सदभावना दिवस पर अधिकारियों-कर्मचारियों ने ली शपथ

हमीरपुर 20 अगस्त। पूर्व प्रधानमंत्री स्वर्गीय राजीव गांधी का जन्म दिवस बुधवार को जिला हमीरपुर में भी सद्भावना दिवस के रूप में मनाया गया। इस उपलक्ष्य पर जिला हमीरपुर के विभिन्न सरकारी कार्यालयों एवं संस्थानों में अधिकारियों और कर्मचारियों ने राष्ट्रीय सद्भावना की शपथ ली।
उपायुक्त कार्यालय परिसर में आयोजित एक कार्यक्रम में सहायक आयुक्त राजीव ठाकुर ने अधिकारियों और कर्मचारियों को जाति, संप्रदाय, क्षेत्र, धर्म और भाषा इत्यादि का भेदभाव किए बिना देश की भावनात्मक एकता और सदभावना के लिए कार्य करने तथा सभी प्रकार के मतभेदों को सदैव आपसी बातचीत एवं संवैधानिक माध्यमों से ही सुलझाने की शपथ दिलाई।

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रैगिंग के दोषी विद्यार्थियों को हो सकता है कारावास एवं जुर्माना
बहुतकनीकी महाविद्यालय में प्रधानाचार्य ने की एंटी रैगिंग कमेटी की बैठक की अध्यक्षता
किसी भी संदिग्ध गतिविधि की सूचना तुरंत एंटी रैगिंग कमेटी को देने की अपील की

हमीरपुर 20 अगस्त। राजकीय बहुतकनीकी महाविद्यालय हमीरपुर की एंटी रैगिंग कमेटी की बैठक बुधवार को यहां महाविद्यालय के सम्मेलन हॉल मंे आयोजित की गई। प्रधानाचार्य चंद्रशेखर की अध्यक्षता में आयोजित इस बैठक में कमेटी के सदस्यों, विभिन्न विभागाध्यक्षों, अन्य फैकल्टी मैंबर्स, छात्र प्रतिनिधियों, अभिभावकों और हॉस्टल एवं पीजी संचालकों ने भाग लिया।
इस अवसर पर प्रधानाचार्य ने कहा कि शिक्षण संस्थानों में रैगिंग को रोकने के लिए बहुत ही कड़ा कानून बनाया गया है। इसमें रैगिंग को गैर जमानती अपराध की श्रेणी में रखा गया है। रैगिंग के दोषी विद्यार्थी को कारावास और जुर्माना हो सकता है तथा उसे संस्थान से निष्कासित भी किया जा सकता है। उन्होंने कहा कि विद्यार्थी को किसी भी तरह से शारीरिक और मानसिक रूप से प्रताड़ित करने जैसी सभी गतिविधियां रैगिंग की श्रेणी में आती हैं।
प्रधानाचार्य ने बताया कि बहुतकनीकी महाविद्यालय परिसर, हॉस्टलों एवं पीजी तथा इनके आस-पास के क्षेत्रों में रैगिंग जैसी गतिविधियों को रोकने के लिए व्यापक प्रबंध किए गए हैं। संस्थान में एंटी रैगिंग कमेटी के अलावा एंटी रैगिंग दस्तों का गठन भी किया गया है। संस्थान, हॉस्टल और इनके आस-पास के सभी महत्वपूर्ण स्थानों पर हेल्पलाइन नंबर भी प्रदर्शित किए गए हैं। उन्होंने विद्यार्थियों के प्रतिनिधियों से कहा कि वे अपनी-अपनी कक्षाओं में विद्यार्थियों को रैगिंग रोधी कानून के विभिन्न प्रावधानों के प्रति जागरुक करें और किसी भी संदिग्ध गतिविधि की सूचना तुरंत एंटी रैगिंग कमेटी या एंटी रैगिंग दस्ते के सदस्यों को दें।
प्रधानाचार्य ने बताया कि इस वर्ष पहली अगस्त से आरंभ किए गए नए बैच में लगभग 250 विद्यार्थी दाखिल हुए हैं। इन नए विद्यार्थियों के लिए आयोजित एक सप्ताह के इंडक्शन कार्यक्रम में भी रैगिंग जैसी गतिविधियों के प्रति जागरुक किया गया है। उन्होंने कहा कि एंटी रैगिंग कमेटी, समस्त फैकल्टी और छात्र प्रतिनिधियों के सामूहिक प्रयासों से ही संस्थान और इसके आस-पास के पूरे परिसर को रैगिंग मुक्त बनाया जा सकता है।
इस अवसर पर मैकेनिकल इंजीनियरिंग के विभागाध्यक्ष अरविंद कटोच और कमेटी के अन्य सदस्यों ने भी छात्र प्रतिनिधियों, अभिभावकों और पीजी संचालकों को रैगिंग विरोधी उपायों एवं आवश्यक प्रबंधों की जानकारी दी। कंप्यूटर इंजीनियरिंग विभाग के प्राध्यापक वरुण कुमार ने कमेटी के सभी सदस्यों का धन्यवाद किया।

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सामाजिक सुरक्षा पेंशनधारकों के लिए ई-केवाईसी अनिवार्य, 31 अगस्त तक पूर्ण कराएं प्रक्रिया
ऊना, 20 अगस्त. यदि आप हिमाचल सरकार की सामाजिक सुरक्षा पेंशन योजनाओं के लाभार्थी हैं तो यह खबर आपके लिए बेहद महत्वपूर्ण है। प्रदेश सरकार ने सामाजिक सुरक्षा पेंशनधारकों के लिए ई-केवाईसी प्रक्रिया अनिवार्य कर दी है। सभी पेंशनधारकों को 31 अगस्त तक ई-केवाईसी करवाना आवश्यक होगा।
जिला कल्याण अधिकारी ऊना, आवास पंडित ने बताया कि ई-केवाईसी की सुविधा जिले के सभी आंगनवाड़ी केंद्रों पर विभाग द्वारा तैयार मोबाइल ऐप के माध्यम से उपलब्ध करवाई गई है। इस प्रक्रिया के लिए लाभार्थियों को आधार कार्ड, आयु प्रमाण पत्र, पंचायत सचिव अथवा नगर निगम या स्वास्थ्य विभाग द्वारा जारी प्रमाण पत्र, वोटर कार्ड अथवा पैन कार्ड या 10वीं का प्रमाण पत्र, जन्म-मृत्यु प्रमाण पत्र और बैंक पासबुक की प्रति साथ लाना आवश्यक है। प्रक्रिया पूर्ण होने के बाद पेंशन सीधे लाभार्थियों के बैंक खातों में जमा होगी।
उन्होंने बताया कि वर्तमान में प्रदेश में कुल 8.3 लाख पेंशनधारक हैं, जिनमें से 70,096 ऊना जिले से संबंधित हैं। इनमें वृद्धावस्था, विधवा तथा विकलांग आदि पेंशनधारक शामिल हैं।
जिला कल्याण अधिकारी ने स्पष्ट किया कि नई ई-केवाईसी प्रणाली से पेंशन वितरण प्रक्रिया और अधिक पारदर्शी, सरल तथा समयबद्ध बनेगी। इससे पेंशन समय पर सीधे खातों में पहुंचेगी और किसी भी प्रकार की रुकावट नहीं आएगी।

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*मंडी सदर के बिनोल क्लस्टर में मौसम्बी पौधारोपण अभियान का शुभारंभ*

*मंडी, 20 अगस्त।* हिमाचल प्रदेश उपोष्ण कटिबंधीय बागवानी परियोजना (एचपी शिवा) के अंतर्गत आज मंडी सदर के बिनोल क्लस्टर में उद्यान विभाग द्वारा क्लस्टर विस्तार हेतु मौसम्बी पौधारोपण अभियान का विधिवत शुभारंभ किया गया। कार्यक्रम की अध्यक्षता संयुक्त निदेशक उद्यान, मध्यक्षेत्र मंडी डॉ. वी.पी. बैन्स ने की।

उन्होंने बताया कि यह क्लस्टर वर्ष 2021 में प्रदर्शन क्लस्टर के रूप में लगभग 1 हैक्टेयर में स्थापित किया गया था। इस वर्ष क्लस्टर के विस्तार के अंतर्गत लगभग 7 हेक्टेयर क्षेत्र में 7,777 मौसम्बी के पौधों का रोपण किया जा रहा है। इस कार्य को शीघ्र ही इसी माह पूरा किया जाएगा। इससे क्लस्टर के बागवानों को आय सुदृढ़ करने का बेहतर साधन प्राप्त होगा और क्षेत्र की बागवानी गतिविधियों को नई दिशा मिलेगी। इसमें विभाग द्वारा एक लाख लीटर का एमडीटी टैंक और 50000 लीटर का मॉड्यूलर टैंक सिंचाई व्यवस्था हेतु और टपक सिंचाई को सुचारू रूप से चलाने हेतु बनवाया गया है। साथ ही इसमें पौधों की सुरक्षा हेतु 7 हेक्टेयर एरिया में सोलर फेंसिंग एवं बाड़ बंदी क्लस्टर की करवाई गई है।

पौधों की आपूर्ति के लिए विभिन्न नर्सरियों से उच्च गुणवत्ता के पौधे मंगवाए गए हैं, जिनमें पंजाब और जैन इरिगेशन, जलगांव से प्राप्त पौधे भी शामिल हैं। इन पौधों को क्लस्टर के बागवानों में वितरित किया जा रहा है। यह पहल यहां के ग्रामीणों को आर्थिक दृष्टि से आत्मनिर्भर बनाने और क्षेत्र को बागवानी के क्षेत्र में सुदृढ़ करने की दिशा में महत्वपूर्ण कदम है।

इस अवसर पर डॉ वी.पी. बैंस एवं डॉ. संजय गुप्ता ने बागवानों को पौधारोपण की तकनीक, पौधों की देखभाल, सिंचाई प्रबंधन, रोग एवं कीट नियंत्रण के बारे में विस्तारपूर्वक जानकारी दी। साथ ही उद्यान विभाग की अन्य योजनाओं एवं परियोजनाओं की जानकारी भी साझा की गई।

कार्यक्रम में लगभग 50 बागवान शामिल हुए, जिन्हें इस परियोजना के अंतर्गत बागवानी विकास हेतु लाभान्वित किया जा रहा है।

इस अवसर पर डॉ. संजय गुप्ता उपनिदेशक उद्यान जिला मंडी, डॉ. राजेश शर्मा जिला समन्वयक सुंदरनगर, डॉ. राकेश राणा विषय विषयवाद विशेषज्ञ उद्यान सदर, डॉ. शिक्षा उद्यान विकास अधिकारी सदर, क्लस्टर प्रधान बिनोल, सीएचपीएमए की टीम एवं क्लस्टर के सभी बागवान उपस्थित रहे।

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सोलन- दिनांक 20.08.2025

राष्ट्रीय कृमि मुक्ति दिवस के अवसर पर 2,24,000 बच्चों को खिलाई जाएगी एल्बेंडाजोल दवाई - डॉ. अजय पाठक

राष्ट्रीय कृमि मुक्ति दिवस के अवसर पर 21 अगस्त, 2025 को सोलन के 1077 स्कूलों और 1281 आंगनबाड़ी केन्द्रों में बच्चों को कृमि मुक्ति दवा खिलाई जाएगी। यह जानकारी आज यहां मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. अजय पाठक ने इस संबंध में आयोजित प्रशिक्षण कार्यशाला को सम्बोधित करते हुए दी।
डॉ. अजय पाठक ने कहा कि 21 अगस्त, 2025 को सोलन ज़िला के लगभग 2,24,000 बच्चों को एल्बेंडाजोल दवाई खिलाई जाएगी। उन्होंने कहा कि बच्चों को वृहद् स्तर पर यह दवा खिलाने का उद्देश्य उन्हें स्वस्थ रखना है।
मुख्य चिकित्सा अधिकारी ने कहा कि राष्ट्रीय कृमि मुक्ति दिवस वर्ष में दो बार अगस्त व फरवरी माह में आयोजित किया जाता है। इस अवसर पर प्रथम से 19 वर्ष तक के सभी बच्चों को एल्बेंडाजोल दवा खिलाई जाती है।
उन्होंने कहा कि कृमि दिवस के अवसर पर बच्चों को कृमि हर दवा खिलाने के साथ-साथ हाथों की सफाई, पूर्ण स्वच्छता के विषय में जागरूक करने के साथ-साथ डायरिया, एनीमिया, क्षय रोग से बचाव के बारे में अवगत करवाया जाएगा। उन्होंने कहा कि इस अवसर पर बच्चों को नशे से दूर रहने और नशे के दुष्प्रभावों के बारे में भी जागरूक किया जाएगा।
डॉ. अजय पाठक ने कहा कि विद्यालय एवं आंगनबाड़ी केन्द्र नहीं आने वाले बच्चों को आशा कार्यकर्ताओं द्वारा घर-घर जाकर एल्बेंडाजोल दवाई खिलाई जाएगी।
मुख्य चिकित्सा अधिकारी ने कहा कि पेट के कीड़े एनीमिया और रक्त की कमी जैसे रोगों के मुख्य कारण हैं। नियमित रूप से इस दवा के खाने से बच्चों का इस प्रकार के रोगों बचाव होता है।
उन्होंने प्रशिक्षण कार्यशाला में उपस्थित प्रतिभागियों से आग्रह किया कि सप्ताहिक आयरन फोलिक एसिड कार्यक्रम के तहत दी जाने वाली गोली भी अवश्य खिलाएं ताकि बच्चों में आयरन की कमी न हो। उन्होंने कहा कि रक्त की कमी से बच्चों के शारीरिक विकास पर विपरीत प्रभाव पड़ता है।
कार्यशाला में ज़िला कार्यक्रम अधिकारी डॉ. प्रियंका ने कृमि मुक्ति पर पूर्ण जानकारी प्रदान की।
कार्यशाला में विभिन्न विद्यालयों से नोडल अध्यापकों और आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं ने भाग लिया।