चण्डीगढ़ ,25.10.23,राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की जयंती के साथ देशभर में खादी महोत्सव की शुरुआत हो गई।खादी अपनी परांपरागत पहचना के साथ मुनाफे की पटरी पर भी दौड़ने की तैयारी में है और भारत सरकार द्वारा शुरू गांधी जी की जयंती पर शुरू किया खादी महोत्सव कार्यक्रम देश भर में आयोजित किया जा रहा है और आज पंजाब विश्वविद्यालय की राष्ट्रीय सेवा योजना एवं खादी इंडिया चण्डीगढ़ के संयुक्त तत्वावधान में पंजाब विश्वविद्यालय के विधार्थी केन्द्र पर खादी से बने उत्पादों की प्रदर्शनी लगाई गई । प्रदर्शनी की शुरुआत मुख्य अतिथि प्रो संजय कौशिक ( अधिष्ठाता , कालेज विकास परिषद) द्वारा शुरू की गई और उन्होंने सभी से खादी को बढ़ावा देने की अपील की और कहा कि हम सभी को ज्यादा से ज्यादा खादी से बने उत्पादों का इस्तेमाल करना होगा

इस अवसर पर भारत सरकार के खादी विभाग में सहायक निदेशक नरेन्द्र सिंह ने विशिष्ट अतिथि के रूप में शिरकत की उन्होंने कहा भारत सरकार निरंतर खादी को बढ़ावा देने के लिए प्रयासरत हैं आयोग अब अपने बुनकरों, कारीगारों के हितों की बात करने के साथ-साथ कारोबारी मुनाफे की भी खुलकर बात करता है। केवीआईसी का लाभ वर्ष 2014 के करीब 800 करोड़ रुपये से बढ़कर 34,000 करोड़ रुपये पर पहुंच चुका है

विभिन्न कारीगरों द्वारा तैयार खादी उत्पादों की एक विविध श्रृंखला पेश की गई जिनमें खादी वस्त्र व रेडिमेड परिधान, रेशम साड़ियाँ, ड्रेस मटेरियल, कुर्ता, जैकेट, बेडशीट, कालीन, रसायन मुक्त शैंपू एवं हर्बल उत्पाद, नैसर्गिक शहद और अन्य घरेलू सामान, साथ ही उत्कृष्ट कला प्रदर्शन के साथ प्रदर्शनी में हस्तशिल्पी भी भाग ले रहे हैं। इसके अलावा, महोत्सव का उद्देश्य बुनकरों और कुटीर उद्योग में लगे श्रमिकों को रोजगार के अवसर प्रदान करना है।

इस अवसर पर राष्ट्रीय सेवा योजना के कार्यक्रम समन्वयक डॉ प्रवीण गोयल ने जानकारी देते हुए कहा कि ये प्रदर्शनी दो दिन तक चलेगी और युवाओं में इस प्रदर्शनी को लेकर काफी उत्साह है और युवा पीढ़ी चरखा चलाना भी सीख रही हैं डी एस डब्ल्यू प्रो सिमरित कालों एवं कार्यक्रम अधिकारियों सहित स्वयंसेवक भी मौजूद रहे।