बिलासपुर की बेटियों ने बढ़ाया जिले का मान, दसवीं कक्षा के परीक्षा में उत्कृष्ट प्रदर्शन करने वाले मेधावियों को डीसी राहुल कुमार ने किया सम्मानित
बिलासपुर, 16 मई:हिमाचल प्रदेश स्कूल शिक्षा बोर्ड द्वारा वीरवार को घोषित दसवीं कक्षा के परीक्षा परिणाम में जिला बिलासपुर की दो छात्राओं ने प्रदेश स्तर पर शीर्ष तीन स्थानों में अपना स्थान सुनिश्चित कर जिले का नाम रोशन किया है।
उपायुक्त कार्यालय के बचत भवन में आयोजित सम्मान समारोह में उपायुक्त बिलासपुर राहुल कुमार ने तीन मेधावी छात्राओं को सम्मानित किया।
आर के सीनियर सेकेंडरी पब्लिक स्कूल गांडलवीं की छात्रा रिद्धिमा शर्मा ने 99.29 प्रतिशत अंक अर्जित कर प्रदेश स्तर पर दूसरा स्थान प्राप्त किया, जबकि मिनर्वा सीनियर सेकेंडरी स्कूल घुमारवीं की छात्रा पर्णिका शर्मा ने तीसरा स्थान हासिल किया।
इसके अतिरिक्त गवर्नमेंट हाई स्कूल सिलह के एक छात्रा ने 98.29 प्रतिशत अंक प्राप्त कर जिला के सरकारी विद्यालयों में सर्वाधिक अंक हासिल करने पर इन सभी विद्यार्थियों को उपायुक्त बिलासपुर राहुल कुमार द्वारा स्मृति चिन्ह और प्रमाण पत्र भेंट कर सम्मानित किया गया।
इस अवसर पर उपायुक्त राहुल कुमार ने कहा कि यह जिला बिलासपुर के लिए गर्व का विषय है कि प्रदेश की टॉप तीन मेरिट सूची में दो छात्राएं बिलासपुर से हैं। उन्होंने यह भी कहा कि विशेष प्रसन्नता की बात है कि इस वर्ष शीर्ष तीनों स्थानों पर बालिकाओं का दबदबा रहा।
उपायुक्त ने कहा कि मेहनत ही सफलता की कुंजी है। उन्होंने सभी विद्यार्थियों को निरंतर परिश्रम करने की प्रेरणा दी। कहा कि आज की बेटियां हर क्षेत्र में उत्कृष्ट प्रदर्शन कर रही हैं और समाज को गौरवान्वित कर रही हैं। उन्होंने विद्यार्थियों को ‘ड्रीम हाई’ की प्रेरणा देते हुए कहा कि बड़े सपने देखें और उन्हें साकार करने के लिए पूरी निष्ठा से प्रयासरत रहें।
उन्होंने कहा कि कभी-कभी कम अंक आने पर कुछ छात्र-छात्राएं गलत कदम उठाते हैं, जो दुर्भाग्यपूर्ण है। उन्होंने कहा कि जीवन में अवसरों की कोई कमी नहीं है, आत्मविश्वास बनाए रखें और आगे बढ़ते रहें।
इस अवसर पर अतिरिक्त उपायुक्त ओमकांत ठाकुर ने कहा कि छात्र जीवन में अनुशासन अत्यंत आवश्यक है। सफलता केवल एक दिन की मेहनत से नहीं मिलती, बल्कि सतत प्रयास और आत्म-विश्लेषण से प्राप्त होती है।
एसडीएम सदर डीआर राजदीप सिंह ने कहा कि ऐसी उपलब्धियां न केवल जिले को गौरवान्वित करती हैं, बल्कि अन्य विद्यार्थियों को भी प्रेरणा प्रदान करती हैं कि समर्पण और अनुशासन से किसी भी लक्ष्य को पाया जा सकता है।
सहायक आयुक्त नरेंद्र आहलूवालिया ने सभी मेधावी बच्चों एवं उनके परिवारों को शुभकामनाएं देते हुए कहा कि यह सफलता उनके निरंतर प्रयास, परिवार के सहयोग और शिक्षकों के मार्गदर्शन का परिणाम है।
इस अवसर पर अधिकारियों ने बच्चों के साथ अपने-अपने क्षेत्र और शैक्षणिक अनुभवों को साझा किया, जिससे विद्यार्थियों को विभिन्न क्षेत्रों की जानकारी और प्रेरणा प्राप्त हुई।
वहीं, जिला स्तर पर मैरिट सूची में शीर्ष 10 स्थानों में दस छात्राएं और दो छात्रों ने स्थान प्राप्त किया। विशेष बात यह रही कि नौवें स्थान पर चार और दसवें स्थान पर तीन विद्यार्थियों ने समान अंक प्राप्त किए हैं।