से मिल रहा सहयोग सराहनीय है और इसके लिए उन्होंने संस्था का धन्यवाद किया। उपायुक्त ने कहा कि नशा मुक्ति अभियान केवल सरकार और प्रशासन के बलबूते पर सफल नहीं हो सकता, इसमें सिविल सोसायटी की सक्रिय भागीदारी अनिवार्य है। उन्होंने अध्यापकों से आग्रह किया कि वे बच्चों को नियमित रूप से नशे के दुष्प्रभावों से अवगत कराते रहें और उन्हें सही दिशा में मार्गदर्शन दें।

मंडी जिला से राजयोगिनी शीला दीदी ने कहा कि नशे की समस्या अत्यंत गंभीर है और इसके समाधान के लिए सामूहिक प्रयास जरूरी हैं। उन्होंने कहा कि अब बच्चों को मार-डांट कर सुधारने का समय बीत चुका है, उन्हें केवल प्यार और संवाद से ही सही दिशा दी जा सकती है। बच्चों को स्नेह और सकारात्मक वातावरण चाहिए, उसी के माध्यम से हम उन्हें नशे के प्रभाव से बचा सकते हैं। उन्होंने कहा कि इस जंग में समाज का सहयोग सबसे अहम है।

मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. दिपाली शर्मा ने कहा कि अध्यापक समाज के स्तंभ हैं और बच्चों की व्यक्तित्व निर्माण में उनकी भूमिका निर्णायक होती है। यदि कोई बच्चा नशे की चपेट में आता है तो अध्यापक उसे सही मार्गदर्शन और स्वास्थ्य विभाग के सहयोग से बाहर निकाल सकते हैं।

आईआईटी मंडी के मनोचिकित्सक और ब्रह्माकुमारी रिसर्च ग्रुप के सदस्य डॉ रमाजयम ने अध्यापकों को बच्चों की समस्याओं की पहचान करने और स्ट्रेस मैनेजमेंट पर विशेष बल दिया। इस अवसर पर स्वास्थ्य विभाग से डॉ. पवनेश और पुलिस विभाग से डीएसपी दिनेश कुमार ने भी नशा निवारण संबंधी प्रयासों की जानकारी दी। इस अवसर पर जिला कल्याण अधिकारी समीर और विभिन्न स्कूलों के अध्यापक उपस्थित रहे।

एक नवम्बर तक आयोजित होंगी कार्यशालाएं

जागरूकता कार्यशालाएं क्रमवार पूरे जिले में आयोजित की जाएंगी। 26 सितम्बर को बल्ह-1, बल्ह-2 और सलवाहण के अध्यापक भंगरोटू भवन में, 27 सितम्बर को सुंदरनगर-1, सुंदरनगर-2 और निहरी के अध्यापक सुंदरनगर में, 3 अक्तूबर को द्रंग-2 के अध्यापक पधर (डला) में, 4 अक्तूबर को द्रंग-1, चौंतरा-1 और चौंतरा-2 के अध्यापक जोगिंदरनगर (ढेलू) में, 9 अक्तूबर को चच्योट-1 और चच्योट-2 के अध्यापक चौल चौक में, 11 अक्तूबर को धर्मपुर-1, धर्मपुर-2, गोपालपुर-1 और गोपालपुर-2 के अध्यापक सरकाघाट में, 16 अक्तूबर को बगस्याड़ खंड के अध्यापक बगस्याड़ में, 17 अक्तूबर को सराज-1 के अध्यापक जंजैहली में, 18 अक्तूबर को करसोग-1 और करसोग-2 के अध्यापक करसोग में तथा 1 नवम्बर को सराज-2 और औट के अध्यापक बालीचौकी में प्रशिक्षित किए जाएंगे।
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मंडी जिला में 29 सितंबर से 16 अक्तूबर तक चलेगा विशेष प्रचार अभियान
मंडी, 25 सितंबर। मंडी जिला में अनुसूचित जाति के कल्याण के लिए चलाई जा रही विभिन्न कल्याणकारी योजनाओं की जानकारी लोगों तक पहुंचाने के लिए प्रदेश सरकार द्वारा एक विशेष प्रचार अभियान चलाया जा रहा है। मंडी जिला में यह अभियान 29 सितम्बर से 16 अक्तूबर, 2025 चलाया जाएगा। जिसमें सूचना एवं जन संपर्क विभाग के साथ संबद्ध फोक मीडिया ग्रुप अनुसूचित जाति बाहुल्य जनसंख्या वाले गांव में जाकर इन वर्गों के कल्याण के लिए चलाई जा रही योजनाओं की जानकारी गीत-संगीत व नुक्कड़ नाटकों के माध्यम से लोगों को दी जाएगी। इस दौरान नशा-निवारण अभियान तथा प्रदेश सरकार के महत्वाकांक्षी योजनाओं के बारे भी लोगों को जागरूक किया जाएगा।
अभियान की विस्तृत जानकारी देते हुए सरकारी प्रवक्ता ने बताया कि इस अभियान के तहत सदर विधान सभा क्षेत्र के धनयारी में 29 सितंबर को प्रातः 11 बजे तथा बीर में 2 बजे, 30 सितंबर को बतौर में 11 बजे तथा भटवाड़ में 2 बजे कार्यक्रम प्रस्तुत किये जाएंगे। सरकाघाट में पहली अक्तूबर को प्रातः 11 बजे बल्द्वाड़ा में तथा रोपा ठाठर में 2 बजे, 2 अक्तूबर को सैण में 11 बजे तथा चैरी में 2 बजे जबकि छिम्बा बल्ह में 3 अक्तूबर को प्रातः 11 बजे कार्यक्रम प्रस्तुत किये जाएंगे। धर्मपुर विधानसभा क्षेत्र के घनाला में 3 अक्तूबर को प्रातः 11 बजे कोठुआं में 2 बजे, 4 अक्तूबर को थाती में प्रातः 11 बजे, त्रयाम्बला में 2 बजे तथा सिद्धपुर में 5 अक्तूबर को प्रातः 11 बजे कार्यक्रम प्रस्तुत किये जाएंगे। जोगिन्दरनगर विधानसभा क्षेत्र के माकन खुर्द में 5 अक्तूबर को प्रातः 11 बजे, तुलाह में 2 बजे जबकि 7 अक्तूबर को दौंथल में प्रातः 11 बजे तथा भौरा में 2 बजे कार्यक्रम प्रस्तुत किये जाएंगे। सुंदरनगर विधानसभा क्षेत्र के डैहर में 8 अक्तूबर को प्रातः 11 बजे, जड़ोल में 2 बजे, 9 अक्तूबर को कलौहड में प्रातः 11 बजे जबकि 10 अक्तूबर को धवाल में 11 बजे तथा चमुखा में 2 बजे कार्यक्रम प्रस्तुत किये जाएंगे।
उन्होंने बताया कि नाचन विधानसभा क्षेत्र के चाम्बी में 11 अक्तूबर को प्रातः 11 बजे, 12 अक्तूबर को शाला में प्रातः 11 बजे, दाड़ी में 2 बजे जबकि 13 अक्तूबर को घाना में 11 बजे व छात्तर में 14 अक्तूबर को 11 बजे कार्यक्रम प्रस्तुत किये जाएंगे। बल्ह विधानसभा क्षेत्र के टावाॅं में 14 अक्तूबर को 2 बजे, 15 अक्तूबर को पनौलू में 11 बजे, कुम्मी में 2 बजे, 16 अक्तूबर को गोढ़ा गागल में प्रातः 11 बजे तथा मलथेहड़ में 2 बजे कार्यक्रम होंगे। सराज विधानसभा क्षेत्र के त्रासन में 8 अक्तूबर को 11 बजे, च्यूणी में 2 बजे, 9 अक्तूबर को संगलबाड़ा में प्रातः 11 बजे तथा 10 अक्तूबर को बाखलबाड़ में प्रातः 11 बजे तथा थुनाग में 2 बजे कार्यक्रम होंगे। द्रंग विधानसभा क्षेत्र के रोपा चैहटीगढ़ में 29 सितंबर को प्रातः 11 बजे तथा खमराधा में 2 बजे जबकि 30 सितंबर को प्रातः 11 बजे समसोई में कार्यक्रम होंगे। करसोग विधानसभा क्षेत्र के बताला बहली में, 4 अक्तूबर को प्रातः 11 बजे, सनारली में 2 बजे, 5 अक्तूबर को राकणी में प्रातः तथा कलमा में 2 बजे जबकि साहल में 6 अक्तूबर को कार्यक्रम प्रस्तुत किये जाएंगे।
उन्होंने स्थानीय लोगों से आग्रह किया कि वे अधिक से अधिक संख्या में इन कार्यक्रमों में भाग लेकर प्रदेश सरकार द्वारा जन कल्याण के लिए चलाई जा रही योजनाओं को जानें और उनका लाभ उठाएं। साथ ही पंचायत प्रतिनिधियों, महिला व युवक मंडलों से भी इन कार्यक्रमों के सफल संचालन में सक्रिय सहयोग का आग्रह किया है।
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चोलथरा में मोटापा विषय पर जागरूकता शिविर आयोजित

मंडी, 25 सितम्बर। राष्ट्रीय पोषण माह-2025 के अंतर्गत आज चोलथरा में मोटापा (Obesity) विषय पर एक जागरूकता शिविर आयोजित किया गया। इस शिविर का आयोजन सर्कल चोलथरा की पर्यवेक्षिका शीला देवी के नेतृत्व में किया गया। कार्यक्रम की अध्यक्षता महिला मंडल प्रधान सुमन राठौर ने की। इस अवसर पर उपप्रधान कुलवीरा बन्याल, आशा कार्यकर्ता, आंगनवाड़ी कार्यकर्त्रियाँ एवं स्थानीय समुदाय के लोग उपस्थित रहे। कुल 44 प्रतिभागियों ने शिविर में भाग लिया।

शिविर के दौरान शीला देवी ने मोटापे के कारणों, इसके स्वास्थ्य पर पड़ने वाले प्रभावों और बचाव के उपायों पर विस्तार से जानकारी दी। उन्होंने बताया कि असंतुलित एवं तैलीय आहार, जंक फूड और मीठे पेय मोटापे के मुख्य कारण हैं। महिला मंडल प्रधान सुमन राठौर ने अपने संबोधन में कहा कि गाँवों में उपलब्ध स्थानीय एवं जैविक उत्पादों का अधिक से अधिक उपयोग करना चाहिए तथा संतुलित आहार को अपनाकर जंक फूड से बचना चाहिए।

शिविर में आंगनवाड़ी कार्यकर्ताओं द्वारा स्थानीय व्यंजनों की प्रदर्शनी लगाई गई। प्रतिभागियों को मोटापे से होने वाली प्रमुख बीमारियों जैसे मधुमेह, उच्च रक्तचाप, हृदय रोग और जोड़ों के दर्द के बारे में जानकारी दी गई। साथ ही संतुलित आहार, नियमित व्यायाम, खेलकूद और स्वस्थ जीवनशैली को अपनाने पर जोर दिया गया। प्रतिभागियों को यह संदेश दिया गया कि “स्वस्थ शरीर में ही स्वस्थ मन निवास करता है।” स्थानीय जनप्रतिनिधियों, महिला मंडल सदस्यों और समुदाय की महिलाओं ने सक्रिय भागीदारी निभाई और समाज को मोटापे से बचाव के लिए जागरूक करने का संकल्प लिया।
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कार्यालयी कार्यों में हिंदी भाषा के महत्व पर त्रैमासिक कार्यशाला आयोजित
मंडी, 25 सितंबर। राष्ट्रीय सांख्यिकी कार्यालय, मंडी द्वारा आज यहां त्रैमासिक हिंदी कार्यशाला का आयोजन किया गया। इस कार्यशाला का उद्देश्य कार्यालयी कार्यों में हिंदी भाषा के महत्व को रेखांकित करना था।
कार्यक्रम की अध्यक्षता सहायक निदेशक, राष्ट्रीय सांख्यिकी कार्यालय, मंडी अमित कुमार ने की। उन्होंने हिन्दी के विकास व कार्यालयों में इसके महत्त्व पर अपने विचार साझा किये। सहायक निदेशक, राष्ट्रीय सांख्यिकी कार्यालय, शिमला दिवान चंद ठाकुर ने कार्यालयी कार्यों में हिंदी भाषा के सहज, प्रभावी और व्यापक उपयोग के लिए प्रोत्साहित करने की आवश्यकता पर बल दिया।
विशिष्ट अतिथि के रूप में जिला जनसम्पर्क अधिकारी, मंडी हेमंत शर्मा तथा प्रधानाचार्य, केंद्रीय विद्यालय, मंडी सुरेश कुमार ने भी हिंदी भाषा की व्यवहारिक उपयोगिता और इसकी कार्यालयी दक्षता में भूमिका पर प्रकाश डाला। कार्यालयों में हिंदी भाषा के महत्व पर चर्चा करते हुए हेमंत शर्मा ने कहा कि इससे सरकार की जनकल्याणकारी नीतियों एवं कार्यक्रमों को आम जन तक प्रभावी ढंग से पहुंचाने में भी मदद मिलती है। विशेषतौर पर जनसंचार में इसका उपयोग उतरोत्तर बढ़ता जा रहा है। हमें अपनी बोलचाल में भी हिंदी को अधिकाधिक प्रयोग में लाना होगा। उन्होंने हिंदी को सच्चे मन से आत्मसात करने का आग्रह करते हुए कहा कि इससे कार्यालयी हिंदी को बोझिल समझने के हमारे दृष्टिकोण में भी सकारात्मक बदलाव आएगा। उन्होंने हिंदी व्याकरण की शुद्धता, शब्दावली व शब्दकोषों के उचित उपयोग के साथ ही स्तरीय हिंदी पत्र-पत्रिकाओं के नियमित पठन-पाठन पर भी बल दिया, ताकि हिंदी भाषा का हमारा ज्ञान और व्यापक हो सके।
इस अवसर पर क्षेत्रीय कार्यालय शिमला, उपक्षेत्रीय कार्यालय हमीरपुर एवं धर्मशाला के वरिष्ठ सांख्यिकी अधिकारियों ने भी अपने विचार साझा किए और हिंदी को कार्यकुशलता तथा जनसंपर्क का सशक्त माध्यम बताया।
कार्यशाला में राष्ट्रीय सांख्यिकी कार्यालय के अधिकारी एवं कर्मचारी बड़ी संख्या में उपस्थित रहे और सभी ने कार्यालयी कार्यों में हिंदी के अधिकतम प्रयोग को बढ़ावा देने का संकल्प लिया।
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जोनल अस्पताल मंडी में मनाया गया विश्व फार्मासिस्ट दिवस

मंडी, 25 सितम्बर। जोनल अस्पताल मंडी में आज विश्व फार्मासिस्ट दिवस मनाया गया। इस अवसर पर मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. दिपाली शर्मा मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित रहीं। उन्होंने फार्मेसी अधिकारियों की स्वास्थ्य क्षेत्र में महत्वपूर्ण भूमिका और योगदान पर प्रकाश डाला तथा सभी चीफ फार्मेसी ऑफिसर और फार्मेसी ऑफिसर को शुभकामनाएं एवं बधाई दीं।

कार्यक्रम के दौरान प्रशिक्षु फार्मासिस्टों ने रंगारंग सांस्कृतिक प्रस्तुतियां दीं। इस अवसर पर वरिष्ठ चिकित्सा अधीक्षक डॉ. दिनेश ठाकुर, एम.ओ.एच. डॉ. अरिंदम रॉय, डॉ अरविन्द बहल, चीफ फार्मेसी ऑफिसर विनय चंदेल, हंस राज, टेक चंद, कमला सहित सभी फार्मेसी अधिकारी उपस्थित रहे।

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