करनाल. 29.07.25- । शहरी स्वच्छता के मामले में करनाल द्वारा स्थापित किए गए कीर्तिमान हरियाणा भर के ग्रामीण अंचल के लिए भी प्रेरणा का स्रोत बने। आने वाले दिनों में राज्य की कोई न कोई ग्राम पंचायत या पंचायत समिती इस मोर्चे पर विजयी मुद्रा में राष्ट्रीय स्तर पर नाम अर्जित करे, इसके लिए निर्वाचित जनप्रतिनिधियों को संकल्पबद्ध होकर काम करना होगा। हरियाणा ग्रामीण विकास संस्थान के निदेशक डॉ. वीरेन्द्र सिंह चौहान ने यह आवाह्न पंचायती राज संस्थानों के निर्वाचित प्रतिनिधियों से किया है। वह आज राजीव गांधी राज्य पंचायती राज एवं सामुदायिक विकास संस्थान में सोनीपत और नीलोखेड़ी पंचायत समितियों के सदस्यों और पदाधिकारियों से संवाद कर रहे थे। कार्यक्रम की अध्यक्षता संस्थान की प्रधानाचार्या डॉ. सोनीका भट्टी ने की। निर्वाचित प्रतिनिधियों के दो दिवसीय प्रशिक्षण कार्यक्रम के समापन सत्र में अपने वक्तव्य में डॉ. चौहान ने कहा कि वर्तमान सरकार ने पंचायती राज संस्थानों के प्रतिनिधियों को सशक्त बनाने के लिए कई उपाय किए हैं। राज्य सरकार इस दिशा में और अधिक प्रभावी कार्य करने के लिए प्रयासरत है। ग्रामीण विकास संस्थान के निदेशक ने कहा कि राज्य में वर्तमान पंचायती राज संस्थानों के प्रतिनिधियों का आधा कार्यकाल संपन्न हो चुका है। यह समय पीछे मुड़कर बीते ढाई साल में किए गए कार्यों के मूल्यांकन का है। इस अवधि में जो काम नहीं हुआ उसके कारणों की तह में जाते हुए भविष्य के लिए मज़बूत लक्ष्य निर्धारित करके उन्हें प्राप्त करने के लिए प्रभावी रणनीति बनायी जानी चाहिए ।
प्रशिक्षण कार्यक्रम के संबंध में प्रतिनिधियों के अनुभव सुने। पंचायत समिति प्रतिनिधियों की ओर से इस अवसर पर हरियाणा ग्रामीण विकास संस्थान के निदेशक को हरियाणा के विकास एवं पंचायती राज मंत्री के नाम एक माँग पत्र भी सौंपा गया। कार्यक्रम के अंत में प्रधानाचार्या डॉ सोनीका भट्टी ने समापन सत्र के मुख्य अतिथि डॉ वीरेन्द्र सिंह चौहान, दो दिवसीय प्रशिक्षण के विशेषज्ञों, संस्थान की टीम और सभी प्रतिभागियों के प्रति कृतज्ञता ज्ञापित की और विश्वास दिलाया कि भविष्य में भी संस्थान इस प्रशिक्षण कार्यक्रम में शामिल हुए पंचायत समिति सदस्यों और पदाधिकारियों के साथ उनके काम में यथायोग्य हाथ बँटाता रहेगा। प्रशिक्षण कार्यक्रम ‘बेटी नहीं बचाओगे तो बहू कहाँ से लाओगे’ गीत के सामूहिक गान और भारत माता की जय के जयघोष के साथ संपन्न हुआ।
इस अवसर पर सहायक प्रोफेसर संदीप भारद्वाज, लेक्चरर वीरेंद्र ग्रेवाल, लेक्चरर डिंपी मल्होत्रा , नारायण दत्त , सौरभ अरोड़ा, कृष्ण खत्री, संजीत कुमार, आशीष कुमार , संजय कुमार , प्रदीप कुमार , लखविंदर कुमार और देशराज भी मौजूद रहे।