चण्डीगढ़ , 24.09.23: आध्यात्मिक उपचारक, वैदिक ज्योतिषी और गुरु चामुंडा स्वामी जी का आचार्यकुल संस्था ने उनके चण्डीगढ़ पहुंचे पर स्वागत किया। आध्यात्मिक उपचारक चामुंडा स्वामी जी न्यूयॉर्क से भारत के दौरे के दौरान चण्डीगढ़ पधारे। चण्डीगढ़ आचार्यकुल के अध्यक्ष के के शारदा, वरिष्ट उप प्रधान प्रेम विज ने संस्था के अन्य पदाधिकारियों के साथ उनका शाल भेंट कर स्वागत किया।
चामुंडा स्वामी ने पदाधिकारियों के साथ चर्चा करते दुःख व्यक्त किया कि भारत की मूल भाषा संस्कृत का देश से धीरे धीरे लुप्त होना खतरनाक संकेत है। उन्होंने कहा दूसरी ओर यूरोपियन लोग भारतीय संस्कृति के प्रति आकर्षित हो रहे है। उन्होंने कहा अमेरिका में तो अंग्रेज लोग बाकायदा संस्कृत की कक्षाएं ले रहे हैं। उन्होंने बताया कि न्यूयॉर्क में इस समय हजारों अंग्रेज इन क्लासेज में जा रहें है। उन्होंने कहा भारत में खासकर पंजाब में तो संस्कृत खत्म होना भारतीय सभ्यता के लिए खतरनाक है। उन्होंने कहा वे संस्कृति के प्रचार प्रसार के लिए हमेशा तत्पर रहेगे।
उन्होंने आचार्यकुल के पदाधिकारियों से अपील की कि वे भी संस्कृति के प्रचार-प्रसार के लिए संस्था की ओर से सहयोग करें। स्वामी जी ने कहा अध्यात्म से जुड़ने के लिए संस्कृत का जानकार होना बहुत जरूरी है।