धर्मशाला, 15 मई। पर्यटन निगम के अध्यक्ष कैबिनेट रैंक आरएस बाली ने कहा कि प्रदेश सरकार कृषि व बागवानी क्षेत्र को सुदृढ़ कर ग्रामीण अर्थव्यवस्था को सशक्त कर रही है। उन्होंने कहा कि इस वित्त वर्ष के दौरान ग्रामीण अर्थव्यवस्था को मजबूत करने के लिए प्रदेश सरकार 2 हजार करोड़ रुपये व्यय करेगी।
वीरवार को नगरोटा बगबां तथा कांगड़ा में जन समस्याएं सुनने के उपरांत आरएस बाली ने कहा कि कृषि व बागवानी उत्पादों का प्रसंस्करण कर उनका विपणन करने के लिए बेहतरीन व्यवस्था विकसित की जा रही है। इसी दृष्टिकोण के साथ दुग्ध क्षेत्र के विकास के लिए भीे नवोन्मेषी प्रयास किये जा रहे हैं।
उन्होंने कहा कि ग्रामीण अर्थव्यवस्था को सुदृढ़ करने में पशुधन का महत्वपूर्ण योगदान है। प्रदेश सरकार द्वारा हिम गंगा योजना को प्रथम चरण में पायलट आधार पर हमीरपुर और कांगड़ा जिलों में आरम्भ किया गया है। मिल्कफैड द्वारा मंडीए कुल्लू और शिमला जिलों में 120 स्वचालित और 32 डिजिटल दूध संग्रहण इकाइयां स्थापित की गई हैं।
उन्होंने कहा कि प्रदेश में प्राकृतिक खेती को बढ़ावा देने के लिए प्रदेश सरकार ने प्राकृतिक खेती से उत्पादित हल्दी गेहूं तथा मक्का के समर्थन मूल्य को इस वित्त वर्ष में क्रमशः 90 रुपये 60 रुपये तथा 40 रुपये प्रति किलोग्राम करने का निर्णय लिया है। उन्हांेने कहा कि सरकार ने इस वर्ष एक लाख नए किसानों को प्राकृतिक खेती के अंतर्गत लाने का लक्ष्य रखा है तथा प्राकृतिक खेती करने वाले सभी किसानों को हिम परिवार रजिस्टर से जोड़ा जाएगा।
बाली ने कहा कि युवाओं को स्वरोजगार के अवसर उपलब्ध करवाने के लिए सरकार कारगर कदम उठाए जा रहे हैं, राज्य में राजीव गांधी स्टार्ट अप योजना आरंभ की गई है इसके साथ ही नियमित तौर पर रोजगार मेलों का आयोजन भी किया जा रहा है ताकि युवाओं को घर द्वार पर रोजगार के अवसर उपलब्ध हो सकें।