जिला को टीबी मुक्त बनाना और महिलाओं एवं परिवारों के स्वास्थ्य एवं सशक्तिकरण को सुनिश्चित करना जिला प्रशासन का लक्ष्य: उपायुक्त
उपायुक्त ने की जिला स्तरीय मल्टी सेक्टोरल बैठक की अध्यक्षता
कहा... कमजोर एवं उच्च जोखिम वाले वर्गों तक अभियान का विस्तार किया जाये


धर्मशाला, 26 सितम्बर: आज उपायुक्त कांगड़ा हेम राज बैरवा की अध्यक्षता में उपायुक्त कार्यालय के एनआईसी बैठक कक्ष में जिला स्तरीय मल्टीसेक्टोरल बैठक का आयोजन किया गया। बैठक में टीबी मुक्त भारत अभियान तथा स्वस्थ नारी, सशक्त परिवार अभियान की प्रगति और भावी कार्ययोजना पर विस्तार से चर्चा की गई और विशेष अभियान के अंतर्गत अब तक की उपलब्धियों की समीक्षा की गई। उपायुक्त ने कहा कि इन दोनों अभियानों का उद्देश्य न केवल रोगों की शीघ्र पहचान एवं उपचार सुनिश्चित करना है, बल्कि जनभागीदारी के माध्यम से स्वस्थ समाज की स्थापना करना भी है। उपायुक्त हेम राज बैरवा ने कहा कि जिला प्रशासन का लक्ष्य है कि आने वाले समय में कांगड़ा जिला को पूर्णतः टीबी मुक्त बनाया जाए और साथ ही महिलाओं एवं परिवारों के स्वास्थ्य एवं सशक्तिकरण को सुनिश्चित किया जाए।
उपायुक्त ने कहा कि कमजोर एवं उच्च जोखिम वाले वर्गों तक अभियान का विस्तार किया जाये और इसमें औद्योगिक क्षेत्र, जनजातीय इलाकों, धार्मिक स्थलों, आवासीय विद्यालयों, निर्माण स्थलों, शहरी झुग्गियों और वृद्धाश्रमों को प्राथमिकता दी जाये। उन्होंने कहा कि पोषण हस्तक्षेप और देखभाल के माध्यम से टीबी से मृत्यु दर कम करने का संकल्प लिया जाये।
उन्होंने कहा कि निक्षय मित्र पहल के अंतर्गत स्वयं सहायता समूहों, सहकारी समितियों, काॅर्पोरेट संस्थानों, जनप्रतिनिधियों, पंचायत प्रतिनिधियों और स्वयंसेवी संस्थाओं को जोड़ा जा रहा है। निक्षय मित्र द्वारा पोषण सहयोग, मनोसामाजिक सहयोग, डायग्नाॅस्टिक सुविधा और आजीविका प्रशिक्षण प्रदान किया जा रहा है। इसके अलावा डायबिटीज एवं उच्च बीएमआई वाले टीबी मरीजों को मिलेट आधारित पोषण किट का वितरण किया जा रहा है तथा अन्य मरीजों को पोषण किटें भी उपलब्ध करवाई जा रही हैं। इसके साथ ही हैंड-हेल्ड एक्स-रे मशीनों और एनएएटी टेस्टिंग मशीनों की मदद से शीघ्र जांच को गति प्रदान की जा रही है।
बैठक में जिला टीबी अधिकारी डाॅ. आरके सूद ने बताया कि अभियान के दौरान महिला स्वास्थ्य जांच, महिलाओं में हाइपरटेंशन, डायबिटीज, मुख एवं स्तन कैंसर, गर्भाशय ग्रीवा कैंसर की स्क्रीनिंग, और किशोरियों एवं महिलाओं में एनीमिया जांच एवं परामर्श सेवाएं भी प्रदान की जा रही हैं। इसके साथ ही गर्भवती महिलाओं के लिए एएनसी जांच, परामर्श और मातृ-शिशु सुरक्षा कार्ड का वितरण करने के साथ-साथ सामुदायिक जागरूकता गतिविधियां भी चलाई जा रही हैं। इसके अलावा टीकाकरण सेवाएं बच्चों को उपलब्ध कराना, किशोरियों के लिए मासिक धर्म स्वच्छता एवं पोषण संबंधी सत्र, मानसिक स्वास्थ्य जागरूकता अभियान और तेल-चीनी की खपत कम करने पर विशेष फोकस देना, रक्तदान शिविर और आयुष्मान भारत योजना कार्ड वितरण भी किया जा रहा है। उन्होंने बताया कि निक्षय शिविरों के माध्यम से लोगों की सक्रिय भागीदारी भी सुनिश्चित की जा रही है।
बैठक में मुख्य चिकित्सा अधिकारी विवेक करोल, संयोजक डीआई एजी हरप्रीत भुल्लर, एमओ डाॅ. आदित्य सूद, डब्ल्यूएचओ प्रतिनिधि डाॅ. निकेत कुमार, उप निदेशक मेरा युवा भारत ध्रुव डोगरा, बीएमओ शाहपुर डाॅ. कविता, डीडीओ डीआरडीए भानू प्रताप सिंह, डीपीओ पंचायत विक्रम ठाकुर, सचिव एडुकेयर गुलशन मन्हास, जिला कार्यक्रम अधिकारी (डब्ल्यूसीडी) अशोक कुमार, नगर निगम से अंशुल शर्मा, जेल विभाग से संजीव कुमार, एकता शर्मा, प्रो. अजय कुमार, यूथ आर्गेनाइजर सन्नी कुमार सहित विभिन्न विभागों के अधिकारियों ने भाग लिया।