CHANDIGARH, 01.04.22-चंडीगढ़ में चल रहा हुनर हाट कई मायनों में दूसरी नुमाइश और मेलों से अलग है। देश भर से आए दस्तकारों, शिल्पकारों और कारीगरों के 360 स्टॉल तो अपनी अलग कहानी कह ही रहे हैं, पूरे हुनर हाट कैम्पस की व्यवस्थाएं भी आला दर्जे की हैं। साफ-सफाई, सुरक्षा, स्टॉल, स्टेज, फूड कोर्ट मैनेजमेंट ये सब कमाल का है। हुनर हाट का ले-आउट डिजायन, लुक-फील इसको दूसरे आयोजनों से बेहतर होने का एहसास कराता है।


मैदान के चप्पे-चप्पे पर कार्पेट बिछाई गई है और जगह जगह डस्टबिन रखी गईं हैं और साफ-सफाई का विशेष ध्यान रखा जा रहा है। अगर सुरक्षा की बात करें तो हर गेट पर सिक्योरिटी चेक पॉइंट बनाए गए हैं। हुनर हाट के पूरे कैम्पस में करीब 100 सीसीटीवी कैमरे लगे हैं जिससे लगातार मॉनिटरिंग की जा रही है। ड्रोन कैमरे का इस्तेमाल भी किया जा रहा है। बड़ी संख्या में मेल-फीमेल सिक्योरिटी स्टाफ लगातार एक्टिव रहता है। स्टॉल के बीच की लेन काफी चौड़ी बनाई गईं हैं जिससे ज़्यादा भीड़ होने की स्थिति में भी किसी को आने-जाने और ख़रीदारी करने में किसी तरह की कोई परेशानी न हो। हर लेन में आयोजकों की टीम के मेंबर तैनात रहते हैं। वॉकी-टॉकी के साथ ग्राउंड स्टाफ अलग से मुस्तैद रहते हैं जो अलग अलग तरह का काम देखते हैं। सेक्टर-17 के परेड ग्राउंड में चल रहे हुनर हाट के मेन गेट के ठीक सामने और पीछे की तरफ पार्किंग की भी उचित व्यवस्था की गई है।


इसी तरह फूड कोर्ट में भी दुरुस्त इंतज़ामात किए गए हैं। हुनर हाट में कुल 3 फूड कोर्ट बनाए गए हैं। स्टेज के बाईं तरफ बने फूड कोर्ट को "मेरा गाँव मेरा देश" नाम दिया गया है जिसमें 30 स्टॉल हैं और हर एक स्टॉल पर अलग अलग पारंपरिक स्वादिष्ट व्यंजन मौजूद हैं। दूसरा फूड कोर्ट स्टेज के दाहिनी ओर है जहाँ बेहद लज़ीज़ नॉन वेज परोसा जा रहा है। तीसरा फूड कोर्ट मेन गेट से एंट्री करते ही लेफ़्ट साइड में है, यहाँ भी सोया चाप, मूंग की दाल के चीखे, लस्सी, कुल्फी, इंदौरी पोहा और अन्य तमाम तरह की खाने की चीज़ें उपलब्ध हैं। लोगों के लिए इन तीनों फूड कोर्ट में बैठ कर खाने की व्यवस्था की गई है। यही वजह है कि हुनर हाट देखने वाला हर शख़्स न सिर्फ़ व्यवस्थाओं की तारीफ़ करता है बल्कि आयोजकों के विजन की सराहना भी करता है।