फीचरःसामाजिक सुरक्षा पेंशन की किस्त मिलने पर लाभार्थियों ने राज्य सरकार का जताया आभार

  • पधर उपमंडल में 447 नए लाभार्थियों को मिले साढ़े पांच लाख रुपए के लाभ

पधर, 01 अगस्त, 2025-प्रदेश सरकार की कल्याणकारी नीतियों से समाज का हर वर्ग लाभान्वित हो रहा है। सरकार द्वारा सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता विभाग के माध्यम से वृद्धावस्था पेंशन, विधवा, एकल नारी और अपंग राहत भत्ता के रूप में जरूरतमंद वर्गों की सामाजिक सुरक्षा सुनिश्चित की जा रही है। मंडी जिला के पधर उपमंडल में 447 नए लाभार्थियों को प्रदेश सरकार की सामाजिक सुरक्षा पेंशन योजना के तहत लाया गया है और इन्हें पेंशन की पहली किस्त भी प्राप्त हो गई है।

पधर क्षेत्र में वर्तमान में 7,279 लोगों को तहसील कल्याण अधिकारी कार्यालय से विभिन्न श्रेणियों में सामाजिक सुरक्षा प्रदान की जा रही है। तहसील वेलफेयर अधिकारी चंदन वीर सिंह ने बताया कि उपमंडल पधर में वित्त वर्ष 2024-25 में कुल 447 नए लाभार्थियों को सामाजिक सुरक्षा पेंशन स्वीकृत हुई है। इनमें अपंग राहत भत्ता के तहत 41, विधवा और एकल नारी के कुल 62 और वृद्धा पेंशन के तहत कुल 344 पात्र लाभार्थियों को पेंशन प्रदान की जा रही है। इसके तहत कुल 5 लाख 49 हजार 750 रूपए की राशि पेंशन के रूप में दी गई।

सामाजिक सुरक्षा उपलब्ध करवाने के लिए लाभार्थियों ने प्रदेश सरकार आभार भी जताया है। पधर तहसील के समखेतर गांव निवासी लाभार्थी कृष्ण गोपाल शर्मा ने प्रदेश सरकार का आभार जताते हुए कहा कि इस पेंशन से उन्हें आर्थिक सहारा मिला है। उन्हें वृद्धावस्था पेंशन की पहली किस्त मिल चुकी है, जिससे वह बुढ़ापे में दवा सहित अपने छिटपुट खर्चे स्वयं चलाने में समर्थ महसूस कर रहे हैं। वह कहते हैं कि जिन लोगों को बुढ़ापे में कोई सहारा नहीं होता, उनके लिए प्रदेश सरकार ने यह बहुत अच्छी योजना चलाई है। इसके लिए उन्होंने मुख्यमंत्री ठाकुर सुखविंद्र सिंह सुक्खू का धन्यवाद किया और कहा कि सरकार द्वारा चलाई जा रही जनकल्याणकारी योजनाएं बुजुर्गों के लिए संबल बन रही हैं।

ग्राम पंचायत पधर के गद्दी बागला गांव के भूमि सिंह और ग्राम पंचायत गवाली के धर्म सिंह ठाकुर ने वृद्धावस्था पेंशन की पहली किस्त प्राप्त होने पर प्रसन्नता व आभार व्यक्त किया है। उन्होंने कहा कि यह पेंशन राशि उनके लिए बहुत सहायक सिद्ध हो रही है और इससे बुजुर्गों को आत्मनिर्भर व सम्मानजनक जीवन जीने में मदद मिलेगी। दोनों लाभार्थियों ने मुख्यमंत्री और सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता विभाग का धन्यवाद करते हुए कहा कि प्रदेश सरकार बुजुर्गों की भलाई के लिए सराहनीय कार्य कर रही है।

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आपदा प्रभावित सराज के 107 गांवों में लौटी रोशनी

कंधों पर ट्रांसफॉर्मर और पोल ढोकर बहाल की गई बिजली आपूर्ति

मंडी, 31 जुलाई। मंडी जिला के सराज क्षेत्र में 30 जून को आई प्राकृतिक आपदा के बाद अंधेरे में डूबे 115 गांवों में से अब 107 गांवों में फिर से रोशनी लौट आई है। हिमाचल प्रदेश विद्युत बोर्ड ने अभूतपूर्व तत्परता और समर्पण का परिचय देते हुए विपरीत परिस्थितियों में बिजली बहाली का कार्य कर दिखाया।
मुख्य अभियंता रजनीश ठाकुर ने बताया कि इस आपदा में विद्युत संरचना को करीब 16 करोड़ रुपये का नुकसान हुआ था। बावजूद इसके, विभाग की टीम ने दिन-रात मेहनत कर 62,800 मीटर नई लाइनें बिछाईं और 684 में से 502 पोल दुबारा खड़े किए।
*कंधों पर ढोए गए ट्रांसफॉर्मर और पोल
आपदा के दौरान 55 ट्रांसफॉर्मर क्षतिग्रस्त हो गए थे। इनमें से 36 स्थानों पर नए ट्रांसफॉर्मर स्थापित किए गए हैं। कई दुर्गम इलाकों में सड़क मार्ग पूरी तरह बंद होने के कारण 16 ट्रांसफॉर्मर मजदूरों और स्थानीय लोगों ने कंधों पर उठाकर नालों व पहाड़ों को पार कर गंतव्य तक पहुंचाए। इनका औसतन वजन 400 से 500 किलो था। इसी तरह 4.5 किलोमीटर तक बिजली पोल भी कंधों पर ढोकर ले जाए गए।
*107 गांवों में पहुंची बिजली, लोगों के चेहरे खिले
जिस दिन बिजली लौटी, ग्रामीणों में उत्साह और राहत का माहौल देखा गया। उन्होंने विद्युत बोर्ड की टीम का तहेदिल से आभार जताया और बहाली कार्यों में कंधे से कंधा मिलाकर सहयोग किया। कई गांवों में युवाओं और पंचायत प्रतिनिधियों ने रास्ते दिखाए, साजो-सामान उठाने में मदद की और कठिन कार्यों को संभव बनाया।
*10 अगस्त तक शेष गांवों में भी बहाल होगी बिजली
मुख्य अभियंता ने बताया कि वर्तमान में केवल 8 गांवों में बिजली बहाल होना बाकी है। इन्हें 10 अगस्त से पूर्व रोशन कर दिया जाएगा। इस कठिन कार्य में 16 अधिकारी/कर्मचारी और 170 मजदूरों की टीम लगातार जुटी रही, जिन्होंने दिन-रात काम कर बहाली को मुमकिन बनाया।
*जिन गांवों में बहाल हुई विद्युत आपूर्ति
थुनाग, शरन, सरैली, कथ्याली, धंशाल, खेल्धार, झुघांद, खुनागी, संगलवाड़ा, जरोल, चिउनी, चेत, घियार, दोभा, गुनास, शिकावरी, तुंगाधार, बेहल थाच, बदीन, बारा और औहन जैसे गांव प्रमुख हैं, जहां विद्युत संरचना को भारी क्षति पहुंची थी। स्थानीय लोगों के सहयोग से यहां व्यवस्था को पूरी तरह पुनर्स्थापित किया गया है।
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बिजली सब्सिडी जारी रखने के लिए विद्युत उपभोक्ताओं को अंतिम अवसर
ई-केवाईसी अनिवार्य, समय पर न करवाने पर उपभोक्ता होंगे लाभ से वंचित

मंडी, 1 अगस्त। सहायक अभियंता, विद्युत उप-मंडल-1 मंडी, ई. नरेश ठाकुर ने जानकारी देते हुए बताया कि हिमाचल प्रदेश स्टेट इलेक्ट्रिसिटी बोर्ड लिमिटेड ने घरेलू तथा होटलों के सभी उपभोक्ताओं को विद्युत मीटर ई-केवाईसी करवाने के लिए अंतिम अवसर प्रदान किया है। उन्होंने बताया कि जिन उपभोक्ताओं ने अब तक अपने विद्युत मीटर की ई-केवाईसी नहीं करवाई है, उन्हें जल्द से जल्द यह प्रक्रिया पूरी करनी चाहिए ताकि बिजली बिल में दी जाने वाली सरकारी सब्सिडी अन्य सुविधाएं निर्बाध रूप से मिलती रहें।

ई-केवाईसी के लिए उपभोक्ता अपने नजदीकी बिजली कार्यालय में जाकर आधार कार्ड और बिजली बिल की प्रति के साथ पंजीकरण करवा सकते हैं। उन्होंने कहा कि यदि यह प्रक्रिया निर्धारित समयावधि में पूरी नहीं की जाती, तो ऐसे उपभोक्ता सरकारी सब्सिडी और अन्य सुविधाएं से वंचित रह सकते हैं। सहायक अभियंता ने सभी उपभोक्ताओं से आग्रह किया है कि वे समय रहते ई-केवाईसी प्रक्रिया पूरी करना सुनिश्चित करें।