जिला में मतदान केंद्रों के युक्तिकरण के लिये 208 प्रस्ताव मिले: उपायुक्त
कहा....राजनीतिक दल बूथ लेवल एजेंटों की नियुक्ति करें सुनिश्चित
धर्मशाला, 22 अगस्त: जिला निर्वाचन कार्यालय, कांगड़ा स्थित धर्मशाला में राजनीतिक दलों के प्रतिनिधियों के साथ मतदान केंद्रों के युक्तिकरण के संदर्भ में बैठक का आयोजन किया गया, जिसकी अध्यक्षता जिला निर्वाचन अधिकारी उपायुक्त कांगड़ा हेमराज बैरवा ने की।
उन्हांेने बताया कि प्रकाशित की गई मतदान केंद्रों की सूचियों में नए मतदान केंद्र सृजित करने, वर्तमान केंद्रों का युक्तिकरण करने एवं मतदान केंद्र भवन परिवर्तन करने संबंधी जिला के सभी 15 विधानसभा निर्वाचन क्षेत्रों से संबंधित कुल 208 प्रस्तावनाएँ प्राप्त हुई थीं, जिन पर मान्यता प्राप्त राजनीतिक दलों के साथ जानकारी साझा की गई तथा विस्तृत चर्चा के उपरांत सभी प्रतिनिधियों ने इस सन्दर्भ में अपनी सहमति प्रकट की है। उन्होंने कहा कि प्रस्तावनाएँ मुख्य निर्वाचन अधिकारी के माध्यम से भारत निर्वाचन आयोग को स्वीकृति हेतु भेजी जाएंगी तथा अनुमोदन प्राप्त होने पर मतदान केन्द्रों की सूचियां अन्तिम रुप में प्रकाशित कर दी जाएगी।
उन्होंने उपस्थित प्रतिनिधियों से यह भी आग्रह किया गया कि वे वर्तमान 1642 मतदान केंद्रों एवं प्रस्तावित नए 94 मतदान केंद्रों हेतु बूथ लेवल एजेंट की नियुक्ति संशोधित प्रारूप बी.एल. ए-2 पर करना सुनिश्चित करें, ताकि वे निर्वाचन संबंधी क्रियाकलापों एवं मतदाता सूचियों को अपडेट व त्रुटिरहित बनाने में अपनी सहभागिता सुनिश्चित करते हुए लोकतंत्र को मजबूत बनाने में सहयोग प्रदान कर पायें।
जिला निर्वाचन अधिकारी ने कहा कि राजनीतिक दलों की सक्रिय भागीदारी लोकतंत्र को मजबूत बनाने की दिशा में महत्वपूर्ण है और बूथ स्तर पर एजेंटों की नियुक्ति से निर्वाचन प्रक्रिया और अधिक सुचारू एवं प्रभावी बनेगी।
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25 और 26 अगस्त को टांडा रेंज में फायरिंग का अभ्यास
धर्मशाला, 22 अगस्त: सहायक आयुक्त उपायुक्त, कांगडा स्थित धर्मशाला ने बताया कि टांडा फील्ड फायरिंग रेंज में भारतीय सेना द्वारा दिनांक 25 और 26 अगस्त, 2025 को सुबह 8 बजे से रात्रि 10 बजे तक फायरिंग का अभ्यास किया जाएगा। उन्होंने ग्राम पंचायत कोहाला, कच्छयारी, खोली, घुरकड़ी व साथ लगते क्षेत्रों के लोगों से अपील की है कि इस दौरान वह फायरिंग रेंज में न स्वयं जाएं तथा अपने पालतु पशुओं को भी न जाने दें ताकि किसी भी प्रकार की जान माल की हानि से बचा जा सके।