बिलासपुर, 26 सितम्बर-एनसीसी निदेशालय चंडीगढ़ के तत्वावधान में राष्ट्रीय कैडेट कोर (एनसीसी) द्वारा आयोजित 10 दिवसीय विशेष नौकायन शिविर ‘शतुद्री वंदन सेलिंग अभियान’ का सफल समापन वीरवार देर शाम लुह्नु घाट पर हुआ। समापन समारोह की अध्यक्षता प्रदेश सरकार में नगर नियोजक, आवास, तकनीकी शिक्षा, व्यावसायिक एवं औद्योगिक प्रशिक्षण मंत्री राजेश धर्माणी ने की। उन्होंने बहुउद्देशीय सांस्कृतिक भवन में आयोजित समारोह में एनसीसी कैडेट्स को शुभकामनाएं देते हुए कहा कि एनसीसी कैडेट्स अनुशासन, देशभक्ति और समाज सेवा की भावना के जीवंत उदाहरण हैं।

धर्माणी ने कहा कि ऐसे शिविर युवाओं को शारीरिक, मानसिक और बौद्धिक रूप से सशक्त बनाने के साथ-साथ समाज में सकारात्मक परिवर्तन के वाहक भी बनाते हैं। उन्होंने कहा कि आगामी सेशन से प्रदेश के पॉलिटेक्निक और फार्मेसी कॉलेजों के विद्यार्थियों को भी एनसीसी के नौसेना प्रभाग (नेवल विंग) से जोड़ा जाएगा। इस संबंध में ग्रुप कमांडर आदित्य वर्मा से वार्ता हो चुकी है और शीघ्र ही इस पर निर्णय लिया जाएगा। उन्होंने कहा कि इसके लिए प्रदेश सरकार और केंद्र सरकार बच्चों का पूरा खर्च वहन करेगी। मंत्री ने कहा कि ऐसे प्रशिक्षण शिविरों से विद्यार्थियों में राष्ट्रीयता की भावना, अनुशासन और उच्च नैतिक मूल्यों का विकास होता है, जिससे वे भावी नागरिक के रूप में समाज और राष्ट्र निर्माण में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं।

समापन समारोह के दौरान विभिन्न राज्यों के सांस्कृतिक कार्यक्रम प्रस्तुत किए गए जिनमें हिमाचली नाटी, पंजाबी और हरियाणवी नृत्य विशेष आकर्षण का केंद्र रहे। इसके अतिरिक्त जेएनवी स्कूल के छात्र-छात्राओं ने भी देशभक्ति कार्यक्रम प्रस्तुत की।

‘शतुद्री वंदन सेलिंग अभियान’ के अंतर्गत हिमाचल प्रदेश, हरियाणा और पंजाब से आए लगभग 70 कैडेट्स (46 छात्र और 24 छात्राएं) ने गोविंद सागर झील में 10 दिनों तक नौकायन किया। इस दौरान कैडेट्स ने बिलासपुर, जगातखाना, रायपुर और नखराना जैसे पड़ावों पर रात्रि विश्राम किया तथा कुल 318 किलोमीटर लंबा सफर नौकायन के माध्यम से तय किया।

कमांडेंट ऑफिसर सजन कुमार ने बताया कि इस नौकायन अभियान का मुख्य उद्देश्य युवाओं में अनुशासन, नेतृत्व क्षमता, आत्मविश्वास और टीमवर्क की भावना विकसित करना रहा। तेज हवाओं में नाव का संतुलन बनाए रखना, पानी की लहरों से जूझना और विपरीत परिस्थितियों में धैर्य के साथ आगे बढ़ने के अनुभवों ने कैडेट्स के साहस और अनुशासन को और भी मजबूत किया। कैडेट्स ने इसे धैर्य, साहस, अनुशासन और आपसी तालमेल सीखने का एक अनोखा अवसर बताया।

अभियान के दौरान कैडेट्स ने नशा मुक्त भारत, स्वच्छ भारत मिशन और डिजिटल इंडिया जैसे अभियानों को जन-जन तक पहुँचाने के लिए नुक्कड़ नाटक, रैलियाँ और जागरूकता कार्यक्रम आयोजित किए। विद्यालयों एवं पंचायत स्तर पर ग्रामीणों को सामाजिक सरोकारों से जोड़ने के लिए विशेष प्रयास किए गए। साथ ही कैडेट्स ने गोविंद सागर बांध क्षेत्र की सफाई कर पर्यावरण संरक्षण और जल स्वच्छता का संदेश भी समाज तक पहुँचाया।

धर्माणी ने कहा कि एनसीसी के इस तरह के आयोजन प्रदेश के युवाओं के लिए प्रेरणादायी हैं और इनसे न केवल उनका व्यक्तित्व निखरता है बल्कि समाज में भी सकारात्मक बदलाव की दिशा प्रशस्त होती है।
कार्यक्रम में अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक शिव चौधरी शाहिद विभिन्न विभागों के अधिकारी उपस्थित रहे।