सुंदरनगर (मंडी), 5 दिसम्बर । सांसद प्रतिभा सिंह ने कहा कि मजबूत शिक्षण संस्थान तथा गुणवत्तापूर्ण शिक्षा समृद्धि का स्रोत होने के साथ ही समाज को आगे बढा़ने का माध्यम हैं। उन्होंने शिक्षा क्षेत्र में डीएवी संस्था की अग्रणी भूमिका की सराहना की। सांसद मंगलवार को डीएवी स्कूल सुंदरनगर के वार्षिक उत्सव व पारितोषिक वितरण समारोह की अध्यक्षता कर रही थीं। पूर्व मुख्य संसदीय सचिव सोहन लाल भी इस अवसर पर उपस्थित थे।
बता दें, वर्तमान में हिमाचल प्रदेश में 62 डीएवी शिक्षण संस्थान चल रहे हैं जो विद्यार्थियों को उच्च गुणवत्ता की शिक्षा प्रदान कर रहे हैं।
सांसद ने कहा कि हिमाचल सरकार ने बच्चों की बेहतर शिक्षा व्यवस्था पर पूरा ध्यान केंद्रित किया है। इसी मकसद से प्रदेश के सभी विधानसभा क्षेत्रों में राजीव गांधी राजकीय डे-बोर्डिंग विद्यालय खोलने की दिशा में काम किया जा रहा है। उन्होंने प्रदेश सरकार की शिक्षा क्षेत्र की मजबूती के लिए काम की प्रतिबद्धता को दोहराया।
प्रतिभा सिंह ने कहा कि प्रदेश में आज जितने भी उच्च शिक्षण संस्थान चल रहे हैं वे कांग्रेस सरकारों के कार्यकाल में ही खोले गए हैं। उन्होंने विद्यार्थियों को शिक्षा के साथ-साथ खेल गतिविधियों में भी भाग लेने का आह्वान किया। उन्होंने कहा कि वर्तमान में हर क्षेत्र में प्रतिस्पर्धा है, इसलिए जरूरी है कि विद्यार्थियों को लक्ष्य तय कर जीवन में सफलता के लिए कड़ी मेहनत करें। उन्होंने शिक्षकों व अभिभावकों से बच्चों को सही समय पर सही मार्गदर्शन प्रदान करने पर ध्यान देने को कहा।
सांसद ने आशा जताई कि साझा दृष्टिकोण से सभी मिलकर एक शिक्षित और समृद्धि युक्त समाज की दिशा में आगे बढ़ेंगे।
प्रतिभा सिंह ने इस मौके स्कूली विद्यार्थियों द्वारा प्रस्तुत सांस्कृतिक कार्यक्रमों की सराहना की। उन्होंने विद्यार्थियों द्वारा लिखी पुस्तक ‘ब्री-बुक्स’ का विमोचन भी किया।
डीएवी संस्था हिमाचल क्षेत्र के सह क्षेत्रीय अधिकारी के.एस. गुलेरिया ने मुख्य अतिथि को सम्मानित किया।
स्कूल की प्रधानाचार्य दीपिका शर्मा ने मुख्य अतिथि का स्वागत किया तथा स्कूल की वार्षिक रिपोर्ट प्रस्तुत की।
कार्यक्रम में एसडीएम सुंदरनगर गिरीश समरा, ब्लॉक कांग्रेस के अध्यक्ष हेमंत गौतम, एपीएमसी के पूर्व अध्यक्ष हरेन्द्र सेन, महिला कांग्रेस अध्यक्ष मधुमती सहित नगर परिषद के पार्षद, विभिन्न पंचायती राज संस्थाओं के प्रतिनिधियों सहित अनेक गणमान्य व्यक्ति उपस्थित थे।