हमीरपुर 15 मई। प्राकृतिक खेती से तैयार गेहूं और हल्दी के लिए अलग से न्यूनतम समर्थन मूल्य घोषित करने के बाद प्रदेश सरकार ने इन फसलों की खरीद वीरवार से आरंभ कर दी। जिला हमीरपुर में भी पक्का भरो में स्थित हिमाचल प्रदेश राज्य नागरिक आपूर्ति निगम के गोदाम में यह खरीद शुरू कर दी गई।
कृषि विभाग की आतमा परियोजना द्वारा नागरिक आपूर्ति निगम के सहयोग से शुरू की गई इस खरीद के पहले दिन जिला हमीरपुर के 69 किसानों से 39 क्विंटल से अधिक गेहूं खरीदी गई। सहायक आयुक्त अपराजिता चंदेल ने इन किसानों को गेहूं की खरीद की रसीदें प्रदान कीं। गेहूं और कच्ची हल्दी की खरीद की राशि डीबीटी के माध्यम से सीधे किसानों के बैंक खातों में हस्तांतरित की जाएगी।
इस अवसर पर किसानों को बधाई देते हुए सहायक आयुक्त अपराजिता चंदेल ने बताया कि प्रदेश सरकार प्राकृतिक खेती को बड़े पैमाने पर बढ़ावा दे रही है और अधिक से अधिक किसानों को इसे अपनाने के लिए प्रेरित कर रही है। जिला हमीरपुर में लगभग 20 हजार किसान इससे जुड़कर लगभग तीन हजार हैक्टेयर भूमि पर प्राकृतिक खेती कर रहे हैं। खेती की यह विधि हमारे स्वास्थ्य एवं पर्यावरण तथा मिट्टी के स्वास्थ्य के लिए पूरी तरह सुरक्षित है। इसमें खेती की लागत शून्य होने के कारण किसानों को काफी ज्यादा फायदा हो सकता है और उनकी आय में काफी वृद्धि हो सकती है।
आतमा परियोजना हमीरपुर के परियोजना निदेशक डॉ. नितिन कुमार शर्मा और परियोजना उपनिदेशक राकेश धीमान ने बताया कि प्रदेश सरकार ने प्राकृतिक खेती से उत्पादित गेहंू का खरीद मूल्य 60 रुपये प्रति किलोग्राम और भाड़ा उपदान 2 रुपये प्रति किलोग्राम की दर से निर्धारित किया है। इसी तरह, कच्ची हल्दी का खरीद मूल्य 90 रुपये प्रति किलोग्राम निर्धारित किया गया है। इच्छुक किसान गेहूं को सही ढंग से सूखाकर और साफ करके 15 से 25 मई तक प्रतिदिन प्रातः 10 से सायं 4 बजे तक पक्का भरो में स्थित हिमाचल प्रदेश राज्य नागरिक आपूर्ति निगम के गोदाम में बेच सकते हैं।
वीरवार को गेहूं बेचने आए शुक्कर खड्ड क्षेत्र के निवासी सुरेश चंद और टौणीदेवी खंड के गांव ढांगू के सुभाष चंद ने बताया कि प्राकृतिक खेती से तैयार फसलांे को प्रदेश सरकार बहुत ही अच्छे दाम दे रही है, जिससे किसानों की आर्थिकी मजबूत होगी।
सुजानपुर ब्लॉक से आई प्रगतिशील महिला किसान सरिता ठाकुर, बड़सर उपमंडल के गांव करेर की किरण कुमारी, टौणीदेवी खंड के गांव ढांगू की वनीता कुमारी और अन्य किसानों ने बताया कि पहले रासायनिक खाद से तैयार उनकी गेहूं लगभग 25 रुपये प्रति किलोग्राम की दर से बिकती थी, लेकिन अब प्राकृतिक खेती से तैयार गेहूं का दाम 60 रुपये मिल रहा है। भाड़ा उपदान सहित उनकी गेहूं 62 रुपये प्रति किलोग्राम बिक रही है। कच्ची हल्दी के लिए भी 90 रुपये प्रति किलोग्राम दाम निर्धारित किया गया है। इससे किसानों को अच्छी-खासी आय हो रही है।
इस अवसर पर कृषि उपनिदेशक डॉ. शशिपाल अत्री और अन्य अधिकारी भी उपस्थित थे।