धर्मशाला, 24 सितम्बर: जिला एवं प्रदेश के अग्रणी बैंक पंजाब नेशनल बैंक द्वारा आज जिला उपायुक्त कार्यालय काँगड़ा में वार्षिक ऋण योजना वर्ष 2025-26 के अन्तर्गत जून 2025 तक की प्रगति और उपलब्धियों की समीक्षा हेतु जिला स्तरीय परामर्श समिति, जिला समन्वय समिति एवं जिला स्तरीय समीक्षा समिति की बैठक का आयोजन किया गया। इसके अलावा आरसेटी धर्मशाला की जिला स्तरीय समिति की बैठक का भी आयोजन किया गया।
इस बैठक की अध्यक्षता अतिरिक्त उपायुक्त विनय कुमार ने की। बैठक में जिले में कार्यरत बैंकों की कार्यप्रणाली, ऋण वितरण, सरकार की विभिन्न योजनाओं की प्रगति तथा किसानों एवं आमजन तक वित्तीय सेवाओं की पहुँच सुनिश्चित करने संबंधी बिंदुओं पर विस्तार से चर्चा की गई।
उन्होंने कहा कि सरकार की गरीबी उन्मूलन योजनाओं को क्रियान्वित करने में बैंकों की अहम भूमिका है और सभी बैंकों को यह सुनिश्चित करना चाहिए कि लक्षित समूह तक समयबद्ध तरीके से ऋण उपलब्ध हो। उन्होंने बैंकों को सीडी रेशों बढ़ाने हेतु ठोस कार्य योजना तैयार करने के निर्देश दिए। साथ ही उन्होंने शिक्षा ऋण एवं कृषि ऋणों में बढ़ोतरी करने पर विशेष बल दिया ताकि युवाओं और किसानों को समय पर वित्तीय सहयोग मिल सके।
बैठक का संचालन करते हुए अग्रणी जिला प्रबंधक पृथ्वी रणवीर, ने विस्तृत जानकारी दी। उन्होंने बताया कि वार्षिक ऋण योजना वर्ष 2025-26 1 अप्रैल 2025 से 31 मार्च 2026 तक के लिए जिले का लक्ष्य 8945.20 करोड़ रुपये निर्धारित किया गया था। जून 2025 की तिमाही तक बैंकों ने 2448.84 करोड़ रुपये का ऋण वितरण करके 27.28 प्रतिशत लक्ष्य प्राप्ति दर्ज की है। इसी अवधि तक जिले के बैंकों में कुल 46504.67 करोड़ रुपये की जमा राशि और 11807.89 करोड़ रुपये का ऋण वितरण हुआ है। उन्होंने बताया कि जिले की सीडी रेशो 25.39 प्रतिशत रही है। इसके अलावा प्राथमिकता प्राप्त क्षेत्र में जून 2025 तक बैंकों ने 22.03 प्रतिशत लक्ष्य प्राप्त किया है, जबकि गैर-प्राथमिकता क्षेत्र में 72.23 प्रतिशत उपलब्धि दर्ज की गई है। उन्होंने बताया कि कृषि क्षेत्र में अब तक 1680.40 करोड़ रुपये का ऋण वितरित किया गया है जबकि सूक्ष्म, लघु एवं मध्यम उद्यम क्षेत्र में 3383.34 करोड़ रुपये का ऋण दिया गया है। किसान क्रेडिट कार्ड योजना के अन्तर्गत वित्तीय वर्ष 2025-26 की जून तिमाही तक 1467 नए किसान क्रेडिट कार्ड जारी किए गए हैं।
इस अवसर पर एलडीएम रणवीर ने बताया कि शेष किसानों को भी इस योजना से लाभान्वित करने के लिए बैंक शाखाओं को स्पष्ट निर्देश जारी किए गए हैं। उन्होंने आशा व्यक्त की कि जिले के सभी बैंक प्राथमिकता प्राप्त क्षेत्रों में ऋण वितरण को और अधिक बढ़ावा देंगे ताकि ग्रामीण अर्थव्यवस्था को मजबूत किया जा सके। उन्होंने कहा कि बैंक, विभाग और अन्य हितधारक मिलकर जिले में बुनियादी ढाँचे की कमी दूर करने, वित्तीय संसाधनों का प्रभावी उपयोग सुनिश्चित करने और जनहितकारी योजनाओं को धरातल पर उतारने में महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकते हैं।
बैठक में निदेशक आरसेटी मदन लाल ने संस्थान द्वारा स्वरोजगार के लिए चलाये जा रहे विभिन्न कार्यक्रमों की जानकारी देते हुए बताया कि संस्थान स्वरोजगार के इच्छुक उम्मीदवारों के लिये संस्थान के अलावा अन्य जगह पर भी प्रशिक्षण कार्यक्रम संचालित किए जा रहे है।
इस अवसर पर उप मंडल प्रमुख, पंजाब नेशनल बैंक धर्मशाला भरत कैलाश चंद्र ठाकुर, एलडीओ भारतीय रिजर्व बैंक तरुण चैधरी, उप निदेशक कृषि कुलदीप धीमान, उप निदेशक उद्यान अलक्ष पठानिया, प्रबंधक डीआईसी दिनेश उपाध्याय, निदेशक आरसेटी मदन लाल, अतिरिक्त निदेशक पशुपालन विभाग सुजय शर्मा के अलावा विभिन्न विभागाध्यक्ष, सरकारी अधिकारी, निगम एवं विकास प्राधिकरणों के प्रतिनिधि जिले के सभी बैंक अधिकारी उपस्थित रहे।