*अंतर्राष्ट्रीय वरिष्ठ नागरिक दिवस पर विशेष कार्यक्रम का आयोजन, उपायुक्त ने की अध्यक्षता*
• *वरिष्ठ नागरिकों का आपदा प्रबंधन में रहा सराहनीय योगदान- अपूर्व देवगन*
*मंडी, 1 अक्तूबर।* अंतर्राष्ट्रीय वरिष्ठ नागरिक दिवस आज यहां वरिष्ठ नागरिक भवन (मांडव चैरिटेबल ट्रस्ट), मंडी में बड़े उत्साह और धूमधाम से मनाया गया। कार्यक्रम के मुख्य अतिथि उपायुक्त मंडी अपूर्व देवगन रहे।
मुख्य अतिथि ने अपने संबोधन में कहा कि वरिष्ठ नागरिक समाज की अमूल्य धरोहर हैं। उनके अनुभव, ज्ञान और मार्गदर्शन से ही समाज सही दिशा में आगे बढ़ सकता है। उन्होंने कहा कि हाल ही में आई आपदा के समय वरिष्ठ नागरिकों ने आगे आकर प्रभावित परिवारों को राशन, आर्थिक सहयोग और अन्य आवश्यक सहायता उपलब्ध करवाकर सराहनीय योगदान दिया है। उपायुक्त ने प्रशासनिक अधिकारियों-कर्मचारियों, स्वयंसेवी संस्थाओं एवं आम नागरिकों द्वारा थुनाग, बालीचौकी, सुंदरनगर और करसोग सहित विभिन्न प्रभावित क्षेत्रों में किए गए निरंतर प्रयासों की भी सराहना की।
इस अवसर पर जिला कल्याण अधिकारी समीर ने वरिष्ठ नागरिकों के कल्याण और उत्थान के लिए प्रदेश सरकार द्वारा चलाई जा रही विभिन्न योजनाओं की जानकारी दी।
कार्यक्रम में विशिष्ट अतिथि एम.एल. शर्मा, प्रदेश अध्यक्ष डॉ. अशोक अवस्थी, जिला अध्यक्ष रणपत सिंह राणा, जिला सचिव तेज सिंह, जिला सलाहकार कुलदीप गुलेरिया सहित ट्रस्ट एवं वरिष्ठ नागरिक कल्याण परिषद मंडी की ओर से विभिन्न खण्डों, जिला एवं प्रदेश की 19 इकाइयों से वरिष्ठ नागरिकों ने भाग लिया।
कार्यक्रम के दौरान आपदा प्रबंधन में सराहनीय योगदान देने वाले 19 वरिष्ठ नागरिकों को सम्मानित भी किया गया।
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व्यर्थ में पानी बहाने से बढ़ रहा पेयजल बिल, नहीं सुधरे तो कटेगा कनेक्शन- रोहित गुप्ता
मंडी, 01 अक्टूबर। जल शक्ति विभाग ने उपभोक्ताओं से पेयजल के समुचित उपयोग एवं बिलों की अदायगी समय पर करने का आग्रह किया है। व्यर्थ में पेयजल बहाने वालों के विरुद्ध विभाग ने कड़ी कार्रवाई की चेतावनी दी है।
जल शक्ति उपमंडल मंडी नंबर एक के सहायक अभियंता रोहित गुप्ता ने आज यहां बताया कि मंडी शहर में पेयजल की समुचित आपूर्ति विभाग की ओर से सुनिश्चित की गई है। उन्होंने बताया कि विभागीय निरीक्षण में पाया गया है कि कुछ पेयजल उपभोक्ताओं के निजी पेयजल भंडारण टैंकों से व्यर्थ ही जल बहता रहता है। उन्होंने बताया कि टंकियां ओवरफ्लो होने से पेयजल की बर्बादी तो होती ही है और इससे संबंधित उपभोक्ताओं को पेयजल का बढ़ा हुआ बिल भी चुकाना पड़ता है। ऐसे उपभोक्ताओं से आग्रह है कि वे पानी व्यर्थ न बहने दें, अन्यथा उनका कुनेक्शन भी काटा जा सकता है।
उन्होंने बताया कि कुछेक स्थानों पर अनाधिकृत रूप से पेयजल का उपयोग करने की सूचनाएं भी प्राप्त हुई हैं। उन्होंने ऐसे लोगों से आग्रह किया कि वे अविलंब नियमित जल कुनेक्शन के लिए ऑनलाईन माध्यम से आवेदन करें। किसी भी तरह का अनधिकृत जल कुनेक्शन मिलने पर कड़ी कार्रवाई की जाएगी। इसके अतिरिक्त यदि कोई उपभोक्ता घरेलू जल कुनेक्शन का ढाबा, दुकान या कार्यालय इत्यादि में व्यावसायिक उपयोग करता हुआ पाया जाता है तो उसके विरुद्ध भी नियमानुसार कड़ी कार्रवाई की जाएगी। उन्होंने कहा कि ऐसे उपभोक्ता अपने कुनेक्शन को घरेलू से व्यावसायिक जल कुनेक्शन में परिवर्तित करने के लिए एक सप्ताह के भीतर ऑनलाइन माध्यम से आवेदन कर सकते हैं। निर्धारित अवधि में ऐसा न करने पर उनका कुनेक्शन बिना किसी पूर्व सूचना के काट दिया जाएगा।
रोहित गुप्ता ने यह भी आग्रह किया है कि उपमंडल मंडी नंबर एक के तहत आने वाले सभी उपभोक्ता समय पर अपने बिलों का भुगतान करना सुनिश्चित करें। लंबित पेयजल बिल एक सप्ताह में अदा न करने पर बिना किसी पूर्व सूचना के उनका पेयजल कुनेक्शन काट दिया जाएगा। उन्होंने बताया कि पेयजल से संबंधित शिकायत के लिए उपभोक्ता 01905-222855, सीवरेज संबंधित शिकायत के लिए 01905-222955 तथा पेयजल व सीवरेज बिल से संबंधित जानकारी के लिए 01905-222173 पर सम्पर्क कर सकते हैं।
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15 अक्तूबर तक सभी प्लास्टिक वेस्ट मैनेजमेंट यूनिटें क्रियाशील हों : अपूर्व देवगन
जिला स्वच्छ भारत मिशन (ग्रामीण) की गवर्निंग बॉडी बैठक में उपायुक्त ने खंड विकास अधिकारियों को दिए निर्देश
मंडी, 1 अक्तूबर। जिला स्वच्छ भारत मिशन (ग्रामीण) की गवर्निंग बॉडी की बैठक आज उपायुक्त कार्यालय के वीडियो कॉन्फ्रेंस रूम मंडी में सम्पन्न हुई। बैठक की अध्यक्षता उपायुक्त मंडी एवं अध्यक्ष जिला स्वच्छ भारत मिशन (ग्रामीण) अपूर्व देवगन ने की। उपायुक्त ने सभी खंड विकास अधिकारियों को सख्त निर्देश दिए कि 15 अक्तूबर तक जिले के सभी विकास खंडों में स्थापित प्लास्टिक वेस्ट मैनेजमेंट यूनिट पूरी तरह क्रियाशील कर दी जाएं और इन केन्द्रों में प्लास्टिक कचरे की प्रोसेसिंग शुरू हो जाए। उन्होंने बताया कि जिले के 14 विकास खंडों में से 8 खंडों में ये यूनिटें पहले ही कार्यशील हो चुकी हैं।
उन्होंने कहा कि डोर टू डोर प्लास्टिक कचरे के संग्रहण के लिए बनाए गए क्लस्टरों का पुनर्गठन किया जाएगा और ग्रामीण क्षेत्रों के प्रमुख स्थानों पर डोर टू डोर प्लास्टिक संग्रहण सुनिश्चित किया जाएगा। उपायुक्त ने बताया कि कुछ स्थानों पर नए “कचरा हॉट स्पॉट” विकसित हो गए हैं, जिन पर विशेष ध्यान देते हुए 2 अक्तूबर को जिलेभर में विशेष स्वच्छता अभियान चलाने के निर्देश दिए गए हैं।
उन्होंने यह भी कहा कि प्लास्टिक कचरे के लिए “हब एंड स्पोक मॉडल” को और अधिक प्रभावी बनाया जाएगा। सभी सार्वजनिक कार्यक्रमों में लोगों को स्वच्छता के प्रति जागरूक किया जाना आवश्यक है। उन्होंने जोर दिया कि स्वच्छता कार्य केवल ढांचागत नहीं, बल्कि व्यवहारगत बदलाव से भी जुड़े हैं। इसके लिए निरंतर सूचना, शिक्षा एवं संचार (आईईसी) गतिविधियों की आवश्यकता है।
जिला विकास अधिकारी गोपी चंद पाठक ने बताया कि वर्ष 2025–26 की वार्षिक कार्ययोजना के अनुसार मंडी जिले की सभी 555 ग्राम पंचायतों में ठोस एवं तरल अपशिष्ट प्रबंधन इकाइयाँ स्थापित करने, प्लास्टिक कचरा प्रबंधन को मजबूत बनाने और पंचायत स्तर पर प्रशिक्षण व जागरूकता कार्यक्रम आयोजित करने का लक्ष्य रखा गया है।
बैठक में जिला परिषद अध्यक्ष पाल वर्मा, अतिरिक्त उपायुक्त गुरसिमर सिंह, मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. दिपाली शर्मा, राज्य प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड मंडी के क्षेत्रीय अधिकारी विनय कुमार तथा सभी खंड विकास अधिकारी उपस्थित रहे।