दवाडा व झलोगी के पास भूस्खलन के कारण फंसे छोटे वाहन वैकल्पिक मार्गों से सुरक्षित निकाले, यात्रियों व वाहन चालकों के लिए भोजन-पानी की समुचित व्यवस्था- उपायुक्त
मंडी, 06 अगस्त-उपायुक्त अपूर्व देवगन ने बताया कि मंडी से कुल्लू राष्ट्रीय राजमार्ग पर बड़े स्तर पर हुए भूस्खलन के कारण फंसे लोगों एवं वाहन चालकों को सुरक्षित निकालने के लिए प्रशासन की ओर से सभी प्रबंध किए गए हैं। छोटे वाहनों को कुल्लू की ओर से कमांद-कटौला होकर सुरक्षित मंडी की ओर भेजा गया है।
उन्होंने बताया कि दवाडा औऱ झलोगी के पास भारी भूस्खलन के कारण मंडी-कुल्लू राष्ट्रीय उच्च मार्ग यातायात के लिए बंद हो गया। प्रशासन की ओर से थलौट से लेकर हणोगी तक विभिन्न स्थानों में फंसे लोगों को निकालने के लिए सभी आवश्यक एवं त्वरित कदम उठाए गए हैं। उन्होंने बताया कि गत रात को ही उपमंडलाधिकारी (ना.) बालीचौकी के माध्यम से इन लोगों के लिए पानी व ब्रेड सहित दूध इत्यादि की व्यवस्था सुनिश्चित की गई। बुधवार को भी सुरंग संख्या 12 के समीप वाहन चालकों एवं अन्य फंसे हुए यात्रियों के लिए भोजन इत्यादि के समुचित प्रबंध किए गए हैं। उनके लिए सुबह के नाश्ते के अलावा दोपहर भोजन की भी व्यवस्था की गई।
उपायुक्त ने बताया कि इस सड़क मार्ग को खोलने के लिए युद्ध स्तर पर कार्य किया जा रहा है। इसके लिए आवश्यक मशीनरी व मानव संसाधन तैनात किए गए हैं। आज छोटे वाहनों को वैकल्पिक सड़क मार्ग बजौरा-कटौला-कमांद होकर मंडी की ओर भेजा गया है। यहां से हिमाचल पथ परिवहन निगम की बसों के यात्रियों को भी सुरक्षित कुल्लू की ओर भेजा गया है। उन्होंने बताया कि बुधवार सायं को झलोगी में लगभग आधा किलोमीटर तक सड़क मार्ग खोलना ही शेष है।
अपूर्व देवगन ने कहा कि सभी यात्रियों व अन्य वाहन चालकों की सुरक्षा प्रदेश सरकार व जिला प्रशासन की सर्वोच्च प्राथमिकता है। उन्होंने कहा कि एसडीएम बालीचौकी सहित प्रशासनिक अमला व अन्य संबंधित विभागों व एजेंसियों के अधिकारी मौके पर राहत कार्यों की निगरानी कर रहे हैं। उन्होंने वैकल्पिक मार्गों का उपयोग कर रहे वाहन चालकों एवं यात्रियों से भी आग्रह किया कि वे इन मार्गों पर ट्रैफिक इत्यादि की जानकारी प्राप्त करने के उपरांत ही यात्रा करें ताकि जाम जैसी स्थिति से बचा जा सके।
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आईआईटी मंडी की टीम ने ड्रोन की मदद से विद्युत बहाली में किया सहयोग
छपराहण गांव में 5 अगस्त से बाधित बिजली बहाल करने की दिशा में मिला बड़ा तकनीकी समर्थन
मंडी, 7 अगस्त। नाचन विधानसभा क्षेत्र के छपराहण (मुलान्डी) गांव में पिछले तीन दिनों से बाधित बिजली आपूर्ति को बहाल करने के लिए चल रहे कार्य में आईआईटी मंडी की टीम द्वारा ड्रोन तकनीक की मदद दी गई। सीएआईआर विभाग से डॉ अमित शुक्ला के मार्गदर्शन में प्रणव सिंह और विकास शर्मा की टीम ने ड्रोन की सहायता से 11 केवी सरांडा फीडर की सैगिंग प्रक्रिया में तकनीकी सहयोग प्रदान किया।
अधिशाषी अभियंता गोहर सुमित चौहान ने बताया यह स्पर फीडर उस समय क्षतिग्रस्त हुआ जब 33 केवी पंडोह-गोहर लाइन में दो दिन पूर्व भारी क्षति हुई थी, और यह 11 केवी सरांडा फीडर के ऊपर से गुजरती है। परिणामस्वरूप, छपराहण गांव में 60 घरों की 5 अगस्त से विद्युत आपूर्ति पूरी तरह से ठप हो गई थी।
उन्होंने बताया कि आईआईटी मंडी की टीम द्वारा प्रदान की गई ड्रोन सहायता से न केवल बहाली कार्य में तेजी आई, बल्कि यह कार्य अधिक सुरक्षित और कुशल रूप से संभव हो सका। वर्तमान में फील्ड स्टाफ की टीम द्वारा बहाली का कार्य युद्धस्तर पर जारी है, और बोर्ड का लक्ष्य है कि जल्द से जल्द छपराहण गांव में बिजली आपूर्ति सुचारू रूप से बहाल की जाए।