Bilaspur to Emerge as a Hub of Water, Air, and Religious Tourism — Water Metro to Connect Sacred Sites, Glass Bridge to Add a Thrilling Attraction
Under the leadership of Deputy Commissioner Rahul Kumar, a high-level team conducted a comprehensive inspection from Mandi Bharari to Bhakra Dam
Committee explored the potential for operating a Water Metro from Bhakra Ghat to Korea Ghat — DC emphasizes boosting religious tourism in the region
Bilaspur, Monday, August 4, 2025.-In a major initiative to place Bilaspur district prominently on the tourism map of Himachal Pradesh, the district administration has taken proactive and strategic steps. As part of this initiative, a high-level inspection team led by Deputy Commissioner Rahul Kumar carried out an extensive on-ground assessment of tourism possibilities from Mandi Bharari to the Bhakra Dam area. The team also included Director of Fisheries Vivek Chandel, Assistant Commissioner Narendra Ahluwalia, and District Tourism Officer (Mandi) Rajneesh.
During the inspection, the team reviewed the proposed site for way-side amenities and a glass bridge in the Mandi Bharari area. The Deputy Commissioner stated that this region is strategically located and serves as a crucial connecting point between popular destinations such as Shimla, Dharamshala, Chandigarh, and Manali. Therefore, modern way-side amenities will be developed here, offering travelers essential services like resting areas, food courts, and tourist information centers for a more comfortable and enriching experience.
Speaking on the proposed glass bridge project, the Deputy Commissioner said it will be a unique attraction in itself, offering a special experience to visitors. The Detailed Project Report (DPR) has already been submitted to the Department of Tourism, and construction work will commence soon after approval. The glass bridge will not only appeal to adventure lovers but also establish Bharari as a major stopover destination in Himachal Pradesh.
In the Bhakra Dam area, the Deputy Commissioner explored the potential for water sports in Makarana. He stated that the natural beauty of the region, coupled with its serene water bodies and hilly terrain, makes it ideal for water-based recreational activities. Pilgrims visiting the revered Mata Naina Devi temple will also be drawn towards these aquatic adventures, offering a unique combination of spirituality and thrill.
The inspection also included a feasibility study for launching a Water Metro service from Bhakra Ghat to Korea Ghat. According to the Deputy Commissioner, this project will establish a direct water route between Naina Devi and Shahtalai. The Water Metro will be capable of transporting both passengers and vehicles, making the journey not only exciting but also significantly shorter. He emphasized that this step will greatly boost religious tourism and will create new opportunities for local businesses and livelihoods.
During the Bhakra visit, the Deputy Commissioner also interacted with local boat operators and assured them that their concerns will be addressed on priority.
The Deputy Commissioner underlined that the district administration is committed to developing Bilaspur as a confluence of water (water sports), sky (aero sports), and land (way-side and religious tourism). These transformative efforts will help Bilaspur emerge as a new hub of tourism and employment in the region. He further stated that work on all proposed projects will begin shortly to convert these tourism potentials into tangible realities.
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श्रीकृष्ण जन्माष्टमी समारोह के आयोजन के लिए निविदाएं आमंत्रित
बिलासपुर, 4 अगस्त, 2025-श्री लक्ष्मी नारायण मंदिर न्यास, बिलासपुर द्वारा श्रीकृष्ण जन्माष्टमी समारोह का आयोजन दिनांक 10 अगस्त से 16 अगस्त 2025 तक मंदिर परिसर में किया जा रहा है। इस पावन अवसर पर धार्मिक कार्यक्रमों के सफल संचालन हेतु विभिन्न सेवाओं के लिए निविदाएं आमंत्रित की गई हैं।
मंदिर न्यास द्वारा दी गई जानकारी के अनुसार, आयोजन के दौरान एक कथावाचक, चार पाठी, उनके लिए सात दिवसीय फलाहार एवं रात्रि भोजन, तथा दिनांक 15 अगस्त, 2025 को शाम 7:00 बजे से रात 10:00 बजे तक आयोजित होने वाली भजन संध्या की संपूर्ण व्यवस्था के लिए इच्छुक सेवाप्रदाताओं से निविदाएं आमंत्रित की गई हैं।
इच्छुक व्यक्ति 7 अगस्त, 2025 को सायं 4:00 बजे तक सीलबंद लिफाफे में अपनी निविदा अधोहस्ताक्षरी के कार्यालय में जमा कर सकते हैं। निविदाएं उसी दिन निर्धारित समय पर खोली जाएंगी।
निविदा शर्तों के अनुसार कोई भी बोलीदाता रूपए 55,000/- से अधिक की बोली नहीं लगा सकता, तथा बोली प्रक्रिया में भाग लेने से पूर्व रूपए 2,000/- की धरोहर राशि नगद रूप में श्री राजकुमार, सहायक मंदिर न्यास के समक्ष जमा करवाना अनिवार्य होगा।
मंदिर अधिकारी एवं तहसीलदार ने यह भी स्पष्ट किया है कि अधोहस्ताक्षरी को बिना कारण बताए किसी भी निविदा को रद्द करने का पूर्ण अधिकार सुरक्षित है।
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सजावट एवं टेंट व्यवस्थाओं हेतु निविदाएं आमंत्रित
श्रीकृष्ण जन्माष्टमी समारोह 10 से 16 अगस्त तक
बिलासपुर, 4 अगस्त, 2025। श्री लक्ष्मी नारायण मंदिर न्यास, बिलासपुर (हिमाचल प्रदेश) द्वारा आगामी श्रीकृष्ण जन्माष्टमी समारोह का आयोजन दिनांक 10 अगस्त से 16 अगस्त, 2025 तक मंदिर परिसर में किया जा रहा है। इस अवसर पर मंदिर परिसर की सजावट एवं टेंट संबंधी आवश्यक व्यवस्थाओं के लिए इच्छुक सेवाप्रदाताओं से निविदाएं आमंत्रित की गई हैं।
न्यास के अनुसार, आयोजन के दौरान टेंट व्यवस्था अंतर्गत 60 गद्दे, 10 टेबल, कथा मंच, गलीचे, चादरें तथा 40 कुर्सियों की आवश्यकता होगी। इसके अतिरिक्त मंदिर परिसर से एनएच चौक तक लाइट लड़ी लगाने का कार्य, मंदिर के भीतर फूलों एवं गुब्बारों से सजावट, तथा भंडारे के दिन हॉल में मैटिंग व चटाइयों की व्यवस्था भी शामिल है। इन सभी व्यवस्थाओं के लिए इच्छुक व्यक्ति 7 अगस्त, 2025 को दोपहर 3:00 बजे तक अपनी सीलबंद निविदा अधोहस्ताक्षरी के कार्यालय में प्रस्तुत कर सकते हैं। प्राप्त निविदाएं उसी दिन सायं 4:00 बजे खोली जाएंगी।
निविदा की शर्तों के अनुसार, बोली राशि 40,000 रुपये से अधिक नहीं होनी चाहिए। प्रत्येक निविदादाता को निविदा से पूर्व 1,500 रुपये की धरोहर राशि नगद रूप में श्री राजकुमार, सहायक मंदिर न्यास के समक्ष जमा करवाना अनिवार्य होगा, अन्यथा निविदा में भाग लेने की अनुमति नहीं दी जाएगी। अधोहस्ताक्षरी को बिना कोई कारण बताए किसी भी निविदा को रद्द करने का पूर्ण अधिकार सुरक्षित रहेगा।
मंदिर न्यास द्वारा यह आयोजन श्रद्धालुओं के लिए एक महत्वपूर्ण धार्मिक अवसर है, जिसमें क्षेत्रीय जनसमूह की सक्रिय भागीदारी सुनिश्चित की जाएगी।
मंदिर अधिकारी एवं तहसीलदार
मंदिर न्यास, श्री लक्ष्मी नारायण मंदिर
बिलासपुर, जिला बिलासपुर (हि०प्र०)
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जन्माष्टमी समारोह की व्यवस्थाओं हेतु निविदाएं आमंत्रित
बिलासपुर, 4 अगस्त, 2025। श्री लक्ष्मी नारायण मंदिर न्यास, बिलासपुर (हि.प्र.) द्वारा आगामी श्रीकृष्ण जन्माष्टमी समारोह का आयोजन दिनांक 10 अगस्त से 16 अगस्त, 2025 तक मंदिर परिसर में भव्य रूप से किया जा रहा है। इस पावन अवसर पर मंदिर प्रांगण में होने वाले विभिन्न धार्मिक एवं सांस्कृतिक आयोजनों के सफल संचालन के लिए आवश्यक व्यवस्थाओं हेतु इच्छुक सेवाप्रदाताओं से निविदाएं आमंत्रित की गई हैं।
मंदिर न्यास के अनुसार, समारोह के दौरान सात दिनों तक साउंड व अनाउंसमेंट की व्यवस्था, शोभायात्रा में साउंड सिस्टम की सुविधा, शोभायात्रा के लिए पांच ट्रैक्टर, भंडारे के दिन हेतु बोटी व 20 कवाटिल बालन, तीन गैस सिलेंडर, शोभायात्रा में भाग लेने के लिए पांच ढोल बजाने वाले, 4000 पत्तल, 4000 गिलास, 4000 हुने (कटोरी), सफाई के लिए लेबर आदि की व्यवस्था की जानी है। इन सभी व्यवस्थाओं के लिए इच्छुक व्यक्ति 7 अगस्त, 2025 को सायं 4:00 बजे तक अपनी मोहरबंद निविदा अधोहस्ताक्षरी के कार्यालय में प्रस्तुत कर सकते हैं। प्राप्त निविदाएं उसी दिन अधोहस्ताक्षरी की उपस्थिति में खोली जाएंगी।
निविदा की शर्तों के अनुसार कोई भी निविदादाता रूपए 1,20,000/- से अधिक की बोली नहीं लगा सकता। साथ ही, बोली से पूर्व रूपए 2,500/- की धरोहर राशि नगद रूप में राजकुमार, सहायक मंदिर न्यास के समक्ष जमा करवाना अनिवार्य होगा। ऐसा न करने पर निविदादाता को बोली प्रक्रिया में भाग लेने की अनुमति नहीं दी जाएगी। अधोहस्ताक्षरी को बिना कोई कारण बताए किसी भी निविदा को रद्द करने का पूर्ण अधिकार सुरक्षित रहेगा।
मंदिर अधिकारी एवं तहसीलदार
मंदिर न्यास, श्री लक्ष्मी नारायण मंदिर
बिलासपुर, जिला बिलासपुर (हि०प्र०)
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डिग्री कॉलेज बिलासपुर के विद्यार्थियों ने गीत के माध्यम से दिया नशे के खिलाफ सशक्त संदेश, गाना किया रिलीज
नशा मुक्त भारत अभियान के अंतर्गत जिला प्रशासन बिलासपुर द्वारा शुरू की गई प्रहार स्कीम (Prevention and Awareness for Holistic Action and Rehabilitation) युवाओं को नशे से दूर रखने और पुनर्वास की दिशा में एक महत्वपूर्ण पहल है। इसी के अंतर्गत राजकीय डिग्री कॉलेज बिलासपुर के संगीत विभाग (म्यूजिक डिपार्टमेंट) के विद्यार्थियों ने एक प्रेरणादायक और प्रभावशाली गीत की रचना की है।
इस गीत के माध्यम से विद्यार्थियों ने यह संदेश दिया है कि नशा केवल आत्मविनाश का मार्ग है, जिससे मुक्ति पाकर ही कोई व्यक्ति एक स्वस्थ, खुशहाल और उद्देश्यपूर्ण जीवन की ओर बढ़ सकता है। गीत के बोल और संगीत दोनों ही श्रोताओं को सोचने पर मजबूर करते हैं और नशे के खिलाफ आवाज उठाने को प्रेरित करते हैं।
कॉलेज के प्राचार्य पी.एस. कटवाल ने संगीत विभाग के विद्यार्थियों की इस रचनात्मक अभिव्यक्ति की सराहना करते हुए कहा कि प्रहार स्कीम के माध्यम से युवाओं की भागीदारी सामाजिक जागरूकता का मजबूत माध्यम बन रही है। उन्होंने कहा कि ऐसे प्रयास समाज में सकारात्मक परिवर्तन लाने की दिशा में मील का पत्थर साबित होते हैं।
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प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना की अंतिम तिथि 14 अगस्त 2025 तक बढ़ाई गई
बिलासपुर, 4 अगस्त: जिला कृषि विभाग के माध्यम से कृषि बीमा कंपनी द्वारा संचालित की जा रही प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना की अंतिम तिथि अब बढ़ाकर 14 अगस्त 2025 कर दी गई है। यह योजना किसानों को प्राकृतिक आपदाओं और अन्य कृषि जोखिमों से होने वाले संभावित नुकसान की भरपाई के लिए आर्थिक सुरक्षा प्रदान करती है।
इस बारे जानकारी देते हुए उपनिदेशक कृषि प्रेम चंद ठाकुर ने बताया कि इस योजना के अंतर्गत बीजाई के समय अगर असामान्य मौसमी स्थितियों के कारण बीजाई या रोपण ने होने या हानि होने पर किसान को इसका मुआवजा प्रदान किया जाएगा। साथ ही, खड़ी फसल (बुआई से लेकर कटाई तक) सूखा, बाढ़, लंबी शुष्क कृमि व रोग, जल भराव जैसी आपदाओं से होने वाले नुकसान की भी भरपाई योजना के अंतर्गत की जाती है।
फसल की कटाई के दो सप्ताह के भीतर अगर कोई प्राकृतिक आपदा जैसे गैर मौसमी बारिश, चक्रवात और चक्रवातीय वर्षा से नुकसान होता है, तो उस स्थिति में भी बीमा सुरक्षा प्रदान की जाती है। इसके अलावा अधिसूचित क्षेत्र में पृथक कृषि भूमि को प्रभावित करने वाली स्थानीयकृत आपदाएं जैसे ओलावृष्टि, भूस्खलन व जलभराव आदि भी योजना में शामिल हैं।
उन्होंने बताया कि धान व मक्की की फसल के लिए 60 हजार रूपये प्रति हेक्टेयर प्रीमियम क्रमशः 11 प्रतिशत व 20 प्रतिशत की दर से कुल राशि क्रमशः 6600 व 12 हजार रूपये प्रति हैक्टेयर निर्धारित की गई है, जिसमें किसान द्वारा 2 प्रतिशत 12 सौ रूपये प्रति हैक्टेयर या 96 रूपये प्रति बीघा वहन की जाएगी तथा शेष राशि सरकार अनुदान के रूप में भरपाई करेगी। उन्होंने बताया कि अब तक 21 हजार 262 ऋणी व 241 गैर ऋणी किसानों ने बीमा करवाया है। योजना से संबंधित किसी भी जानकारी के लिए किसान रतन लाल ठाकुर सदर (मो. 7018083042), बृजेश चंदेल, घुमारवीं (मो. 9418463891), किशोर कुमार झंडुता (मो. 9817488310), दीपक कुमार श्री नैना देवी जी (मो. 7018750761) तथा कृषि बीमा कंपनी के जिला प्रबंधक के मोबाइल नंबर 9857075081 से संपर्क कर सकते हैं।
उन्होंने सभी किसानों से अनुरोध किया है कि वह इस योजना का लाभ उठाते हुए 14 अगस्त 2025 तक अपनी फसल का बीमा अवश्य करवाएं तथा प्राकृतिक आपदाओं से अपनी मेहनत की फसल को सुरक्षित रखें।
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बिलासपुर में डॉ. यशवंत सिंह परमार जयंती का जिला स्तरीय कार्यक्रम का हुआ आयोजन
बिलासपुर, 4 अगस्त: भाषा एवं संस्कृति विभाग कार्यालय बिलासपुर द्वारा आज डॉ. यशवंत सिंह परमार जयंती का जिला स्तरीय कार्यक्रम का आयोजन किया गया। यह कार्यक्रम दो सत्रों में आयोजित किया गया। कार्यक्रम की अध्यक्षता जिला भाषा अधिकारी नीलम चंदेल ने की।
कार्यक्रम के प्रथम सत्र में हिमाचल प्रदेश के प्रथम मुख्यमंत्री डॉ. यशवंत सिंह परमार के जीवनवृत्त पर हुसैन अली द्वारा पत्रवाचन पढ़ा गया। हुसैन अली ने उनके द्वारा हिमाचल प्रदेश के विकास के लिए रखी गई मजबूत नींव, उनके दूरदर्शी नेतृत्व, सामाजिक समर्पण और सांस्कृतिक संरक्षण हेतु योगदान पर प्रकाश डाला।
इसी कड़ी में साहित्यकार से मिलिये कार्यक्रम में आज के वरिष्ठ साहित्यकार शीला सिंह का जीवन वृतांत हुसैन अली द्वारा पढ़ा गया तथा शीला सिंह की रचनाओं में समाज, संस्कृति, नैतिक मूल्य तथा लोक चेतना का गहन और प्रभावशाली चित्रण स्पष्ट रूप से परिलक्षित होता है उनकी लेखनी न केवल साहित्यिक अभिव्यक्ति का सशक्त माध्यम है, बल्कि समकालीन सामाजिक सरोकारों की भी सजीव प्रस्तुति करती है। उनके इस विशिष्ट साहित्यिक योगदान के लिए उन्हें जिला भाषा अधिकारी नीलम चंदेल द्वारा शॉल एवं डायरी-पेन भेंट कर सम्मानित किया गया।
दूसरे सत्र में कवि सम्मेलन का आयोजन किया गया जिसमें अनूप सिंह मस्ताना द्वारा मेरा आजाद मुल्ख से रचना प्रस्तुत की जिसकी पंक्तियाँ थी “नवीं रूत आई हूण नवीं ही बहार ये, आजाद मुलखा री महारी आपणी सरकार ये”। हुसैन अली द्वारा पंक्तियाँ थी “अजीब मुकाम से गुजरा है काफिला जिंदगी का, शकुन ढूंढने निकले थे नींद भी गवां बैठे”। शीला सिंह द्वारा “यह सच है कि परमार न होते तो हिमाचल, हिमाचल न होता”। सीता जसवाल द्वारा “सावन की वर्षा ऋतु आई चारों ओर हरियाली छाई, कोयल कुकी चिड़िया चहकी, रंग बिरंगी तितलियाँ आई”। शिव पाल गर्ग द्वारा “महफिलों में भी एक था”। सुषमा खजूरियाँ द्वारा “सिंदूर का मोल” शीर्षक से रचना प्रस्तुत की। कौशल्या देवी द्वारा “जब तक चलेगी जिंदगी की सांसें”। रवीन्द्र चंदेल कमल द्वारा “अम्मा अम्मा भगवाना रा एक कद”। सुमन चड्डा द्वारा एक लड़की का सरनेम शीर्षक से रचना प्रस्तुत की जिसकी पंक्तियाँ थी “वो जब पैदा हुई तो मिला पिता का सरनेम”। गायत्री शर्मा द्वारा “बहुत जख्म खाये है जमाने में हमने”। परविंदर शर्मा द्वारा “डिजिटल इंडिया” के ऊपर हास्य कविता का पाठ किया। ललिता कश्यप द्वारा “छन्द” पाठ किया गया। अजय शर्मा द्वारा “दुखों की है लाख वजह सुख की एक वजह ही काफी है”। मुकेश शर्मा द्वारा पहाड़ी गीत प्रस्तुत किया गया। इन्द्र सिंह चंदेल द्वारा पहाड़ी गाना ”पी ले राधिके, पी ले राधिके गउआं उतर पहाड़ां ते आइयां” गाना प्रस्तुत किया। इस अवसर पर सिकंदर सिंह, कुलदीप शर्मा, नेहा, सपना, शीतल, प्रिया, मुनीश कुमार, प्यारी देवी, राकेश कुमार, अखिलेश कुमार, अंकित कुमार भी श्रोताओं के रूप में उपस्थित रहे।
इस दौरान जिला भाषा अधिकारी ने साहित्यकार/कलाकार से मिलिये कार्यक्रम की शृंखला में साहित्यकार शीला सिंह के साहित्यिक, सामाजिक व लोक चेतना में किए जा रहे उत्कृष्ठ कार्यों की सराहना की तथा डॉ. यशवंत सिंह परमार जी के जीवन पर प्रकाश डाला।
मंच का संचालन इन्द्र सिंह चंदेल द्वारा किया गया।
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5 अगस्त को पेड़ों की कांटछांट व बिजली की लाइनों की आवश्यक मरम्मत हेतु रोड़ा अनुभाग के अंतर्गत आने वाले क्षेत्र निहाल, धमना, कोसरिंयां वॉटर टैंक, दनोह तथा इसके साथ लगते क्षेत्रों में सुबह 10ः00 बजे से शाम 2ः00 बजे तक विद्युत आपूर्ति आंशिक रूप से बाधित रहेगी।
बिलासपुर, 4 अगस्त-सहायक अभियंता विद्युत रविंद्र कुमार ने जानकारी देते हुए बताया कि 5 अगस्त को पेड़ों की कांटछांट व बिजली की लाइनों की आवश्यक मरम्मत हेतु रोड़ा अनुभाग के अंतर्गत आने वाले क्षेत्र निहाल, धमना, कोसरिंयां वॉटर टैंक, दनोह तथा इसके साथ लगते क्षेत्रों में सुबह 10ः00 बजे से शाम 2ः00 बजे तक विद्युत आपूर्ति आंशिक रूप से बाधित रहेगी। उन्होंने आम जनता से सहयोग की अपील की तथा बताया कि शटडाउन मौसम की स्थिति पर निर्भर रहेगा ।