काँगड़ा जिला में में अस्थायी रूप से रह रहे बिहार के मतदाता एसआईआर के लिए ऑनलाइन कर सकते हैं आवेदन

धर्मशाला 23 जुलाई। जिला निर्वाचन अधिकारी उपायुक्त हेमराज बैरवा ने बताया कि काँगड़ा जिला में अस्थायी रूप से रह रहे बिहार के मतदाताओं के लिए भारत निर्वाचन आयोग के निर्देशानुसार बिहार में विशेष गहन पुनरीक्षण अभियान संचालित किया जा रहा है, जिसमें 25 जुलाई, 2025 तक गणना प्रपत्र जमा कर सकते हैं। उन्होंने कहा कि वर्तमान निर्वाचक https://voters.eci.gov.inअथवा ECINETAppके माध्यम से ऑनलाइन गणना प्रपत्र स्वयं भर सकते हैं।
उन्होंने बताया कि पूर्व-भरे हुए प्रपत्र डाउनलोड कर, हस्ताक्षरित प्रति को व्हाट्सएप, ईमेल या अन्य माध्यम से सम्बंधित बीएलओ को भेज सकते हैं अथवा परिवार के सदस्य के माध्यम से बीएलओ को प्रेषित कर सकते हैं।
उन्होंने कहा कि प्रारूप निर्वाचक नामावली 01 अगस्त, 2025 को प्रकाशित की जाएगी तथा दावे एवं आपत्तियों की अवधि 01 अगस्त से 01 सितम्बर, 2025 तक निर्धारित की गई है। निर्वाचक को गणना प्रपत्र के साथ निर्धारित 11 दस्तावेजों में से कोई एक दस्तावेज संलग्न करना अनिवार्य है। जिनमें किसी भी केंद्रीय अथवा राज्य सरकार अथवा पीएसयू के नियमित कर्मचारी अथवा पैंशनधारक को जारी पहचान-पत्र या पीपीओ, एक जुलाई, 1987 से पूर्व भारत में किसी सरकारी अथवा स्थानीय निकाय अथवा बैंक अथवा डाकघर अथवा एलआईसी अथवा पीएसयू द्वारा जारी कोई दस्तावेज, सक्षम प्राधिकारी द्वारा जारी जन्म प्रमाण-पत्र, पासपोर्ट, मान्यता प्राप्त बोर्ड अथवा विश्वविद्यालय द्वारा जारी शैक्षणिक प्रमाण-पत्र, सक्षम राज्य प्राधिकारी द्वारा जारी स्थायी निवास प्रमाण-पत्र, वन अधिकार पत्र, सक्षम प्राधिकारी द्वारा जारी जाति प्रमाण-पत्र, नागरिकों का राष्ट्रीय रजिस्टर, राज्य अथवा स्थानीय प्राधिकारी द्वारा तैयार पारिवारिक रजिस्टर और सरकार द्वारा जारी भूमि अथवा मकान आवंटन प्रमाण-पत्र शामिल हैं।
उन्होंने कहा कि इन दस्तावेजों में से कोई एक भी गणना प्रपत्र के साथ संलग्न किया जा सकता है। इससे निर्वाचक पदाधिकारी को नाम जोड़ने की प्रक्रिया में सुविधा होगी। यदि दस्तावेज तत्काल उपलब्ध नहीं है तो दस्तावेज बाद में 25 जुलाई, 2025 तक अथवा दावा आपत्ति अवधि में भी प्रस्तुत किए जा सकते हैं। प्रारूप मतदाता सूची में मतदाता का नाम सम्मिलित करने के लिए गणना प्रपत्र 25 जुलाई, 2025 तक उपलब्ध करवाना आवश्यक है।
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25 जुलाई को राजकीय आद्यौगिक प्रशिक्षण संस्थान, धर्मशाला में होंगे साक्षात्कार
धर्मशाला 23 जुलाई: राजकीय आद्यौगिक प्रशिक्षण संस्थान, धर्मशाला में दिनांक 25 जुलाई, 2025 (शुक्रवार) को बाॅन न्यूट्रिएंटस् प्राइवेट लिमिटेड, सोनीपत द्वारा फूड प्रोडक्शन(सामान्य), फिट्टर, इलैक्ट्रीशियन, इलैक्ट्रोनिक मेकैनिक्स, वैल्डर एवं आरएसी की 65 रिक्त सीटों के लिए कैंपस साक्षात्कार का आयोजन किया जा रहा है। इस साक्षात्कार में आईटीआई प्रशिक्षित युवक व युवतियों जिन्होंने उक्त व्यवसायों में प्रशिक्षण पूरा कर लिया है, वे इस साक्षात्कार में भाग ले सकते हैं। कम्पनी द्वारा चयनित अभ्यार्थी को 18000/- प्रति माह वेतन दिया जाएगा। इस संस्थान के प्रधानाचार्य राजेश कुमार पुरी ने जानकारी देते हुए कहा कि इच्छुक अभ्यार्थी दिनांक 25 जुलाई, 2025 को सुबह 10ः00 बजे तक संस्थान में आकर भाग ले सकते हैं। साक्षात्कार में भाग लेने वाले उम्मीदवार अपने साथ दसवीं व आईटीआई के मूल प्रमाण पत्र, आधार कार्ड व 3 फोटोग्राफ तथा अन्य सभी प्रमाण पत्रों की फोटोकाॅपियाँ लेकर आयें। अधिक जानकारी के लिये संबंधित कंपनी के नियुक्ति अधिकारी अमित शर्मा के मोबाइल नं॰ 9464766270 पर सम्पर्क कर सकते हैं।
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नशे की रोकथाम को लेकर संगठित प्रयासों की जरूरत: एडीसी
जिले में सभी के सहयोग से चलेगा व्यापक जागरूकता अभियान
धर्मशाला, 23 जुलाई। जिला कांगड़ा में नशे के दुष्प्रभावों के प्रति लोगों को जागरूक करने के लिए एक व्यापक अभियान चलाने की आवश्यकता है। नशे की रोकथाम के लिए जिला प्रशासन, पुलिस विभाग तथा अन्य संबंधित सरकारी विभागों सहित क्षेत्र में कार्य कर रहीं गैर सरकारी संस्थाओं और आम समाज को संगठित रूप में काम करने की जरूरत है। राष्ट्रीय नार्को समन्वय पोर्टल (एनकॉर्ड) की जिला स्तरीय समन्वय समिति की बैठक की अध्यक्षता करते हुए अतिरिक्त उपायुक्त विनय कुमार ने यह बात कही। बुधवार को एनआईसी सभागामर में आयोजित इस बैठक में अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक वीर बहादुर भी उपस्थित रहे।
अतिरिक्त उपायुक्त ने कहा कि नशे की रोकथाम के लिए एक पूरी तरह समर्पित जागरूकता अभियान जिले में चलाया जाये। उन्होंने कहा कि सभी विभाग और गैर सरकारी संस्थाएं मिलकर जागरूकता सामग्री तैयार करें। उन्होंने नशे के आदी और संभावित आसक्त को लेकर अलग अलग जागरूकता सामग्री बनाने के निर्देश बैठक में दिये, जिससे दोनों श्रेणियों के लोगों को उनकी स्थिति के हिसाब से जागरूक किया जा सके। उन्होंने इस क्षेत्र में काम कर रही गैर सरकारी संस्थाओं को इस बारे विस्तृत परियोजना बनाने के निर्देश दिए।
नशा निवारण और पुनर्वास केंद्रों को करें सशक्त
अतिरिक्त उपायुक्त ने बैठक में अधिकारियों से जिले में चल रहे निजी क्षेत्र के नशा मुक्ति एवं पुनर्वास केंद्रों के औचक निरीक्षण को लेकर की गई कार्रवाई की जानकारी ली। उन्होंने बताया कि जिले में चल रहे निजी नशा निवारण और पुनर्वास केंद्रों का निरंतर निरीक्षण किया जा रहा है। उन्होंने जिले में सरकारी नशा मुक्ति और पुनर्वास केंद्रों की क्षमता को बढ़ाने के निर्देश दिये।
स्कूलों में प्रहरी क्लब हों एक्टिव, दोबारा चले संवाद कार्यक्रम
अतिरिक्त उपायुक्त विनय कुमार ने कहा कि जिले के स्कूलों में नशे के दुष्प्रभावों को लेकर जागरूकता अभियान में गंभीर प्रयास करने की आवश्यकता है। उन्होंने शिक्षा विभाग के अधिकारियों को निर्देश दिए कि स्कूलों में निर्मित प्रहरी क्लब को एक्टिव किया जाए। उन्होंने कहा कि प्रहरी क्लब के इंचार्ज की जिम्मेदारी ऐसे शिक्षक को दी जाए जो इस विषय को लेकर गंभीर है और जिसकी बच्चों में भी स्वीकार्यता है। उन्होंने विभाग को निर्देश दिए कि जिले के सभी स्कूलों में प्रहरी क्लब के इंचार्ज अध्यापकों के लिए एक वर्कशाॅप का आयोजन भी किया जाए, जिससे उन्हें उनकी भूमिका और जिम्मेदारी से अवगत करवाया जा सके। उन्होंने कहा कि प्रहरी क्लब के शिक्षकों की यह कार्यशाला तीनों पुलिस जिलों कांगड़ा, नूरपुर और देहरा में अलग-अलग करवाई जाएं।
अतिरिक्त उपायुक्त ने जिले में स्कूलों में जागरूकता के लिए पूर्व में चलाए गए ‘संवाद’ ( एस.ए.एम.वी.ए.ए.डी. - सिस्टेमैटिक अडोलसेंट मैनेजमेंट एंड वैल्यू एडीशन डायलॉग) कार्यक्रम में को दोबारा शुरू करने के निर्देश दिए। उन्होंने बताया कि इस कार्यक्रम में विभिन्न विभागों की स्कूली बच्चों से जुड़ी शिक्षा व जागरुकता गतिविधियों को कन्वर्जेंस के साथ निर्धारित शेड्यूल के मुताबिक चलायी जाती हैं। इसे लेकर संबंधित अधिकारियों तथा कर्मचारियों को निरंतर बच्चों के बीच जाने के निर्देश दिए।
पुलिस से साझा करें जानकारी, करेगी पूर्ण सहयोगः एएसपी
इस अवसर पर अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक वीर बहादुर ने कहा कि जिले में नशे के कारोबार को नियंत्रित करने और युवा को इससे बाहर निकालने के लिए सबकी सहभागिता आवश्यक है। उन्होंने कहा कि नशे की जाल में फंस चुके युवा तथा उनके परिवार इसकी जानकारी पुलिस प्रशासन को बिना किसी झिझक के दें। उन्होंने कहा कि पुलिस उनको इससे बचाने और नशे के कारोबार को नियंत्रित करने में पूर्ण सहयोग करेगी।
यह रहे उपस्थित
बैठक में जिला स्वास्थ्य अधिकारी डा राजेश सूद सहित विभिन्न विभागों के अधिकारी और जिले के सभी एसडीएम, डीएसपी और बीएमओ वीडियो कांफ्रेंस के माध्यम से उपस्थित रहे।