शिमला:17.05.25- विधान सभा सचिवालय के डॉ0 यशवन्त सिंह परमार पुस्तकालय कक्ष में खेल एवं सांस्कृतिक संघ विधान सभा द्वारा रक्तदान दिवस के सुअवसर पर आयोजित रक्तदान शिविर तथा अंगदान शिविर कार्यक्रम का आज दिनाँक 17 मई, 2025 को पूर्वाह्न 11:30 बजे हिमाचल प्रदेश विधान सभा अध्यक्ष कुलदीप सिंह पठानियां द्वारा दीप प्रज्जवलित कर शुभारम्भ किया गया। इस अवसर पर विधान सभा सचिव यशपाल शर्मा, दीनदयाल उपाध्याय अस्पताल शिमला की वरिष्ठ चिकित्सा अधिकारी डॉ0 गंगा, हि0प्र0 विधान सभा के वरिष्ठ चिकित्सा अधिकारी डॉ0 नरेश दत्ता, विधान सभा के संयुक्त सचिव बेगराम कश्यप, विधान सभा के संयुक्त निदेशक हरदयाल भारद्वाज तथा खेल एवं सांस्कृतिक संघ के प्रधान अरविन्द शर्मा, महासचिव दीपक ठाकुर तथा संघ के तमाम पदाधिकारी मौजूद थे।
इस अवसर पर इलैक्ट्रॉनिक मिडिया प्रतिनिधियों को सम्बोधित करते हुए विधान सभा अध्यक्ष ने कहा कि रक्तदान एक महादान है जिसके द्वारा आप अनेकों जिंदगियों को बचा सकते हैं। पठानियां ने कहा कि 60 वर्ष से कम आयु के लोगों को खूब रक्तदान करना चाहिए तथा मुश्किल की घड़ी में किसी के जीवन को बचाने में अपना सार्थक योगदान देना चाहिए। पठानियां ने कहा कि रक्त की आवश्यकता विशेषकर अनिमिया से पीड़ित मरीजों, प्रसव के दौरान महिलाओं, शल्य चिकित्सा, दुर्घटना व अन्य अनेक प्रकार के रक्त विकारों के मरीजों के लिए रहती है जिससे उनका जीवन बचाया जा सके।
पठानियां ने कहा कि रक्तदान तथा अंगदान शिविर के दौरान विधान सभा सचिवालय के अधिकारियों व कर्मचारियों विशेषकर महिलाओं में अत्याधिक उत्साह देखा गया जो प्रशंसनीय है।
इस अवसर पर स्टेट ऑर्गन ट्राँसप्लाँट अग्रेनाईजेशन (सोटो) हि0प्र0 द्वारा भी एक स्टॉल स्थापित किया गया था जिसका विधान सभा अध्यक्ष द्वारा अवलोकन किया गया तथा लोगों को मरने के बाद अंगदान के महत्व के बारे में जानकारी हासिल की। पठानियां ने स्वयं भी इस अवसर पर भविष्य में अंगदान करने की इच्छा जाहिर की।
पठानियां ने बताया कि अंगदान एक नया जीवनदान है। एक व्यक्ति जिसकी उम्र कम से कम 18 वर्ष हो वह स्वैच्छिक रूप से अपने करीबी रिश्तेदारों को देश के कानून और नियमों के दायरे में रहकर अंगदान कर सकता है और अंगदान करने की शपथ ले सकता है। अंगदान से संबंधित सही जानकारी व भ्रम होने की वजह से अधिकतर लोग अंगदान करने से पीछे हट जाते हैं । इसीलिए अगर लोगों में पहले से अंगदान को लेकर पर्याप्त जानकारी होगी तभी ऐसे मौके जरूरतमंदों के लिए वरदान साबित हो सकते हैं।
सोटो की आई0 ई0सी0 कन्सलटेंट रामेश्वरी ने कहा कि सोटो हिमाचल की ऑफिशल वेबसाइट www.sotto himachal.in के तहत अब कोई भी व्यक्ति घर बैठे बैठे अंगदान करने के लिए शपथ पत्र भर सकता है। वेबसाइट पर कर कोड स्कैन कर रजिस्ट्रेशन की औपचारिकता पूरी करते हुए व्यक्ति अंगदान की इच्छा जाहिर कर सकता है। यह प्रक्रिया आधार लिंक होगी। मौजूदा समय में प्रदेश भर से करीब 2800 से अधिक लोगों ने अंगदान का शपथ पत्र भरा है।
उन्होने कहा कि अंगदान जीवित व मृत दोनों परिस्थितियों में किया जा सकता है। जीवित रहते अंगदान में व्यक्ति नजदीकी रिश्तेदार को किडनी, पेनक्रियाज व लीवर का एक भाग दान कर सकता है। वही ब्रेन डेड स्थिति में व्यक्ति अपने आठ अंग दान करके जरूरतमंद मरीजों का जीवन बचा सकता है। उन्होंने बताया कि ब्रेन डेड की स्थिति कोमा से बिल्कुल अलग होती है इसमें शरीर वेंटीलेटर के जरिए काम कर रहा होता है और ब्रेन पूरी तरह से मृत हो चुका होता है। हर साल दर्जनों लोग अलग-अलग दुर्घटनाओं के कारण ब्रेन डेड होते हैं जो कि अंगदान के लिए सक्षम होते हैं। उन्होंने बताया कि हर साल 2 लाख मरीजों को किडनी की जरूरत होती है जबकि महज 10 हजार ट्रांसप्लांट हो पाते हैं। वहीं देश में हर साल 30 हजार व्यक्तियों को लीवर की जरूरत होती है जबकि 2 हजार ट्रांसप्लांट ही होते हैं। इसके अलावा प्रतिवर्ष 10 लाख लोगों को आंखों की जरूरत होती है लेकिन महज 50 हजार नेत्र ट्रांसप्लांट हो पाते हैं। देश में अंगदान व नेत्रदान के प्रति जागरूकता ना होने के कारण ऐसा हो रहा है। उन्होंने बताया कि अंगदान किसी भी जाति, धर्म, समुदाय, लिंग, व आयु के लोग कर सकते हैं।
पठानियां ने लोगों से आग्रह करते हुए कहा कि अपने अंगों एवं उत्तकों को दान करने की प्रतिज्ञा लें। अपने परिवार के समक्ष अपने अंगों को दान करने की इच्छा जाहिर करें क्योंकि मृतक की दुर्भाग्यपूर्ण घटना के समय अंगों एवं उत्तकों को दान करने के लिए उसकी सहमति आवश्यक है।
इस अवसर पर पत्रकारों द्वारा ऑपरेशन सिन्दूर से सम्बन्घित पूछे गए प्रश्न का जवाब देते हुए विधान सभा अध्यक्ष ने कहा कि भारतीय सशस्त्र बल दुनियां का सर्वश्रेष्ठ सशस्त्र बल है जिसका कोई मुकाबला नहीं कर सकता। पठानियां ने इस अवसर पर भारतीय सशस्त्र बल को बधाई देते हुए कहा कि आप ने पाकिस्तान के दु:साहस को चकनाचूर किया है तथा देश को आप पर गर्व है। पठानियां ने कहा कि भविष्य में यदि कोई शत्रु देश हमारे देश की ओर आँख उठाकर देखने का दु:साहस करेगा तो हमारी सेना उसका मुँहतोड़ जवाब देने में सक्षम है।
हरदयाल भारद्वाज)
संयुक्त निदेशक एवं मुख्य प्रवक्ता,
हि0 प्र0 विधान सभा।