चण्डीगढ़, 21.05.25- : प्राचीन शिव मन्दिर सभा, सैक्टर 23-डी द्वारा वार्षिक मूर्ति स्थापना महोत्सव के शुभ अवसर पर श्रीमद् भागवत कथा का आयोजन हो रहा है। आज की कथा मे कथा व्यास श्री श्याम बिहारी शास्त्री (वृन्दावन वाले) ने बताया कि श्रीमद्भागवत है क्या? उन्होंने कहा कि पुराण का अर्थ है पुरा अपि नवं इति प्रमाणम्कि यानी कि जो प्राचीन होते हुए भी नवीन बना हुआ है। पुराण में 5 लक्षण होते हैं। परन्तु; श्रीमद्भागवत पुराण नहीं, अपितु; महापुराण है, जो सर्गादि 10 लक्षणों से युक्त है तथा सभी पुराणों का सम्राट है। जीवन जीने की एक अद्धभुत शैली को बताते हुए यह महापुराण वैष्णवों का मुकुटमणि बना है। कथा में मंदिर प्रधान राजीव करकरा, महासचिव गिरीश कुमार शर्मा, डॉक्टर राजीव कपिला सहित समस्त कार्यकारणी एवं महिला संर्कीतन मण्डली के सभी सदस्य उपस्थित रहे।