धर्मशाला 22 मई। रेडक्रास सोसाइटी की नामित अध्यक्ष ज्योति बैरवा ने कहा कि सोसाइटी निर्धन तथा जरूरतमंद लोगों की मदद की दिशा में सराहनीय कार्य कर रही है। वीरवार को डीसी आफिस के सभागार में जिला रेडक्रास सोसाइटी की महिला सदस्यों के साथ आयोजित बैठक की अध्यक्षता करते हुए द्वारा ज्योति बैरवा ने कहा कि जिला रेडक्राॅस ने महिला सशक्तिकरण की ओर भी अपने कदम बढ़ाये हैं। रेडक्राॅस सोसायटी द्वारा लड़कियों और महिलाओं को आत्मनिर्भर बनाने के लिए सिलाई प्रशिक्षण केन्द्र खोले जाएंगे जबकि बीपीएल तथा 40 प्रतिशत या इससे अधिक अक्षमता वाली लड़कियों व महिलाओं को यह सुविधा मुफ्त में प्रदान की जाएगी। उन्होंने कहा कि महिलाओं को स्वास्थ्य जागरूकता तथा स्वास्थ्य विभाग के माध्यम से महिलाओं के लिए उपलब्ध करवाई जा रही विभिन्न सुविधाओं के बारे में भी जानकारी देने के लिए भी रेडक्रास सोसाइटी जागरूकता शिविर आयोजित करेगी। इसके साथ ही वरिष्ठ नागरिकों को स्वास्थ्य के प्रति जागरूक करने के लिए भी विशेष कैप आयोजित किए जाएंगे।
उन्होंने कहा कि सभी नागरिकों को रेडक्रास सोसाइटी के साथ जुड़कर मानव सेवा के प्रकल्प को आगे बढ़ाने का संकल्प लेना चाहिए ताकि ज्यादा से ज्यादा जरूरतमंद लोगों की मदद हो सके। उन्होंने कहा कि कांगड़ा जिला रेडक्रास सोसाइटी के माध्यम से कई सामाजिक प्रकल्प चलाए जा रहे हैं। उन्होंने कहा कि जिला रेडक्रास सोसाइटी जिला भर में मेडिकल कैंपों के आयोजन के साथ साथ दिव्यांग लोगों को उपकरण भी उपलब्ध करवा रही है इसके साथ ही गरीब तथा जरूरतमंद लोगों को समय समय पर उपचार के लिए आर्थिक मदद भी उपलब्ध करवाती है। उन्होंने कहा कि कांगड़ा जिला रेडक्रास सोसाइटी के सामाजिक प्रकल्पों के विस्तारीकरण के लिए भी कार्ययोजना तैयार की गई है। दीन-दुखियों को सहारा देने में रेडक्राॅस सोसायटी की अहम भूमिका
दीन-दुखियों, गरीब तथा साधनहीन व्यक्तियों को सहारा देने में रेडक्राॅस सोसायटी अहम भूमिका अदा कर रही है। मानव सेवा में कार्यरत यह स्वयंसेवी संस्था न केवल राज्य एवं जिला स्तर तक बल्कि ग्रामीण स्तर पर भी जरूरतमंद व्यक्तियों को अपनी सेवा प्रदान कर रही है। कुदरती आपदा हो या कोई दुर्घटना, किसी रोगी के लिए दवाइयों की जरूरत हो या खून की, रेेडक्राॅस अपनी भूमिका अग्रणी रूप से अदा करती है। उन्होंने कहा कि कांगड़ा जिला में रेडक्राॅस मानवता के कष्ट को दूर करने, जरूरतमंदों की सहायता में बढ़-चढ़कर अपना योगदान दे रही है।