चण्डीगढ़, 28.07.25- : सेक्टर 43 स्थित सीआरपीएफ की 13 बटालियन के डिटेचमेंट मुख्यालय में सीआरपीएफ का 87वाँ स्थापना दिवस धूमधाम से मनाया गया। सुश्री कमल सिसोदिया , कमांडेंट 13 वाहिनी ने इस अवसर पर कार्यक्रमों की अगुआई की व कहा कि दुनिया का सबसे बड़ा अर्धसैनिक बल होने के नाते, सीआरपीएफ आंतरिक सुरक्षा, उग्रवाद-रोधी अभियानों और आपदा प्रबंधन में अहम भूमिका निभाता है।

कार्यक्रम की शुरुआत साइकल रैली से हुई, जिसका उद्देश्य शारीरिक स्वास्थ्य और पर्यावरण के प्रति जागरूकता बढ़ाना था। उन्होंने उपस्थित जवानों को फिट और अनुशासित जीवनशैली अपनाने का संदेश देते हुए रैली को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया। तत्पश्चात विशेष गार्ड ने शहीदों को उनके अमर बलिदान की स्मृति में श्रद्धांजलि अर्पित की। इसके बाद विशेष गार्ड ने कमांडेंट को सलामी दी, जो बल की परंपरा और सम्मान का प्रतीक है।

अपने संबोधन में कमांडेंट सिसोदिया ने सीआरपीएफ के गौरवशाली इतिहास पर प्रकाश डाला। उन्होंने सरदार पोस्ट की लड़ाई, हॉट स्प्रिंग्स घटना और संसद हमले जैसे ऐतिहासिक अवसरों का उल्लेख करते हुए बल के अद्वितीय योगदान को रेखांकित किया। साथ ही, उन्होंने कड़ी मेहनत, स्वस्थ जीवनशैली, और अनुशासन के महत्व को समझाते हुए सभी को प्रेरित किया।

इस अवसर पर, कमांडेंट ने वीरता पदक से सम्मानित जवानों को उपहार भेंट कर उनका विशेष सम्मान किया।
रोटरैक्ट क्लब के सदस्य भी इस आयोजन में उपस्थित रहे और उन्होंने कमांडेंट सिसोदिया और सीआरपीएफ के जवानों के प्रति आभार व्यक्त किया। उन्होंने हाथ से बनाए हुए कार्ड देकर कमांडेंट और बल के अन्य सदस्यों को सम्मानित किया, जो एक भावनात्मक और प्रेरणादायक क्षण था।

कार्यक्रम का समापन सकारात्मक ऊर्जा और प्रेरणा के साथ हुआ, जिसमें सभी जवानों ने अपने व्यक्तिगत और पेशेवर जीवन में उत्कृष्टता प्राप्त करने और सीआरपीएफ की विरासत को आगे बढ़ाने की नई प्रतिबद्धता दोहराई।