राजस्व अधिकारी निर्धारित लक्ष्यों को समयबद्ध पूर्ण करना सुनिश्चित बनाएं: राहुल कुमार
जिला के राजस्व अधिकारियों की बैठक की अध्यक्षता करते हुए उपायुक्त ने दिए निर्देश
बिलासपुर, 05 दिसम्बर: उपायुक्त बिलासपुर राहुल कुमार ने कहा कि जिला के सभी राजस्व अधिकारी निर्धारित लक्ष्यों को समयबद्ध पूर्ण करना सुनिश्चित बनाएं। उन्होंने अधिकारियों को राजस्व मामलों के त्वरित निपटारे को प्राथमिकता देने के निर्देश दिए, ताकि आमजन को समयबद्ध राजस्व सेवाओं का लाभ मिल सके। उपायुक्त बचत भवन बिलासपुर में जिला के राजस्व अधिकारियों के साथ आयोजित बैठक की अध्यक्षता कर रहे थे। बैठक में अतिरिक्त उपायुक्त ओम कांत ठाकुर भी विशेष रूप से उपस्थित रहे, जबकि बैठक का संचालन जिला राजस्व अधिकारी निलाक्ष शर्मा ने किया।
उपायुक्त ने सभी एसडीएम, तहसीलदारों तथा नायब तहसीलदारों को आपदा राहत से जुड़े मामलों का समयबद्ध निपटारा सुनिश्चित करने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि आपदा राहत मामलों से संबंधित समस्त आवश्यक दस्तावेजों तथा कागजी कार्रवाई को शीघ्रता से पूर्ण किया जाए, ताकि प्रभावित व्यक्तियों को समय पर राहत उपलब्ध करवाई जा सके। इस संदर्भ में उन्होंने एसडीएम एवं तहसीलदारों को कानूनगो एवं पटवारियों के साथ नियमित बैठकें आयोजित करने के निर्देश भी दिए।
राहुल कुमार ने प्रतिमाह आयोजित होने वाली राजस्व अदालतों में अधिक से अधिक मामलों के त्वरित निपटारे पर बल देते हुए कहा कि इससे सरकार द्वारा निर्धारित लक्ष्यों की पूर्ति सुनिश्चित होगी। उन्होंने राजस्व अधिकारियों को म्यूटेशन एवं निसानदेही के मामलों का शत-प्रतिशत निपटारा करने तथा तकसीम-खानगी, अवैध कब्जों आदि मामलों को भी गंभीरता एवं तत्परता से निपटाने के निर्देश दिए।
उपायुक्त ने सभी फील्ड राजस्व कर्मियों के लिए ई-ऑफिस, बेसिक रेवेन्यू तथा कंप्यूटर संचालन संबंधी जिला स्तरीय प्रशिक्षण कार्यशाला आयोजित करने के निर्देश भी दिए, ताकि राजस्व कार्यों में तेजी लाई जा सके। जिला के विभिन्न उपमंडलों में निर्माणाधीन एवं मरम्मताधीन राजस्व कार्यालयों के कार्यों को भी समयबद्ध पूर्ण करने के निर्देश जारी किए गए, जिससे ग्रामीण स्तर पर बेहतर आधारभूत सुविधाएं सुनिश्चित हो सकें।
बैठक के दौरान उपायुक्त ने जिला का वार्षिक टूरिज्म कैलेंडर तैयार करने की दिशा में सभी राजस्व अधिकारियों से अपने-अपने क्षेत्रों के मेले, त्योहार आदि की जानकारी जिला प्रशासन को उपलब्ध करवाने को कहा। उन्होंने कहा कि वार्षिक टूरिज्म कैलेंडर तैयार होने से जिला में आने वाले पर्यटकों एवं आगंतुकों को प्रमुख आयोजनों की जानकारी सरलता से उपलब्ध होगी।
बैठक में जमाबंदी दौर, आपदा राहत मामलों, भू-स्वामियों की भूमि को आधार से जोड़ने सहित अन्य राजस्व मामलों की समीक्षा की गई और अधिकारियों को आवश्यक दिशा-निर्देश जारी किए गए।
बैठक में जिला के सभी एसडीएम, तहसीलदार, नायब तहसीलदार एवं अन्य राजस्व अधिकारी उपस्थित रहे।

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प्रतिस्पर्धा के दौर में सिर्फ मेहनत नहीं, स्मार्ट प्लानिंग भी जरूरी: राहुल कुमार
प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी को बिलासपुर कॉलेज में करियर काउंसलिंग वर्कशॉप में बोले उपायुक्त
बिलासपुर, 05 दिसम्बर: युवाओं को सिविल सेवाओं और अन्य प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी के लिए मार्गदर्शन प्रदान करने के उद्देश्य से जिला प्रशासन बिलासपुर द्वारा आज बिलासपुर कॉलेज में सिविलस्टैप इंस्टीट्यूशन चंडीगढ़ के सहयोग से करियर काउंसलिंग वर्कशॉप का आयोजन किया गया। इस कार्यशाला में उपायुक्त बिलासपुर राहुल कुमार ने विद्यार्थियों को प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी के व्यावहारिक और मुख्य पहलुओं पर विस्तार से मार्गदर्शन दिया।
इस मौके पर बोलते हुए उपायुक्त राहुल कुमार ने कहा कि वर्तमान प्रतिस्पर्धा के दौर में केवल कड़ी मेहनत पर्याप्त नहीं है, बल्कि सूझबूझ, समय प्रबंधन और स्मार्ट प्लानिंग सफलता की अहम कुंजी है। उन्होंने कहा कि देशभर में हर वर्ष लगभग एक करोड़ विद्यार्थी प्रतियोगी परीक्षाएं देते हैं, लेकिन इनमें से मात्र पांच से सात प्रतिशत उम्मीदवार ही अंतिम चयन तक पहुंच पाते हैं।
उन्होंने विद्यार्थियों को प्रतिदिन छह से आठ घंटे नियमित अध्ययन करने, साप्ताहिक मॉक टेस्ट देने, पिछली परीक्षाओं के प्रश्नपत्रों का विश्लेषण करने और आत्म-मूल्यांकन को अध्ययन रणनीति का हिस्सा बनाने की सलाह दी। उन्होंने कहा कि डिजिटल शिक्षा के इस युग में संसाधनों की कमी नहीं है, बल्कि स्पष्ट लक्ष्य, सही दिशा और निरंतर अभ्यास सफलता सुनिश्चित करते हैं।
उपायुक्त ने विद्यार्थियों को प्रेरित करते हुए कहा कि असफलता को सीखने का अवसर मानें और बिना निर्धारित लक्ष्य के तैयारी कभी परिणाम नहीं दे सकती। उन्होंने कहा कि सही समय पर लिया गया सही निर्णय भविष्य की दिशा और गति दोनों तय करता है।
वर्कशॉप के दौरान सिविलस्टैप इंस्टीट्यूट के मैनेजिंग डायरेक्टर विनय जोशी ने यूपीएससी, एचएएस, एलाइड सेवाओं, बैंकिंग, पुलिस भर्ती, एसएससी और अन्य प्रतियोगी परीक्षाओं को लेकर परीक्षा पैटर्न, विषय चयन, उत्तर लेखन, अध्ययन तकनीक और रणनीति के बारे में विस्तृत जानकारी दी। उन्होंने संस्था के सफल अभ्यर्थियों के उदाहरण साझा कर विद्यार्थियों को प्रेरित किया।
प्रश्न-उत्तर सत्र के दौरान उत्कृष्ट प्रदर्शन करने वाले विद्यार्थियों को संस्था की ओर से हिमाचल जनरल नॉलेज की पुस्तकें प्रदान कर सम्मानित किया गया।
कार्यक्रम में बिलासपुर कॉलेज के प्राचार्य डॉ. पी.एस. कटवाल ने जिला प्रशासन और सिविलस्टैप इंस्टीट्यूट को युवाओं के लिए इस सार्थक और प्रभावी पहल के लिए आभार जताया।
इस अवसर पर वाइस प्रिंसिपल प्रो. प्रेमजीत, कॉलेज एडवाइजरी सदस्य रीता शर्मा, करियर काउंसलिंग कन्वीनर नम्रता पाठानिया, एनसीसी एएनओ डॉ. जय चंद, रोवर एंड रेंजर ऑफिसर डॉ. रजनी, आरआरसी कन्वीनर डॉ. सोनिया राठौर, एनएसएस अधिकारी प्रो. अनुश्रीया, डॉ. अजीत, प्रो. अश्वनी चंदेल और रितुराज भी उपस्थित रहे।

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गोविंद सागर झील में अवैध मछली गतिविधियों पर मत्स्य विभाग ने की कार्रवाई
दो दिवसीय सघन अभियान चलाकर 10 मामले दर्ज कर वसूला जुर्माना
बिलासपुर, 05 दिसम्बर: गोविंद सागर झील में अवैध मछली शिकार और प्रतिबंधित जाल के इस्तेमाल पर अंकुश लगाने के लिए मत्स्य विभाग बिलासपुर ने दो दिवसीय सघन अभियान चलाते हुए कड़ी कार्रवाई की है। जलजीव संरक्षण एवं मत्स्य संसाधनों की सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए 3 और 4 दिसम्बर को बिलासपुर मत्स्य मंडल की टीम ने झील के विभिन्न क्षेत्रों में संयुक्त निरीक्षण अभियान संचालित किया।
मत्स्य विभाग के सहायक निदेशक बिलासपुर पंकज ठाकुर ने जानकारी देते हुए बताया कि 3 दिसम्बर को सीर खड्ड क्षेत्र के बजौरा, नाहरल, जबलू एवं बागछल क्षेत्र में किए गए निरीक्षण के दौरान विभिन्न श्रेणियों के कुल 06 प्रकरण दर्ज किए गए। इनमें दो अवैध जाल परिवहन तथा चार बिना लाइसेंस मछली पकड़ने के मामले शामिल रहे। इस दौरान विभाग ने 20 किलोग्राम बिना लाइसेंस पकड़ी गई मछली जब्त की, जिसकी अनुमानित कीमत 2000 रूपए आंकी गई। वहीं मौके पर 3500 रूपए राशि जुर्माने के रूप में वसूली गई।
उन्होंने बताया कि 4 दिसम्बर को दोबड, लठियाणी, मंदली एवं डोहक क्षेत्रों में निरीक्षण अभियान आगे बढ़ाया गया, जिसके दौरान अवैध, अंडर-साइज नेट का उपयोग करते हुए मछली पकड़ने के 4 मामले दर्ज किए गए। लठियाणी में एक व्यक्ति पर मौके पर ही 1000 रूपए मुआवजा शुल्क लगाया गया तथा लगभग 15 किलोग्राम अंडर साईज जाल जब्त किया गया। टीम ने इस दौरान झील में स्थापित की गई किश्तीयों की जांच भी की गई।
पंकज ठाकुर ने बताया कि यह संपूर्ण कार्रवाई मत्स्य अधिकारी अजय कुमार और उनकी टीम द्वारा सुदृढ़ समन्वय के साथ की गई। उन्होंने कहा कि विभाग भविष्य में भी इसी प्रकार की कठोर एवं नियमित निगरानी जारी रखेगा, ताकि अवैध मछली व्यापार, जाल परिवहन और प्रतिबंधित जालों के उपयोग पर पूर्णतः नियंत्रण स्थापित किया जा सके। उन्होंने स्थानीय मछुआरा समुदाय और क्षेत्रवासियों से हिमाचल प्रदेश मत्स्य नियमों का पालन सुनिश्चित करने की अपील की।
इसी क्रम में आज 5 दिसम्बर को भी बिलासपुर मंडल की जड्डू टीम ने बल्हसीणा क्षेत्र में एक अवैध परिवहन मामले में 16 किलोग्राम मछली बरामद की और संबंधित व्यक्ति पर 2000 रूपए का चालान किया, जबकि जब्त मछली से 1600 रुपए की राशि वसूल की गई।
उन्होंने बताया कि गोविंद सागर झील क्षेत्र में अवैध मत्स्य गतिविधियों के विरुद्ध शून्य सहनशीलता नीति लागू है और भविष्य में नियमों का उल्लंघन करने वालों के खिलाफ और अधिक कड़ी कार्रवाई की जाएगी।